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Title | Subject | Paper |
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संक्षेप में समाचार | ||
कृषि में दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए उत्कृष्टता केंद्र (ISSCA) | economy, | GS Paper 3, |
कोटा, अधिवास एवं पर्वतीय परिषद संबंधी लद्दाख के नए नियम अधिसूचित | Polity and governance , | GS Paper 2, |
फ्यूजन-फिजन हाइब्रिड रिएक्टर | Science and Technology, | GS Paper 3, |
विधानमंडलों द्वारा कानून निर्माण न्यायालय की अवमानना नहीं है: सर्वोच्च न्यायालय | Polity and governance , | GS Paper 2, |
विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन | economy, | GS Paper 3, |
सतत् परिवहन मिशन | Environment and Ecology, | GS Paper 3, |
गांधी जी के सिद्धांत और सीमापार आतंकवाद | ethics, | GS Paper 4, |
अर्द्ध-शुष्क उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के लिए अंतरराष्ट्रीय फसल अनुसंधान संस्थान (ICRISAT) ने विकासशील देशों के लिए अनुसंधान और सूचना प्रणाली (RIS) के साथ मिलकर कृषि नवाचार को बढ़ावा देने के लिए कृषि में दक्षिण-दक्षिण सहयोग के लिए उत्कृष्टता केंद्र (ISSCA) लॉन्च किया तथा शुष्क भूमि क्षेत्रों में सहयोग एवं कृषि-समाधानों को बढ़ाने के लिए डेवलपमेंट एंड नॉलेज शेयरिंग इनिशिएटिव (DAKSHIN) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
हाल ही में केंद्र सरकार ने लद्दाख के लिए आरक्षण, भाषा, अधिवास एवं पर्वतीय परिषदों की संरचना पर नई नीतियों को अधिसूचित किया, जो वर्ष 2019 में केंद्रशासित प्रदेश बन गया था।
हालाँकि नए नियम लद्दाख की स्थानीय चिंताओं को दूर करने में प्रगति दर्शाते हैं, लेकिन वे संवैधानिक गारंटी एवं भूमि संरक्षण प्रदान नहीं करते हैं, जिससे नागरिक सक्रियता जारी है।
चीन ने विश्व के पहले ‘फ्यूजन-फिजन हाइब्रिड परमाणु रिएक्टर’ के निर्माण की योजना का अनावरण किया है, जिसका नाम ‘जिंगहुओ’ (मंदारिन भाषा में “स्पार्क”) है।
हाल ही में सर्वोच्च न्यायालय ने नंदिनी सुंदर एवं अन्य बनाम छत्तीसगढ़ राज्य मामले में निर्णय दिया कि कानून निर्माणकारी विधानमंडलों को अवमानना का दोषी नहीं ठहराया जा सकता, जिससे शक्तियों के संवैधानिक पृथक्करण की पुष्टि होती है।
सर्वोच्च न्यायालय ने दोहराया कि विधायी कार्य अलग-अलग हैं एवं संविधान के तहत संरक्षित हैं। किसी कानून को पारित करना अवमानना के बराबर नहीं माना जा सकता। इसकी उचित कानूनी मार्गों के माध्यम से संवैधानिक वैधता तथा विधायी क्षमता के आधार पर जाँच की जानी चाहिए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में अंतरराष्ट्रीय वायु परिवहन संघ (IATA) की 81वीं वार्षिक सामान्य बैठक और विश्व वायु परिवहन शिखर सम्मेलन (World Air Transport Summit – WATS) को संबोधित करते हुए भारत के विमानन नेतृत्व पर प्रकाश डाला।
जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय कार्य योजना (National Action Plan for Climate Change- NAPCC) के साथ सतत् परिवहन मिशन भी संचालित किया जाएगा।
NAPCCC में सतत् परिवहन पर मिशन को शामिल करना सही दिशा में उठाया गया एक कदम है, जो परिवहन क्षेत्र के उत्सर्जन को कम करने पर आवश्यक ध्यान केंद्रित करेगा और साथ ही सुरक्षित, सतत्, कुशल और जलवायु अनुकूल सुलभ गतिशीलता विकल्प प्रदान करेगा।
पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने लंदन में कहा, ‘पाकिस्तान प्रायोजित सीमापार आतंकवाद के बीच गांधी जी का अहिंसा सिद्धांत वर्तमान में भी महत्त्वपूर्ण बना हुआ है।’
महात्मा गांधी के मूल सिद्धांत, जिन्हें गांधीवादी सिद्धांत भी कहा जाता है, सत्य, अहिंसा और आत्मनिर्भरता से संबंधित हैं।
गांधी के अहिंसा, सत्य और सद्भावना के सिद्धांत सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए एक नैतिक दिशा-निर्देश प्रदान करते हैं, जो निर्णायक कार्रवाई को प्रणालीगत सुधारों के साथ संतुलित करते हैं। इन आदर्शों को भारत की आतंकवाद विरोधी रणनीति में एकीकृत करके, जैसा कि ऑपरेशन सिंदूर और NFU में देखा गया है, भारत वैश्विक शांति को बढ़ावा देते हुए आतंकवाद से मुक्त हो सकता है।
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