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| Title | Subject | Paper |
|---|---|---|
| संक्षेप में समाचार | ||
| चाबहार बंदरगाह | international Relation, | GS Paper 2, |
| अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में कटौती की | economy, | GS Paper 3, |
| वर्ल्ड ट्रेड रिपोर्ट 2025 | economy, | GS Paper 3, |
| संयुक्त राष्ट्र जेंडर स्नैपशॉट 2025 | social justice,Polity,social issues, | GS Paper 1,GS Paper 2, |
| UN जाँच: गाजा पर इजरायल का हमला नरसंहार के समान | international Relation, | GS Paper 2, |
| राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग | Polity and governance , | GS Paper 2, |
| कल्याणकारी योजनाओं में ‘फेशियल रिकॉग्निशन’ तकनीक को शामिल करना | Polity, | GS Paper 2, |
| भारतीय हिमालयी क्षेत्र में आपदा प्रबंधन | disaster management, | GS Paper 3, |
EVM मतपत्रों के लिए दिशा-निर्देश |
भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने निर्वाचन नियम, 1961 की धारा 49B के अंतर्गत दिशा-निर्देशों में संशोधन किया है, जिससे EVM मतपत्रों को अधिक पठनीय बनाया जा सके।
EVM मतपत्रों में परिवर्तन
निर्वाचन नियम, 1961 का धारा 49B: रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा मतदान मशीन की तैयारी
महत्त्व
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इबोला |
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में इबोला मामलों और इससे संबंधित मौतों की सूचना दी है।
इबोला वायरस रोग (EVD) के बारे में
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इंडिया–AI इंपैक्ट समिट 2026
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भारत सरकार ने इंडिया–AI इंपैक्ट समिट 2026 के लिए लोगों और प्रमुख पहलों का अनावरण किया है। यह सम्मेलन फरवरी 2026 में नई दिल्ली के भारत मंडपम में आयोजित किया जाएगा।
‘इंडिया–AI इंपैक्ट’ समिट के बारे में
तीन सूत्र (सिद्धांत)
सात विषयगत चक्र
AI को बढ़ावा देने हेतु सरकारी पहलें
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ज्ञानेक्स (Gyanex) |
भारत ने गगनयान मिशन और भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं से पहले अपने अंतरिक्ष यात्री प्रोटोकॉल तैयार करने के लिए ज्ञानेक्स (Gyanex) के तहत एनालॉग स्पेस प्रयोगों की एक शृंखला शुरू की है।
ज्ञानेक्स के बारे में
अन्य अंतरिक्ष सिमुलेशन प्रयोग
भारत के अपने प्रयोगों का महत्त्व
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पेरियार टाइगर रिजर्व (PTR) |
राज्य वित्त निरीक्षण रिपोर्ट ने केरल के पेरियार टाइगर रिजर्व (Periyar Tiger Reserve- PTR) में बड़े पैमाने पर वित्तीय अनियमितताओं का खुलासा किया है, जिसमें पर्यटन राजस्व को कल्याण कोष में अनधिकृत रूप से स्थानांतरित करना भी शामिल है।
पेरियार टाइगर रिजर्व (PTR) के बारे में
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संयुक्त राज्य अमेरिका ने ईरान के चाबहार बंदरगाह से जुड़े प्रतिबंधों में छूट को 29 सितंबर से रद्द करने की घोषणा की है, जिससे इस क्षेत्र में भारत की कनेक्टिविटी और व्यापार योजनाएँ प्रभावित होंगी।

चाबहार छूट को रद्द करने से भारत के रणनीतिक संपर्क लक्ष्य कमजोर होंगे, क्षेत्रीय पहुँच कमजोर होगी तथा अस्थिर भू-राजनीति पर निर्भरता बढ़ेगी, जिससे पाकिस्तान एवं चीन के प्रभाव के प्रति उसकी प्रति संतुलन प्रक्रिया को चुनौती मिलेगी।
हाल ही में अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने बेंचमार्क ब्याज दर सीमा को 25 आधार अंकों से घटाकर 4-4.25% कर दिया, जो नौ महीनों तक स्थिर रहने के बाद पहली बार दरों में कटौती है।
ब्याज दरों में कटौती के कारण: फेड के दोहरे अधिदेश, मूल्य स्थिरता और अधिकतम रोजगार के बीच संतुलन बनाना।
हाल ही में विश्व व्यापार संगठन (WTO) ने वर्ल्ड ट्रेड रिपोर्ट 2025 जारी की है।
UN वूमेन और संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक मामलों का विभाग (United Nations Department of Economic & Social Affair-UN DESA]) ने जेंडर स्नैपशॉट 2025 रिपोर्ट जारी की।
संयुक्त राष्ट्र द्वारा गठित जाँच आयोग (COI) की रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया कि गाजा में इजरायल का सैन्य अभियान नरसंहार है और वर्ष 1948 के नरसंहार समझौते के तहत इजरायल के शीर्ष नेताओं को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया गया है।
अनुसूचित जनजाति राष्ट्रीय आयोग (National Commission for Scheduled Tribes- NCST) ने एक विशेष समिति का गठन किया है, जो यह पता लगाएगी कि वर्ष 2005 की एक अधिसूचना के तहत जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा सौंपे गए आठ अतिरिक्त कार्यों को वह कैसे पूरा कर सकता है।
जुलाई 2025 से भारत सरकार ने पोषण ट्रैकर ऐप (Poshan Tracker app) के माध्यम से आंगनवाड़ी लाभार्थियों के लिए फेशियल रिकॉग्निशन (Facial Recognition) अनिवार्य कर दिया है।
कल्याणकारी योजनाओं में ‘फेशियल रिकॉग्निशन’ जैसी तकनीक को शामिल करने से जवाबदेही बढ़ाने और धोखाधड़ी कम करने में मदद मिल सकती है, लेकिन इसकी कीमत उन लोगों को नहीं चुकानी चाहिए, जिन्हें मदद की सर्वाधिक आवश्यकता है। कल्याणकारी कार्यक्रम केवल इस बात पर निर्भर नहीं होने चाहिए कि कोई मशीन कितनी अच्छी तरह कार्य करती है।
वर्ष 2025 मानसून ने बाढ़, क्लाउडबर्स्ट (बादल फटना) और भूस्खलन के माध्यम से हिमालयी राज्यों की संवेदनशीलता को उजागर किया।

हिमालयी क्षेत्र के सतत् विकास की आधारशिला लचीलापन होना चाहिए। सेंडाई फ्रेमवर्क के अनुसार, ‘आपदाएँ प्राकृतिक नहीं होतीं, बल्कि समाज में अंतर्निहित जोखिम का परिणाम होती हैं।’ इसलिए, तकनीक-संचालित एवं सामुदायिक सहभागितापूर्ण ढाँचे का निर्माण SDG-11 (सतत् शहर और समुदाय) एवं SDG-13 (जलवायु कार्रवाई) के अनुरूप आवश्यक है।
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