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Lokesh Pal
May 18, 2024 05:15
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इंडिया पोर्ट ग्लोबल लिमिटेड (IPGL) और ईरान के बंदरगाह और समुद्री संगठन (PMO) ने दीर्घकालिक समझौते पर हस्ताक्षर किए, जो भारत को 10 वर्षों में चाबहार बंदरगाह पर एक टर्मिनल को उन्नत करने और संचालित करने की अनुमति देगा।
मानचित्र स्थिति: दक्षिण-पूर्वी सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में मरकाना तट और ओमान की खाड़ी पर स्थित चाबहार बंदरगाह ईरान का एकमात्र बंदरगाह है इसके दो अलग-अलग बंदरगाह हैं – शाहिद कलंतरी और शाहिद बेहेश्टी।
भारत ने पहले भी वाशिंगटन डी.सी. में नीतिगत परिवर्तनों के आधार पर ईरान के साथ अपने संबंधों को समायोजित करने के प्रयास किये हैं, जिन पर अब तटस्थ रुख अपनाने की आवश्यकता है। हालांकि, उसे चाबहार में निवेश जारी रखना चाहिए तथा मध्य एशिया के साथ अपने व्यापार और संपर्क परियोजनाओं में सुधार करना चाहिए, जो भारत के निरंतर विकास तथा हिन्द महासागर क्षेत्र में उसकी भू- राजनैतिक स्थिति की सुदृढ़ता के लिए भी आवश्यक है।
News Source: The Hindu
प्रारंभिक परीक्षा पर आधारित प्रश्न :प्रश्न. “चाबहार बंदरगाह” के संदर्भ में ,निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये:
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
उत्तर : (b) |
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