प्रेस्टन वक्र एक निश्चित अनुभवजन्य संबंध को संदर्भित करता है, जो किसी देश में जीवन प्रत्याशा एवं प्रति व्यक्ति आय के बीच संबंध को दर्शाता है।
उत्पत्ति: इसे पहली बार अमेरिकी समाजशास्त्री सैमुअल एच. प्रेस्टन ने अपने वर्ष 1975 के पेपर ‘मृत्यु दर एवं आर्थिक विकास के स्तर के बीच बदलते संबंध’ (The changing relation between mortality and level of economic development) में प्रस्तावित किया था।
निष्कर्ष: प्रेस्टन ने पाया कि गरीब देशों में रहने वाले लोगों की तुलना में अमीर देशों में रहने वाले लोगों की जीवन अवधि आम तौर पर लंबी होती है।
समस्या
यहवक्र सहसंबंध को दर्शाता है, कार्य-कारण को नहीं। यह दर्शाता है कि अमीर देशों में अक्सर जीवन प्रत्याशा अधिक होती है, लेकिन यह कारण तंत्र की व्याख्या नहीं करता है।
उच्च आय से बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, पोषण एवं रहने की स्थिति बेहतर हो सकती है, लेकिन यह जीवन प्रत्याशा का एकमात्र निर्धारक नहीं है।
P- हैकिंग
परिचय: इसे डेटा स्नूपिंग (Data Snooping) या डेटा ड्रेजिंग (Data Dredging) भी कहा जाता है, P-हैकिंग एक डेटा मैनीपुलेशन तकनीक है, जो वैज्ञानिक अनुसंधान की सत्यनिष्ठा से समझौता करती है।
परिभाषा: P-हैकिंग एक शब्द है, जिसे डेटा कोलाडा ब्लॉग के शोधकर्ता उरी सिमंसोहन (Uri Simonsohn), लीफ नेल्सन (Leif Nelson) एवं जो. सिमंस (Joe Simmons) ने परिभाषित किया है।
चिंताएँ: इस तरह की विधि यह दिखाने के लिए डेटा विश्लेषण को बदल देती है कि एक विशेष परिणाम सांख्यिकीय रूप से महत्त्वपूर्ण है, जो वास्तव में असत्य या महज अवसर हो सकता है।
P-हैकिंग वैज्ञानिक अनुसंधान में एक बड़ी समस्या है क्योंकि यह भ्रामक निष्कर्ष निकालती है।
WSIS+20 फोरम हाई-लेवल इवेंट
भारत ने ITU के ‘WSIS+20 फोरम हाई-लेवल इवेंट’ एवं AI फॉर गुड’ वैश्विक शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
परिचय: ‘सूचना सोसायटी पर विश्व शिखर सम्मेलन (WSIS)फोरम हाई-लेवल इवेंट 2024’ कार्यक्रम को ITU, यूनेस्को (UNESCO), संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP) एवं अंकटाड (UNCTAD) द्वारा सह-आयोजित किया गया था तथा ITU एवं स्विस परिसंघ द्वारा दूरस्थ भागीदारी के समर्थन से सह-मेजबानी की गई थी।
मुख्य विशेषताएँ: ‘WSIS+20 फोरम हाई-लेवल इवेंट’ ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को वैश्विक डिजिटल सहयोग के अवसरों का आकलन करने का एक अनूठा अवसर भी प्रदान किया।
संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) द्वारा WSIS की बीस-वर्षीय समीक्षा से पहले एक अग्रगामी और पुनर्स्थापित साझा दृष्टिकोण की दिशा में मिलकर कार्य करना।
फिनोम इंडिया
CSIR की ‘फिनोम इंडिया’ (Phenome India) परियोजना ने 10,000 नमूने एकत्र कर लक्ष्य की प्राप्त की।
फिनोम इंडिया: यह वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की ‘फेनोम इंडिया-सीएसआईआर हेल्थ कोहोर्ट नॉलेजबेस’ (Phenome India-CSIR Health Cohort Knowledgebase- PI-CheCK) की एक अनुदैर्ध्य स्वास्थ्य निगरानी परियोजना है।
उद्देश्य: फिनोम इंडिया परियोजना पूर्वानुमानित, वैयक्तिकृत, भागीदारी एवं निवारक स्वास्थ्य देखभाल के माध्यम से सटीक चिकित्सा को आगे बढ़ाने के लिए CSIR की प्रतिबद्धता का उदाहरण है।
AMD ने नए AI चिप्स लॉन्च किए
ताइपे में Computex प्रौद्योगिकी व्यापार शो में, AMD ने MI325X एक्सेलेरेटर चिप प्रस्तुत की, जिसे आने वाले दिनों में यूजर्स के लिए उपलब्ध कराया जाएगा।
AMD चिप्स का अवलोकन
बेहतर प्रदर्शन: वर्तमान में उपलब्ध AI चिप्स की MI300 शृंखला की तुलना में, MI350 जेनरेटर AI प्रतिक्रियाओं की गणना करने की प्रक्रिया में 35 गुना बेहतर प्रदर्शन करेगा।
AI चिप्स
AI चिप्स को गहन शिक्षण अनुप्रयोगों को बढ़ाने के लिए विशेष आर्किटेक्चर एवं एकीकृत AI एक्सेलेरेटर के साथ डिजाइन किया गया है।
ये चिप्स डेटा को सूचना में एवं अंततः ज्ञान में बदलने की सुविधा प्रदान करते हैं।
उन्नत संगणना: AI अनुप्रयोग उन्नत प्रशिक्षण मॉडल एवं एल्गोरिदम चलाने के लिए समानांतर कंप्यूटिंग की माँग करते हैं।
AI हार्डवेयर समान लागत पर पारंपरिक अर्द्धचालकों की तुलना में कृत्रिम तंत्रिका नेटवर्क (Artificial Neural Network- ANN) अनुप्रयोगों के लिए 10 गुना अधिक प्रसंस्करण शक्ति प्रदान करता है।
बेहतर बैंडविड्थ मेमोरी: विशिष्ट AI हार्डवेयर पारंपरिक चिप्स की तुलना में 4-5 गुना अधिक बैंडविड्थ प्रदान करता है, जो AI अनुप्रयोगों में समानांतर प्रसंस्करण की महत्त्वपूर्ण बैंडविड्थ आवश्यकताओं के कारण कुशल प्रदर्शन के लिए अत्यावश्यक है।
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