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Lokesh Pal
June 22, 2024 05:15
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फरवरी 2021 में, जिस म्यांमार सेना ने अपनी निर्वाचित नागरिक सरकार को उखाड़ फेंका था उसके द्वारा इसके तीन साल बाद भी अपने ही लोगों को मारना, अपंग बनाना और विस्थापित करना जारी है।
स्पष्ट विदेश नीति का निर्धारण : विदेश नीति में “मूल्यों” और “हितों” के बीच कोई स्पष्ट रेखा नहीं है, क्योंकि दोनों की कोई मानक परिभाषा नहीं है।
नीति के प्रमुख बिन्दु : इस नई नीति में दो प्रमुख बिंदु होने चाहिए, अर्थात् लोकतंत्र और मानव सुरक्षा।
इसलिए, नई राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार को तत्काल चार परस्पर जुड़े कदम उठाने की जरूरत है।
वर्तमान प्रासंगिकता : यह आज और भी अधिक प्रासंगिक है, क्योंकि म्यांमार में लोकतांत्रिक प्रतिरोध, जिसका नेतृत्व राष्ट्रीय एकता सरकार (एनयूजी), दर्जनों जातीय क्रांतिकारी संगठन, नागरिक समाज संगठन और ट्रेड यूनियन कर रहे हैं, सैन्य-निर्मित 2008 के संविधान को संघीय संविधान से बदलने का प्रयास कर रहे हैं।
भारत की विकसित हो रही म्यांमार नीति में लोकतंत्र, मानव सुरक्षा और नैतिक कूटनीति को प्राथमिकता दी जानी चाहिए, ताकि क्षेत्रीय स्थिरता और मानवीय सहायता को बढ़ावा देते हुए वह चीन से अलग दिखाई दे।
प्रश्न: म्यांमार में चल रहे संघर्ष के संदर्भ में भारत-म्यांमार सीमा पर नागरिकों के सामने आने वाली मानवीय चुनौतियों का मूल्यांकन करें। विस्थापित आबादी को प्रभावी मानवीय सहायता और समर्थन प्रदान करने के लिए भारत क्या उपाय कर सकता है? (15 अंक, 250 शब्द)
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