//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
July 03, 2024 05:15
311
0
भले ही जनरेटिव एआई (जीएआई) एक परिवर्तनकारी शक्ति के रूप में उभर रहा है, जो समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने की शक्ति रखता है, लेकिन मौजूदा कानूनी ढाँचे और न्यायिक मिसालें जो एआई-पूर्व दुनिया के लिए तैयार की गई हैं, वह इस तेजी से विकसित हो रही तकनीक को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए संघर्ष कर सकती हैं।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: जनरेटिव एआई, सूचना प्रौद्योगिकी (मध्यस्थ दिशानिर्देश) नियम, बड़े भाषा मॉडल (एलएलएम), चैटजीपीटी, केएस पुट्टस्वामी निर्णय, डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम, 2023 आदि। मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: जनरेटिव एआई की भूमिका एवं उसके द्वारा उत्पन्न चुनौतियाँ, डिजिटल व्यक्तिगत डेटा संरक्षण अधिनियम (2023) के प्रमुख प्रावधान आदि। |
नवाचार को जवाबदेही के साथ संतुलित करने, डेटा अधिकार सुनिश्चित करने, उचित लाइसेंसिंग और दुरुपयोग के खिलाफ सुरक्षा के साथ-साथ जिम्मेदार विकास को बढ़ावा देने के लिए जनरेटिव कृत्रिम बुद्धिमत्ता (जीएआई) के लिए स्पष्ट कानूनी ढांचे की आवश्यकता हैं।
प्रश्न: भारत में मौजूदा कानूनी ढाँचों और न्यायिक मिसालों के लिए जनरेटिव एआई द्वारा उत्पन्न चुनौतियों की जाँच करें। इन चुनौतियों से निपटने के लिए संभावित समाधानों की चर्चा करें।
(15 अंक, 250 शब्द)
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments