हाल ही में उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा (Line of Control- LoC) के पास चल रहे आतंकवाद विरोधी अभियान में तीन अज्ञात आतंकवादी मारे गए हैं।
‘ऑपरेशन धनुष’ (Operation Dhanush)
उद्देश्य: नियंत्रण रेखा के पार से आतंकवादियों को कश्मीर घाटी में भेजने के प्रयासों का मुकाबला करना।
अलमट्टीबाँध
Almatti Dam
कर्नाटक के अलमट्टी बाँध (Almatti Dam) में जलस्तर बढ़ रहा है और 13 जुलाई तक इसमें 23,678 क्यूसेक जल आ चुका है।
अलमट्टी बाँध (Almatti Dam)
लाल बहादुर शास्त्री बाँध के बारे में: लाल बहादुर शास्त्री बाँध, जिसे आमतौर पर अलमट्टी बाँध के रूप में जाना जाता है, कृष्णा नदी पर स्थित एक जलविद्युत परियोजना है।
अवस्थिति: यह बाँध बीजापुर और बागलकोट जिलों की सीमा पर स्थित है।
प्राथमिक जलाशय: यह ऊपरी कृष्णा सिंचाई परियोजना का प्राथमिक जलाशय है।
सिंचाई: विद्युत उत्पादन के बाद सिंचाई के लिए नारायणपुर जलाशय में पानी छोड़ा जाता है।
ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म
e-office Platform
अपने 100 दिवसीय एजेंडे के भाग के रूप में, भारत सरकार ने 133 संबद्ध कार्यालयों, अधीनस्थ कार्यालयों और स्वायत्त निकायों में ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म लागू करने की योजना शुरू की है।
ई-ऑफिस प्लेटफॉर्म (e-office Platform)
नोडल मंत्रालय: कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय (भारत सरकार) इस पहल का नेतृत्व कर रहा है।
कार्यान्वयन एजेंसी: राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र (National Informatics Centre-NIC) ई-ऑफिस पहल के लिए कार्यान्वयन भागीदार के रूप में कार्य करेगा।
ई-ऑफिस के प्रमुख घटक
फाइल प्रबंधन प्रणाली (e-फाइल): यह प्रणाली कार्यप्रवाह आधारित प्रक्रियाओं और कुशल इलेक्ट्रॉनिक प्रबंधन को शुरू करके पारंपरिक फाइल प्रबंधन की क्षमताओं को बढ़ाती है।
ज्ञान प्रबंधन प्रणाली (Knowledge Management System- KMS): यह प्रणाली किसी संगठन के भीतर एक केंद्रीकृत दस्तावेज भंडार की शुरुआत करती है।
यह उपयोगकर्ताओं को वर्क फ्लो के भीतर इलेक्ट्रॉनिक दस्तावेज बनाने, प्रबंधित करने और ट्रैक करने में सक्षम बनाता है, जिससे दस्तावेज संस्करणों तथा इतिहास को आसानी से देखने एवं खोजने की सुविधा मिलती है।
वर्क फ्रॉम ऐनीव्हेअर (Work from Anywhere- WAW) पोर्टल: किसी भी स्थान से वर्चुअल कार्यालय तक पहुँच की सुविधा प्रदान करते हुए, यह पोर्टल कार्यालय संबंधी कार्यों के लिए एक केंद्रीकृत सेंटर के रूप में कार्य करता है, तथा अधिकारियों के लिए सुरक्षित कनेक्टिविटी सुनिश्चित करता है।
स्मार्ट परफॉरमेंस अप्रेजल रिपोर्ट रिकॉर्डिंग ऑनलाइन विंडो (Smart Performance Appraisal Report Recording Online Window- SPARROW): वार्षिक परफॉरमेंस अप्रेजल रिपोर्ट (Annual Performance Appraisal Reports- APAR) के प्रसंस्करण के लिए डिजाइन किया गया एक वेब आधारित उपकरण है।
यह कर्मचारियों को अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने की अनुमति देता है, जिसकी समीक्षा उनके आधिकारिक पदानुक्रम द्वारा की जाती है।
स्केयरवेयर (Scareware)
स्केयरवेयर (Scareware)
परिचय: स्केयरवेयर एक प्रकार का मैलवेयर है, जो सोशल इंजीनियरिंग का उपयोग करके उपयोगकर्ताओं को सॉफ्टवेयर डाउनलोड करने या संवेदनशील जानकारी प्रकट करने के लिए प्रेरित करता है।
डराने की रणनीति: डराने वाले सॉफ्टवेयर उपयोगकर्ताओं को खतरनाक संदेशों को भेजकर करके घबराहट और तात्कालिकता की भावना उत्पन्न करते हैं।
भ्रामक अलर्ट: यह उपयोगकर्ताओं को अलर्ट की वैधता की पुष्टि किए बिना जल्दबाजी में कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है।
इन संदेशों में अक्सर यह दावा किया जाता है कि पीड़ित के डिवाइस में वायरस, सिस्टम त्रुटियाँ या अन्य गंभीर समस्याएँ पाई गई हैं।
टिर्जेपेटाइड और सेमाग्लूटाइड (Tirzepatide and Semaglutide)
भारत के औषधि नियामक की विशेषज्ञ समिति ने वजन घटाने वाली नई दवा टिर्जेपेटाइड को लॉन्च करने की मंजूरी दे दी है।
टिर्जेपेटाइड और सेमाग्लूटाइड (Tirzepatide and Semaglutide)
परिचय: सेमाग्लूटाइड और टिर्जेपेटाइड पॉलीपेप्टाइड्स (सूक्ष्म प्रोटीन) हैं, जो शरीर में प्राकृतिक हार्मोन के स्तर को बढ़ाते हैं, विशेष रूप से ग्लूकागन जैसे पेप्टाइड 1 (GLP-1), जो मस्तिष्क और पाचन तंत्र दोनों को प्रभावित करके वजन को नियंत्रित करता है।
कार्य प्रणाली: ये पॉलीपेप्टाइड्स GLP-1 के स्तर को बढ़ाते हैं, जो आँत में रिलीज होने पर न्यूरॉन्स को सक्रिय करते हैं, जो आँत के कार्य को संशोधित करते हैं, जिससे अत्यधिक भोजन किए बिना भी परिपूर्णता/तृप्ति की अनुभूति होती है।
वे ग्लूकोज के स्तर को नियंत्रित करने में भी सहायता करते हैं, जिससे वे मधुमेह के उपचार में प्रभावी होते हैं।
हालाँकि सेमाग्लूटाइड केवल GLP-1 रिसेप्टर्स को लक्ष्य करता है, टिर्जेपेटाइड ग्लूकोज-निर्भर इंसुलिनोट्रोपिक पॉलीपेप्टाइड (Glucose Dependent Insulinotropic Polypeptide- GIP) नामक एक अन्य हार्मोन को बढ़ाता है, जो मस्तिष्क और वसा कोशिकाओं में रिसेप्टर्स के माध्यम से वजन को भी नियंत्रित करता है।
स्मारक सिक्के (Commemorative Coins)
हाल ही में केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने तमिलनाडु के पूर्व मुख्यमंत्री एम. करुणानिधि की जन्म शताब्दी के अवसर पर एक स्मारक सिक्का जारी किया।
स्मारक सिक्के
परिचय: स्मारक या औपचारिक सिक्के किसी विशेष घटना के स्मरण, किसी विशेष व्यक्ति के उत्सव अथवा किसी विशेष संदेश को आगे बढ़ाने के लिए जारी किए जाते हैं।
विशिष्ट: इनका डिजाइन विशिष्ट होता है, जो उस अवसर को दर्शाता है जिसके लिए इन्हें जारी किया गया था और ये अक्सर नियमित सिक्कों से भिन्न (आमतौर पर बड़े) मूल्यवर्ग के होते हैं।
जारीकरण: स्मारक सिक्के अक्सर बहुत कम मात्रा में जारी किए जाते हैं, और RBI द्वारा अप्रचलित संग्राहक वस्तुओं के रूप में रखे जाते हैं।
हालाँकि, कभी-कभी इनका उद्देश्य बड़े पैमाने पर प्रचलन भी हो सकता है।
यह किसी विशेष सिक्के को जारी करने के पीछे केंद्र की मंशा पर निर्भर करता है।
उद्देश्य: वे सरकार द्वारा फोकस किए गए किसी विशेष विषय या मुद्दे के इर्द-गिर्द प्रचार करते हैं। उदाहरण के लिए, वर्ष 1974 में इंदिरा गांधी सरकार ने ‘परिवार नियोजन’ थीम और किंवदंती वाला एक सिक्का जारी किया, जिसमें जनसंख्या नियंत्रण पर अपने केंद्रित प्रयासों को उजागर किया गया।
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