हाल ही में केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने भारतीय भाषाओं में शैक्षिक संसाधनों की उपलब्धता बढ़ाने के लिए प्रोजेक्ट अस्मिता (Project ASMITA) शुरू किया है।
प्रोजेक्ट अस्मिता (Project ASMITA)
पूर्ण रूप: अस्मिता (ASMITA) का पूर्ण रूप अनुवाद और अकादमिक लेखन के माध्यम से भारतीय भाषाओं में अध्ययन सामग्री का संवर्द्धन करना (Augmenting Study Materials in Indian Languages through Translation and Academic Writing)
उद्देश्य: भारतीय भाषाओं को शिक्षा प्रणाली में अधिक गहराई से एकीकृत करना, सीखने के अनुभव को समृद्ध बनाना और इसे अधिक समावेशी बनाना।
यह प्रोजेक्ट विभिन्न भारतीय भाषाओं में शैक्षिक सामग्री की पहुँच और गुणवत्ता में सुधार लाने की व्यापक रणनीति का हिस्सा है।
लक्ष्य: अस्मिता (ASMITA) का लक्ष्य अगले पाँच वर्षों में भारतीय भाषाओं में 22,000 पुस्तकें तैयार करना है।
सहयोग: यह UGC और भारतीय भाषा समिति, केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अंतर्गत एक उच्च स्तरीय समिति, की संयुक्त पहल है।
पहचान: इस प्रोजेक्ट का नेतृत्व करने के लिए 13 नोडल विश्वविद्यालयों का चयन किया गया है, जिन्हें विभिन्न क्षेत्रों के सदस्य विश्वविद्यालयों का समर्थन प्राप्त है।
मानक संचालन प्रक्रिया (SOP): UGC ने प्रत्येक निर्दिष्ट भाषा में पुस्तक-लेखन प्रक्रिया के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) विकसित की है।
SOP में नोडल अधिकारियों और लेखकों की पहचान, शीर्षकों, विषयों और कार्यक्रमों का आवंटन, साथ ही लेखन, संपादन, पांडुलिपि प्रस्तुतीकरण, समीक्षा और साहित्यिक चोरी की जांच, अंतिम रूप देना, डिजाइन, प्रूफरीडिंग और ई-प्रकाशन शामिल हैं।
स्थानीय शासन लेखा परीक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय केंद्र
(International Centre for Audit of Local Governance- iCAL)
भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (Comptroller and Auditor General- CAG) गिरीश चंद्र मुर्मू (Girish Chandra Murmu) ने गुजरात के राजकोट में स्थानीय शासन की लेखापरीक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय केंद्र (International Centre for Audit of Local Governance-iCAL) का उद्घाटन किया।
स्थानीय शासन की लेखापरीक्षा के लिए अंतरराष्ट्रीय केंद्र (iCAL)
परिचय: यह देश में अपनी तरह की पहली पहल है, जिसे स्थानीय शासन निकायों की लेखापरीक्षा के लिए वैश्विक मानक स्थापित करने के लिए तैयार किया गया है।
यह नीति निर्माताओं और लेखा परीक्षकों के लिए एक सहयोगी मंच के रूप में कार्य करेगा तथा लेखा परीक्षकों की क्षमता निर्माण के लिए उत्कृष्टता केंद्र के रूप में कार्य करेगा।
कार्य: यह वित्तीय प्रदर्शन का बेहतर मूल्यांकन करने और सेवा वितरण में सुधार करने के लिए स्थानीय सरकारी लेखा परीक्षकों की स्वतंत्रता को मजबूत करता है।
जमीनी स्तर पर शासन संबंधी मुद्दों से निपटने के लिए ज्ञान केंद्र और थिंक टैंक के रूप में कार्य करना।
भारत में iCAL की आवश्यकता
सहयोग को बढ़ावा देना: 2.5 लाख पंचायतों और 8,000 शहरी स्थानीय निकायों (Urban Local Bodies- ULB) के बीच सहयोग को बढ़ावा देना, ज्ञान के आदान-प्रदान की सुविधा प्रदान करना और सर्वोत्तम प्रथाओं को बढ़ावा देना।
वैश्विक संरेखण: वैश्विक प्रथाओं के अनुरूप, क्योंकि 40 देशों के पास अपने स्वयं के सर्वोच्च लेखा परीक्षा संस्थान (Supreme Audit Institutions- SAI) हैं।
निधि उपयोग में अकुशलताएँ (Fund Utilisation Inefficiencies): निधि उपयोग में अकुशलताएँ दूर करना, क्योंकि कई नगरपालिकाएँ नकदी प्रवाह प्रबंधन के लिए लेखापरीक्षित वित्तीय विवरणों का उपयोग नहीं करती हैं।
स्थानीय निकायों की वर्तमान लेखा परीक्षा प्रणाली
प्राथमिक लेखा परीक्षक: अधिकांश राज्य स्थानीय निकायों को राज्य सरकार द्वारा दी गई धनराशि के उपयोग का लेखा परीक्षण करने के लिए स्थानीय निधि लेखा परीक्षक (Examiner of Local Fund Accounts- ELFA) या स्थानीय निधि लेखा निदेशक (Director of Local Fund Accounts- DLFA) का उपयोग करते हैं।
अतिरिक्त लेखा परीक्षा: नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) पंचायती राज संस्थाओं (PRI) और शहरी स्थानीय निकायों (ULB) के सभी तीन स्तरों के लिए लेखा परीक्षा, खातों के रखरखाव और लेखा परीक्षा की देखरेख का संचालन भी करता है।
नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक की भूमिका: नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक ELFA/DLFA को नियंत्रण, पर्यवेक्षण और सलाहकार सहायता प्रदान करता है।
महामारी तैयारी नवाचारों का गठबंधन
Coalition of Epidemic Preparedness Innovation
हाल ही में केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने महामारी तैयारी नवाचारों का गठबंधन (Coalition of Epidemic Preparedness Innovations- CEPI) के अंतर्गत एशिया की पहली ‘प्री-क्लिनिकल नेटवर्क सुविधा’ का उद्घाटन किया।
महामारी तैयारी नवाचारों का गठबंधन (CEPI)
परिचय: इसे वर्ष 2017 में लॉन्च किया गया था, यह सार्वजनिक, निजी, परोपकारी और नागरिक संगठनों के बीच एक अभिनव सहयोग का प्रतिनिधित्व करता है।
स्थापना: इसकी स्थापना नॉर्वे और भारत की सरकारों द्वारा बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन, वेलकम ट्रस्ट और विश्व आर्थिक मंच के साथ मिलकर दावोस, स्विट्जरलैंड में की गई थी।
मिशन: इसका मिशन महामारी और सर्वव्यापी महामारी के खतरों के लिए टीकों और अन्य जैविक प्रतिकार के विकास में तेजी लाना है तथा यह सुनिश्चित करना है कि वे जरूरतमंद सभी लोगों के लिए सुलभ हों।
समर्थन: CEPI ने विभिन्न उच्च जोखिम वाले रोगाणुओं और रोग एक्स (X) जैसे संभावित भविष्य के खतरों को लक्षित करने वाले 50 से अधिक वैक्सीन कैंडीडेट्स या प्लेटफॉर्म प्रौद्योगिकियों के विकास का समर्थन किया है।
CEPI की वर्ष 2022-2026 के लिए पंचवर्षीय योजना के केंद्र में ‘100 डेज मिशन’ (100 Days Mission) है, जिसका उद्देश्य नए खतरों के खिलाफ सुरक्षित, प्रभावी और विश्व स्तर पर सुलभ टीकों के विकास के समय को घटाकर केवल 100 दिन करना है।
कैडमियम टेल्यूराइड
(Cadmium Telluride)
आईआईटी मंडी के एक अध्ययन के अनुसार, भारत में सौर सेल प्रौद्योगिकियों में कैडमियम टेल्यूराइड (CdTe) प्रौद्योगिकी का पर्यावरण पर सबसे कम प्रभाव पड़ता है।
कैडमियम टेल्यूराइड (Cadmium Telluride)
लचीलापन: CdTe को पतली चादरों पर जमा किया जा सकता है, जिससे लचीले फोटोवोल्टेइक (PV) पैनल बनाने में मदद मिलती है।
प्रकाश अवशोषण: CdTe सूर्य के प्रकाश को कुशलतापूर्वक अवशोषित कर इलेक्ट्रॉनों को मुक्त करता है, जिससे पतली चादरों का उपयोग संभव हो पाता है।
अनुप्रयोग: CdTe पतली फिल्म अवशोषक में अच्छे इलेक्ट्रॉनिक गुण होते हैं, जो सौर सेल क्रिया के लिए अनुकूल होते हैं।
नुकसान
विषाक्तता: कैडमियम अत्यधिक विषैला होता है।
दुर्लभता: टेल्यूरियम, एक दुर्लभ मृदा तत्त्व है, जिसे प्राप्त करना कठिन है तथा यह मुख्य रूप से जल के नीचे की चट्टानों में पाया जाता है।
एवियन इन्फ्लूएंजा पर उच्च स्तरीय विचार-मंथन सत्र
(High-Level Brainstorming Session on Avian Influenza)
हाल ही में पशुपालन एवं डेयरी विभाग (भारत सरकार) ने एवियन इन्फ्लूएंजा (Avian Influenza) पर एक उच्च स्तरीय विचार-विमर्श सत्र आयोजित किया।
एवियन इन्फ्लूएंजा पर उच्च स्तरीय विचार-मंथन सत्र
उद्देश्य: वन हेल्थ दृष्टिकोण का उपयोग करते हुए एवियन इन्फ्लूएंजा की निगरानी और टीकाकरण पर ध्यान केंद्रित करना।
लक्ष्य: निगरानी बढ़ाना, प्रतिक्रिया तंत्र में सुधार करना, तथा टीके के विकास को आगे बढ़ाना।
महत्त्व: यह सत्र एवियन इन्फ्लूएंजा के प्रबंधन के लिए समन्वित और व्यापक रणनीति की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम था।
एवियन इन्फ्लूएंजा
परिचय: बर्ड फ्लू या एवियन फ्लू एक वायरल संक्रमण है, जो मुख्य रूप से पोल्ट्री और कुछ जंगली पक्षियों को प्रभावित करता है और उनमें फैलता है।
बर्ड फ्लू वायरस के विभिन्न प्रकार कम-से-कम 100 पक्षी प्रजातियों में लंबे समय से प्रसारित हो रहे हैं तथा आमतौर पर इनसे उन्हें कोई विशेष नुकसान नहीं पहुँचा है।
प्रोजेक्ट स्ट्रॉबेरी
Project Strawberry
OpenAI कथित तौर पर उन्नत तर्क क्षमताओं के साथ एक नया AI मॉडल विकसित कर रहा है, जो संभावित रूप से AI परिदृश्य को बदल सकता है।
प्रोजेक्ट स्ट्रॉबेरी (Project Strawberry)
परिचय: OpenAI वर्तमान में एक नई तर्क तकनीक विकसित कर रहा है, जिसका कोडनाम ‘स्ट्रॉबेरी’ है, जिसे प्रोजेक्ट Q* का नया नाम माना जा रहा है।
स्ट्रॉबेरी का लक्ष्य AI मॉडल की योजना बनाने, स्वायत्त रूप से इंटरनेट पर खोज करने और गहन अनुसंधान करने की क्षमता को बढ़ाना है।
स्ट्रॉबेरी मॉडल के अनुप्रयोग
वैज्ञानिक सफलताएँ: उन्नत AI मॉडल प्रयोग कर सकते हैं, डेटा का विश्लेषण कर सकते हैं और नई परिकल्पनाएँ प्रस्तावित कर सकते हैं, जिससे संभावित रूप से वैज्ञानिक सफलताएँ मिल सकती हैं।
चिकित्सा अनुसंधान: चिकित्सा अनुसंधान में, AI दवा की खोज, आनुवंशिकी अध्ययन और व्यक्तिगत चिकित्सा विश्लेषण में सहायता कर सकता है।
गणितीय और इंजीनियरिंग चुनौतियाँ: AI जटिल गणितीय समस्याओं से निपट सकता है, इंजीनियरिंग गणनाओं में सहायता कर सकता है और सैद्धांतिक अनुसंधान में संलग्न हो सकता है।
रचनात्मक क्षेत्र: AI लेखन, कला और संगीत सृजन, वीडियो निर्माण और वीडियो गेम डिजाइन करने में योगदान दे सकता है।
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