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Lokesh Pal
August 24, 2024 03:07
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भारतीय प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक यात्रा के दौरान भारत और पोलैंड ने अपने द्विपक्षीय संबंधों को ‘रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ाने की बात की, जिससे रक्षा, सुरक्षा, व्यापार और प्रौद्योगिकी में सहयोग का एक नया युग शुरू हुआ।
यह ऐतिहासिक घटना 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड की पहली यात्रा थी तथा यह दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगाँठ के अवसर पर हुई।
भारत और पोलैंड के बीच दीर्घकालिक मैत्रीपूर्ण संबंध हैं, जो उच्च स्तरीय राजनीतिक संपर्कों और जीवंत आर्थिक भागीदारी पर आधारित हैं।
भारत और पोलैंड के बीच सहयोग के विकास में बाधा डालने वाले निम्नलिखित कारकों की पहचान की जा सकती है।
पिछले 45 वर्षों में भारत और पोलैंड की राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था में महत्त्वपूर्ण बदलाव हुए हैं। इस बीच, अंतरराष्ट्रीय संदर्भ बदल गया और दुनिया वैश्वीकरण के युग में प्रवेश कर गई। इससे एशिया और यूरोप पहले से कहीं अधिक आर्थिक रूप से एकीकृत हुए हैं।
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