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Lokesh Pal September 04, 2024 05:30 92 0
22-23 सितंबर, 2024 को होने वाला शिखर सम्मेलन वैश्विक कूटनीति और कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) में अंतर्राष्ट्रीय मानदंड-निर्माण में एक महत्त्वपूर्ण क्षण है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा आयोजित इस शिखर सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक डिजिटल कॉम्पैक्ट (Global Digital Compact – GDC) को आगे बढ़ाना है, जो डिजिटल विभाजन को संबोधित करने, सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को बढ़ावा देने तथा एक सुरक्षित और समावेशी डिजिटल वातावरण बनाए रखने के लिए एक सहयोगी बहु-हितधारक ढाँचा विकसित करना चाहता है। AI जैसी नई तकनीकों के अंतर्राष्ट्रीय शासन को बेहतर बनाने पर प्राथमिक रूप से ध्यान दिया जाएगा, ताकि वे मौलिक अधिकारों तथा मानवीय मूल्यों के अनुरूप हों। चूँकि डिजिटल तकनीकों का वैश्विक गतिशीलता पर प्रभाव बढ़ रहा है, इसलिए भारत को AI गवर्नेंस पर वैश्विक स्तर की वार्ता में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए तथा उसे एक बेहतर स्वरूप देना चाहिए।
भारत का ऐतिहासिक महत्त्व, भू-राजनीतिक भागीदारी और वैश्विक दक्षिण के प्रति प्रतिबद्धता इसे AI गवर्नेंस या गवर्नेंस को आकार देने के लिए महत्त्वपूर्ण बनाती है। भारत अपनी सामरिक उपस्थिति तथा कूटनीति का प्रयोग करके, गरीब देशों के सामने आने वाले विशेष मुद्दों से निपटकर अधिक निष्पक्ष और समावेशी डिजिटल भविष्य में योगदान दे सकता है।
मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्नकृत्रिम बुद्धिमत्ता गवर्नेंस क्या है ? यह भारत की वैश्विक स्थिति तथा डिजिटल नीतियों के सुदृढ़ीकरण में किस प्रकार सहायक है ? (10 अंक, 150 शब्द) |
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