100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

उपयोगकर्ता द्वारा निर्मित सामग्री के लिए डिजिटल प्लेटफॉर्म मालिकों का दायित्व

Lokesh Pal September 07, 2024 02:53 48 0

संदर्भ

हाल ही में टेलिग्राम के संस्थापक पावेल दुरोव को बाल यौन शोषण सामग्री, मादक पदार्थों की तस्करी और कानून प्रवर्तन के साथ असहयोग से संबंधित आरोपों में पेरिस में गिरफ्तार किया गया था। 

  • यह मामला डिजिटल प्लेटफॉर्म मालिकों की उनके ‘यूजर जेनेरेटेड कंटेंट’ (UGC) के प्रति जिम्मेदारी के बारे में महत्त्त्वपूर्ण प्रश्न उठाता है। 

यूजर जेनेरेटेड कंटेंट (User Generated Content-UGC)

  • यूजर जेनेरेटेड कंटेंट (UGC): ‘यूजर जेनेरेटेड कंटेंट’ किसी भी प्रकार के कंटेंट को संदर्भित करती है, जैसे कि टेक्स्ट, वीडियो, चित्र या समीक्षा, जो प्लेटफॉर्म के आधिकारिक कर्मचारियों अथवा कंटेंट निर्माताओं के बजाय प्लेटफॉर्म या सेवा के उपयोगकर्ताओं द्वारा तैयार एवं अपलोड की जाती है। 
    • उदाहरणों में सोशल मीडिया पोस्ट, टिप्पणियाँ, फोरम चर्चाएँ और फेसबुक, इंस्टाग्राम तथा यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर अपलोड की गई मीडिया शामिल हैं।

टेलिग्राम संस्थापक की गिरफ्तारी से जुड़ी चिंताएँ

  • डिजिटल युग में गोपनीयता और मुक्त भाषण: दुनिया भर की सरकारें तकनीकी कंपनियों और उनके अधिकारियों पर तेजी से कार्रवाई कर रही हैं, विशेष रूप से उन पर जो उपयोगकर्ता की गोपनीयता को प्राथमिकता देती हैं और डेटा तक पहुँच के लिए सरकारी माँगों को पूरा करने से इनकार करती हैं। 
    • इस प्रवृत्ति ने डिजिटल युग में गोपनीयता और मुक्त भाषण के भविष्य के बारे में चिंताएँ उत्पन्न कर दी हैं।
    • उदाहरण के लिए, इसी तरह के एक मामले में, विकिलीक्स के संस्थापक जूलियन असांजे को गिरफ्तार किया गया था और वर्गीकृत जानकारी के प्रकाशन से संबंधित आरोपों पर उन्हें संयुक्त राज्य अमेरिका को प्रत्यर्पित किया गया था। 
  • एन्क्रिप्शन पर विवाद
    • प्रचार में उपयोग: रूस और यूक्रेन संघर्ष में दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर प्रचार के लिए टेलिग्राम और इसी तरह के ऐप का उपयोग करने का आरोप लगाया है।
    • अवैध गतिविधियाँ: एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्मों की भी चल रहे संघर्ष के दौरान अवैध गतिविधियों के समन्वय में उनकी भूमिका के लिए आलोचना की जाती है।

एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन ऐप्स या सेवाओं से संबंधित समस्याएँ

  • एन्क्रिप्टेड संदेशों तक सीमित पहुँच: एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन वाले प्लेटफॉर्म अपनी सुरक्षित प्रकृति के कारण रिपोर्ट किए गए संदेशों को देख या उन पर कार्रवाई नहीं कर सकते हैं। 
    • एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन (End-to-end encryption- E2EE) सुरक्षित संचार की एक विधि है, जो तीसरे पक्ष को डेटा तक पहुँचने से रोकती है, जब डेटा एक सिस्टम से दूसरे सिस्टम में स्थानांतरित होता है। 
  • न्यूनतम मेटाडेटा रिकॉर्डिंग: ऐसे प्लेटफॉर्म जो बहुत कम या बिल्कुल भी मेटाडेटा रिकॉर्ड नहीं करते हैं, उन्हें उपयोगकर्ता डेटा के संबंध में कानून प्रवर्तन के साथ सहयोग करने में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। न्यूनतम मेटाडेटा संग्रहण उपयोगकर्ता इंटरैक्शन और पैटर्न की समझ को सीमित कर सकता है।
    • मेटाडेटा, डेटा के बारे में डेटा है। यह डेटा के बारे में जानकारी है, जो इसकी प्राथमिक सामग्री से परे संदर्भ या विवरण प्रदान करती है। इसमें ऐसी विशेषताएँ शामिल हैं, जैसे कि डेटा कैसे एकत्र किया गया था, इसे कहाँ संगृहीत किया गया है और इसका उपयोग कैसे किया जाता है।
  • निजी संचार की गोपनीयता: टेलिग्राम जैसे ऐप्स व्यक्तिगत और समूह चैट की गोपनीयता सुनिश्चित करते हैं तथा इन संदेशों पर प्रवर्तन कार्रवाइयों को सीमित करते हैं। 
    • हालाँकि, अपनी एन्क्रिप्शन नीतियों के बावजूद, टेलिग्राम सार्वजनिक चैनलों पर सामग्री की जाँच की अनुमति देता है। 
  • दुरुपयोग की संभावना: एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म का उपयोग अवैध गतिविधियों के लिए किया जा सकता है, जिससे कानूनी निगरानी जटिल हो सकती है। 
  • सामग्री मॉडरेशन में चुनौतियाँ: प्लेटफॉर्मों के लिए यूजर जेनेरेटेड कंटेंट (UGC) की निगरानी या प्रबंधन करना अधिक कठिन है।

‘सेफ हार्बर’ सिद्धांत

  • परिचय: सेफ हार्बर सिद्धांत एक कानूनी सिद्धांत है, जो ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों और मध्यस्थों को यूजर जेनेरेटेड कंटेंट (UGC) के लिए उत्तरदायी होने से बचाता है।
  • सेफ हार्बर सिद्धांत का मुख्य पहलू 
    • उत्तरदायित्व से सुरक्षा: प्लेटफॉर्मों को आमतौर पर सेफ हार्बर सिद्धांत के तहत यूजर जेनेरेटेड कंटेंट (UGC) के लिए उत्तरदायित्व से संरक्षित किया जाता है। 
    • तटस्थ मध्यस्थ की भूमिका: यह सिद्धांत इस बात पर जोर देता है कि प्लेटफॉर्म को अपने उपयोगकर्ताओं द्वारा पोस्ट की गई सामग्री के लिए तब तक जिम्मेदार नहीं ठहराया जाना चाहिए, जब तक वे तटस्थ मध्यस्थ के रूप में कार्य करते हैं और उस सामग्री के निर्माण में सक्रिय रूप से भाग नहीं लेते हैं या उसे नियंत्रित नहीं करते हैं। 

टेलिग्राम जैसे ऐप्स के लिए भारत में सेफ हार्बर प्रोटेक्शन पर प्रभाव 

  • कानूनी प्रवर्तन: भारत में IT नियमों का पालन नहीं करने वाले प्लेटफॉर्मों को कानूनी प्रवर्तन का सामना करना पड़ सकता है।
  • अवैध गतिविधियों की जाँच: केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय जबरन वसूली एवं जुआ जैसी अवैध गतिविधियों में कथित संलिप्तता के लिए टेलिग्राम की जाँच कर रहा है। 
  • विनियामक प्रवर्तन पर आम सहमति: हालाँकि, भारत में हितधारकों के बीच इस बात पर व्यापक सहमति है कि विनियामक उल्लंघनों के लिए व्यक्तिगत दायित्व नहीं लगाया जाना चाहिए। 
    • इसके बजाय, बार-बार अपराध करने पर अधिक जुर्माना लगाना या लगातार गैर-अनुपालन करने वाली संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाना अधिक प्रभावी हो सकता है। 

यदि संस्थापकों को व्यक्तिगत दायित्व का सामना करना पड़े तो संभावित परिणाम 

  • एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को अपनाना बढ़ाना: यदि प्लेटफॉर्म संस्थापकों को यूजर जेनेरेटेड कंटेंट (UGC) के लिए व्यक्तिगत उत्तरदायित्व का सामना करना पड़ता है, तो अधिक मैसेजिंग प्लेटफॉर्म एंड-टू-एंड एन्क्रिप्शन को अपना सकते हैं और कानून प्रवर्तन में मदद से बचने के लिए मेटाडेटा भंडारण को कम कर सकते हैं। 
  • विपणन उपकरण के रूप में एन्क्रिप्शन: प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने और गोपनीयता सुनिश्चित करने के लिए एन्क्रिप्शन का उपयोग विपणन उपकरण के रूप में कर रहे हैं। 
  • सरकारों के साथ बातचीत: प्रमुख मंच अपनी शक्ति के दुरुपयोग को रोकने के लिए नियम स्थापित करने हेतु सरकारों के साथ शीघ्रता से बातचीत कर सकते हैं। 
  • व्यापक चिंताएँ: बहस मुक्त भाषण से आगे बढ़कर संप्रभुता और प्लेटफॉर्मों को कैसे विनियमित किया जाता है, जैसे मुद्दों को भी शामिल करने लगी है। 

संभावित कार्रवाई का आह्वान

  • गोपनीयता संरक्षण: गोपनीयता को भी संरक्षित किया जाना चाहिए, अर्थात् प्लेटफॉर्मों को उपयोगकर्ता संचार की अत्यधिक निगरानी या अवरोधन से बचना चाहिए। 
    • उदाहरण के लिए, जब भारत में चुनावों के दौरान व्हाट्सऐप पर गलत सूचना का प्रसार हुआ, तो इस प्लेटफॉर्म ने संदेशों को एक साथ कई समूहों में अग्रेषित करने की क्षमता को सीमित कर दिया और समूह के आकार को छोटा कर दिया। 
  • अनुपालन और सहयोग: इसके अतिरिक्त, प्लेटफॉर्मों में कानून प्रवर्तन के साथ सहयोग करने के लिए अनुपालन अधिकारी या नामित प्रतिनिधि होने चाहिए, बशर्ते कि उचित प्रक्रिया का पालन किया जाए। 
    • ऐसे उपायों को सुनिश्चित करना तथा स्पष्ट प्रक्रियात्मक प्रोटोकॉल स्थापित करना मैसेजिंग प्लेटफॉर्मों के लिए मुख्य फोकस होना चाहिए। 
  • सख्त कंटेंट मॉडरेशन और विनियामक रुझान: सख्त कंटेंट विनियमन की ओर बदलाव बढ़ रहा है। 
    • उदाहरण: डिजिटल सेवा अधिनियम (DSA) का पारित होना। 

यूरोपीय संघ का डिजिटल सेवा अधिनियम (DSA) 

  • पारित: इसे जुलाई 2022 में यूरोपीय संसद द्वारा पारित किया गया। 
  • इसके बारे में: यह यूरोपीय संघ (EU) उपयोगकर्ताओं के लिए ऑनलाइन सुरक्षा और पारदर्शिता बढ़ाने के लिए बनाए गए नियमों का एक व्यापक सेट है। 
  • DSA के प्रमुख प्रावधान
    • सामग्री विनियमन: DSA ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों को अवैध या हानिकारक सामग्री को सक्रिय रूप से रोकने और हटाने का आदेश देता है, जिसमें घृणास्पद भाषण, आतंकवाद तथा बाल शोषण शामिल हैं। 
    • लक्षित विज्ञापन प्रतिबंध: ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को लक्षित विज्ञापन के लिए किसी व्यक्ति की विशेषताओं जैसे यौन अभिविन्यास, धर्म, नृजातीयता या राजनीतिक विश्वासों का उपयोग करने से प्रतिबंधित किया गया है। 
    • बच्चों की सुरक्षा: विज्ञापन लक्ष्यीकरण प्रतिबंधों के माध्यम से उन्हें अत्यधिक या अनुचित विज्ञापनों से बचाया जाता है।
    • एल्गोरिदम पारदर्शिता: प्लेटफॉर्मों को यह बताना होगा कि उनके एल्गोरिदम कैसे कार्य करते हैं और उनके द्वारा प्रदर्शित सामग्री पर उनका क्या प्रभाव पड़ता है।
    • बड़े प्लेटफॉर्मों के लिए सख्त नियम: बड़े ऑनलाइन प्लेटफॉर्मों, जिनकी पहुँच यूरोपीय संघ की 10% से अधिक आबादी तक है, को शोधकर्ताओं और अधिकारियों के साथ डेटा साझा करना होगा, संकट प्रतिक्रियाओं में सहयोग करना होगा और बाहरी ऑडिट से गुजरना होगा। 

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.