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भारत में 56 नए डॉपलर मौसम रडार

Lokesh Pal September 19, 2024 04:32 133 0

संदर्भ

केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार, देश में अगले कुछ वर्षों में 56 अतिरिक्त डॉपलर मौसम रडार शुरू किए जाएँगे। 

सम्बंधित तथ्य

  • भारत सरकार ने विशेष रूप से किसानों के लिए सुलभ मौसम पूर्वानुमान उपलब्ध कराने हेतु ऐप भी विकसित किए हैं। 
  • IMD महानिदेशक ने मिशन मौसम के लिए केंद्र के समर्थन पर जोर दिया, जो मौसम पूर्वानुमान में सहायता करता है। 
  • उन्होंने शहरी और ग्राम स्तरीय पूर्वानुमान प्रणालियों को बढ़ाने में मिशन की भूमिका पर भी जोर दिया। 
  • IMD ने वर्षा निगरानी केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 7,000 कर दी है तथा मानसून से पहले वास्तविक समय पूर्वानुमान में सुधार के लिए कार्य कर रहा है। 

रडार (RADAR) क्या है?

  • रडार (RADAR) शब्द ‘रेडियो डिटेक्शन एंड रेंजिंग’ (Radio Detection And Ranging) का संक्षिप्त रूप है। 
  • यह एक ऐसी तकनीक है, जो वस्तुओं का पता लगाने और उन वस्तुओं की सीमा, कोण या वेग को मापने के लिए रेडियो तरंगों का उपयोग करती है। 

रडार कैसे कार्य करता है?

  • रडार एक विशिष्ट दिशा में विद्युत चुंबकीय विकिरण का उत्सर्जन करके कार्य करता है।
  • जब यह स्पंदित तरंग किसी वस्तु से टकराती है, तो कुछ ऊर्जा परावर्तित होकर रडार इकाई में वापस चली जाती है।
  • तरंग को वापस आने में लगने वाले समय तथा उसकी शक्ति को मापकर, रडार का उपयोग यह पता लगाने के लिए किया जा सकता है कि कोई वस्तु कितनी दूरी पर है, वह किस दिशा में गति कर रही है, तथा यह भी कि वह किस प्रकार की वस्तु है। 

विद्युतचुंबकीय तरंगें क्या हैं?

  • विद्युतचुंबकीय तरंगें ऊर्जा तरंगें हैं, जो प्रकाश की गति से अंतरिक्ष में यात्रा करती हैं तथा इनमें दोलनशील विद्युत और चुंबकीय क्षेत्र शामिल होते हैं। 
  • रडार लंबी दूरी का पता लगाने और मौसम की निगरानी के लिए माइक्रोवेव, जो एक प्रकार की विद्युत चुम्बकीय तरंग है, का उपयोग करता है। 

डॉपलर  मौसम रडार क्या हैं?

  • डॉपलर  रडार (रेडियो डिटेक्शन एंड रेंजिंग) वस्तुओं की स्थिति, दिशा, ऊँचाई, तीव्रता और गति का पता लगाने के लिए माइक्रोवेव रेंज में विद्युत चुंबकीय तरंगों का उपयोग करता है। 

  • डॉपलर  सिद्धांत: रडार और किसी वस्तु के बीच सापेक्ष गति के कारण आवृत्ति में परिवर्तन को मापता है [डॉपलर  प्रभाव (Doppler effect)]। यदि वस्तुएँ पास आती हैं, तो आवृत्ति बढ़ जाती है। 
  • उद्देश्य: पैराबोलिक डिश एंटीना (Parabolic Dish Antenna) और फोम सैंडविच गोलाकार रेडोम (Foam Sandwich Spherical Radome) का उपयोग करके लंबी दूरी के मौसम पूर्वानुमान और निगरानी में सटीकता को बढ़ाना। 

  • अनुप्रयोग: वास्तविक समय में वर्षा, बादल निर्माण, आँधी और विद्युत का पता लगाता है। 
  • डॉपलर  रडार के प्रकार: तरंगदैर्ध्य के आधार पर वर्गीकृत (L, S, C, X, और K बैंड)।

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