भारतीय सेना पिनाका रॉकेट (Pinaka Rocket) जैसी स्वदेशी प्रणालियों के माध्यम से रेंज एवं सटीकता को बढ़ाकर अपनी युद्धक क्षमताओं का आधुनिकीकरण कर रही है।
पिनाका रॉकेट (Pinaka Rocket)
मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर: पिनाका एक मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर (Multi-Barrel Rocket Launcher) है, जो 44 सेकंड के भीतर 12 रॉकेट दागने में सक्षम है।
मल्टीपल लॉन्च रॉकेट सिस्टम (MLRS) एक प्रकार का तोपखाना है, जिसमें एक ही प्लेटफॉर्म पर कई लॉन्चर लगे होते हैं, जिससे यह अलग-अलग रेंज और वारहेड वाले कई रॉकेट दाग सकता है।
उदाहरण: भारत की पिनाका प्रणाली, रूस की ग्रैड (Grad) प्रणाली और अमेरिका की ‘हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम’ (HIMARS) प्रणाली।
उत्पत्ति: पिनाका रॉकेट प्रणाली को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) द्वारा 1980 के दशक के अंत में विकसित किया गया था ताकि इसे ‘ग्रैड’ जैसे रूसी निर्मित मल्टी-बैरल रॉकेट लॉन्चर के विकल्प के रूप में उपयोग किया जा सके।
युद्धक्षेत्र में पहली बार प्रयोग: इस प्रणाली को पहली बार वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के दौरान सफलतापूर्वक तैनात किया गया था।
संस्करण और रेंज
मार्क-I संस्करण: लगभग 40 किलोमीटर की रेंज।
पिनाका MK-I उन्नत: लगभग 60 किलोमीटर की रेंज।
पिनाका MK-II: 90 किलोमीटर की रेंज।
मार्क-II भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम से संबंधित नेविगेशन एवं नियंत्रण प्रणालियों को एकीकृत करता है, जिससे सटीकता एवं रेंज दोनों में वृद्धि होती है।
DRDO पिनाका-MK3 रॉकेट लॉन्चर के दो वेरिएंट पर कार्य कर रहा है।
पहला प्रकार: 120 किलोमीटर या उससे भी अधिक की रेंज।
इसके बाद के संस्करणों की रेंज 300 किलोमीटर होगी।
वैश्विक नवाचार सूचकांक 2024
वैश्विक नवाचार सूचकांक (Global Innovation Index-GII), 2024 में भारत 39वें स्थान पर है, जो वर्ष 2015 में 81वें स्थान पर था।
संबंधित तथ्य
पिछले 9 वर्षों में भारत की रैंकिंग में 42 पायदान का सुधार हुआ है।
यह 38 निम्न-मध्यम आय वाली अर्थव्यवस्थाओं में पहले स्थान पर है।
यह विकासशील देशों के बीच नवाचार में अपनी अग्रणी स्थिति को दर्शाता है।
वैश्विक नवाचार सूचकांक (GII)
वैश्विक नवाचार सूचकांक एक वार्षिक रैंकिंग है, जो देशों को उनकी नवाचार क्षमताओं एवं उपलब्धियों के आधार पर मूल्यांकन करती है।
प्रकाशक: इसे विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) द्वारा प्रकाशित किया जाता है।
क्षेत्रीय एवं वैश्विक उपलब्धियाँ
मध्य एवं दक्षिणी एशिया की 10 अर्थव्यवस्थाओं में भारत प्रथम स्थान पर है।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी (S&T) क्लस्टर रैंकिंग में भारत को चौथा स्थान प्राप्त हुआ है।
मुंबई, दिल्ली, बंगलूरू और चेन्नई जैसे प्रमुख शहर शीर्ष 100 वैश्विक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी समूहों में सूचीबद्ध हैं।
भारत अमूर्त संपत्ति गहनता में वैश्विक स्तर पर 7वें स्थान पर है, जिसमें नवाचार के लिए महत्त्वपूर्ण पेटेंट एवं ट्रेडमार्क शामिल हैं।
रैंक में वृद्धि में योगदान देने वाले कारक
नवाचार के लिए अनुकूल माहौल को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करना।
भारतीय नवप्रवर्तकों एवं उद्यमियों का योगदान।
विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) के बारे में
WIPO, बौद्धिक संपदा (IP) से संबंधित चर्चाओं एवं सेवाओं के लिए अंतरराष्ट्रीय मंच है।
स्थापना: इसकी स्थापना वर्ष 1967 में हुई थी।
उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य एक निष्पक्ष एवं प्रभावी अंतरराष्ट्रीय बौद्धिक संपदा प्रणाली विकसित करना है, जो सभी के लिए नवाचार एवं रचनात्मकता को बढ़ावा दे।
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