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एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल

Lokesh Pal October 08, 2024 04:09 69 0

संदर्भ

भारतीय वायु सेना (IAF), जिसके पास एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (Airborne Early Warning and Control- AEW&C) विमानों की कमी है, दो अलग-अलग कार्यक्रमों के तहत 12 विमानों की खरीद पर विचार कर रही है।

संबंधित तथ्य

  • कार्यक्रम 1: छः अतिरिक्त एम्ब्रेयर आधारित AEW&C प्रणालियाँ (नेत्रा Mk1A)।
  • कार्यक्रम 2: छः नई AEW&C Mk2 प्रणालियाँ, एयरबस A-321 विमान पर आधारित (DRDO द्वारा विकासाधीन)।

एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) के संबंध में 

  • AEW&C प्रणाली सेंटर फॉर एयरबोर्न सिस्टम्स (CABS), रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित और निर्मित हवाई निगरानी प्रणाली है।
    • इसे स्कैनिंग तथा निगरानी के लिए विमानों पर लगाया जाता है।
  • ऑपरेटरों को खतरों की पहचान करने और उनका आकलन करने तथा उन्हें अप्रभावी करने के लिए इंटरसेप्टर को निर्देशित करने में सक्षम बनाता है।

  • नेट-केंद्रित प्रणाली जिसमें कमांड और नियंत्रण कार्य होते हैं, जो जमीनी इकाइयों को सूचना प्रदान करते हैं तथा पर्यावरण संबंधी डेटा को एकीकृत करते हैं।
  • ऑपरेटरों के लिए इंटरसेप्टर का कुशलतापूर्वक चयन, आदेश और मार्गदर्शन करने हेतु एक कमांड सेंटर के रूप में कार्य करता है।
  • अनुवर्ती निर्देश: नेत्रा Mk1A (Netra Mk1A)
    • विमान: एम्ब्रेयर-आधारित AEW&C प्रणाली (मौजूदा नेत्रा प्रणालियों के समान)।
    • कवरेज: 240-डिग्री हवाई क्षेत्र कवरेज।
    • विशेषताएँ
      • स्वदेशी एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे (AESA) रडार।
      • दुश्मन के विमान, UAV तथा अन्य का पता लगाता है और उन्हें ट्रैक करता है।
      • नेट-केंद्रित कमांड और नियंत्रण प्रणाली के रूप में कार्य करता है, जो खतरे को बेअसर करने के लिए इंटरसेप्टर का मार्गदर्शन करता है।
    • वर्तमान स्थिति: वर्तमान में तीन सेवा में हैं, भविष्य में 6 और बनाने की योजना है।

विद्युत चुंबकीय निगरानी और हवाई वस्तुओं की ट्रैकिंग के लिए नेटवर्क (Network for Electromagnetic Surveillance and Tracking of Aerial Objects – NETRA)

  • नेत्रा एक एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल (AEW&C) प्रणाली है, जिसे भारतीय रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा भारतीय वायु सेना (IAF) के लिए विकसित किया गया है।
  • उद्देश्य: लंबी दूरी पर विमान, ड्रोन और गुब्बारे सहित हवाई वस्तुओं का पता लगाना और उन पर नजर रखना।
  • प्रौद्योगिकी: वास्तविक समय की निगरानी प्रदान करने के लिए उन्नत रडार सिस्टम और कृत्रिम बुद्धिमत्ता का उपयोग करती है।
  • क्षमताएँ: 10,000 किलोमीटर तक की ऊँचाई और 300 किलोमीटर की दूरी पर वस्तुओं का पता लगा सकता है और उनका पता लगा सकता है।

    • संशोधन: मामूली उन्नयन; DRDO-CABS द्वारा संशोधनों के साथ एम्ब्रेयर से खरीद।

एयरबोर्न सिस्टम्स केंद्र (Centre For Airborne Systems- CABS के बारे मे

  • यह बंगलूरू में DRDO की प्रयोगशाला है।
  • विभिन्न सेवाओं के लिए एयरबोर्न निगरानी प्रणालियों के लिए लागत प्रभावी समाधान प्रदान करता है
  • यह प्रणालियों की जटिल एयरबोर्न प्रणाली विकसित करने के लिए एक नोडल एजेंसी है।
  • साथ ही त्रि-सेवाओं के लिए एक पहचान मित्र और शत्रु (IFF) पूछताछकर्ता भी विकसित कर रहा है।

    • मौजूदा प्रणाली: नेत्रा AEW&C
      • एम्ब्रेयर विमान पर लगाया गया; DRDO-सेंटर फॉर एयरबोर्न सिस्टम्स (Centre For Airborne Systems- CABS) द्वारा विकसित किया गया है।
  • नई प्रणाली: AEW&C Mk2
    • विमान: एयरबस A-321।
    • कवरेज: 300-डिग्री हवाई क्षेत्र कवरेज।
    • विशेषताएँ
      • एयरबस द्वारा संशोधित, DRDO द्वारा विकसित रडार और प्रणालियों के साथ।
      • निम्न-उड़ान लक्ष्यों और उच्च-ऊँचाई वाले खतरों सहित स्थितिजन्य जागरूकता को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया।
    • वर्तमान स्थिति: अनुबंध वार्ता जारी है।

भारत द्वारा प्रयुक्त अन्य चेतावनी एवं नियंत्रण प्रणाली

फाल्कन एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम (Phalcon AWACS)

  • यह एक इजरायली रडार प्रणाली है, जिसका प्रयोग वायु प्रतिरक्षा (एयर डिफेंस) के लिए किया जाता है।
    • यह रडार, इलेक्ट्रॉनिक रूप से तरंग गमन के लिए ‘एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे’ (AESA) का प्रयोग करता है, जिससे यह रोटोडोम की आवश्यकता के बिना 360 डिग्री कवरेज प्रदान कर सकता है।
  • भारतीय वायु सेना (IAF) के पास तीन इजरायली EL/M-2090 फाल्कन AWACS हैं।
  • इसे रूसी मूल के इल्यूशिन-76 परिवहन विमान पर लगाया गया है और इसकी निगरानी क्षमताओं के कारण इसे कभी-कभी ‘आई in द स्काई- eye in the sky’ भी कहा जाता है।
  • पहचान: 370 किलोमीटर तक की दूरी पर कम उड़ान वाले विमानों का पता लगा सकता है, ट्रैक कर सकता है और पहचान सकता है।

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