अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) ने त्वरित नवाचार और अनुसंधान के लिए साझेदारी (PAIR) कार्यक्रम शुरू करने की घोषणा की है।
ANRF की पहली बैठक में प्रमुख पहलों की घोषणा
उच्च प्रभाव वाले क्षेत्रों में उन्नति के लिए मिशन (MAHA): EV मोबिलिटी, उन्नत सामग्री, सौर सेल तथा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा प्रौद्योगिकी जैसे प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में समाधान-संचालित अनुसंधान पर ध्यान केंद्रित करना।
ANRF उत्कृष्टता केंद्र (ACE): महत्त्वपूर्ण वित्तीय सहायता के साथ विश्व स्तरीय अनुसंधान केंद्रों की स्थापना करना।
त्वरित नवाचार और अनुसंधान के लिए भागीदारी (PAIR): हब-एंड-स्पोक मॉडल का उपयोग करके भारतीय विश्वविद्यालयों में अनुसंधान और नवाचार को बदलना।
ये पहल राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 के अनुरूप हैं और इनका उद्देश्य संपूर्ण भारत में अनुसंधान और विकास संबंधी परिवर्तन करना है।
अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन
स्थापना: अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF) अधिनियम 2023।
अनुशंसित: राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020
सर्वोच्च निकाय: भारत में वैज्ञानिक अनुसंधान के लिए रणनीतिक दिशा प्रदान करना।
उद्देश्य: अनुसंधान एवं विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना और उनका पोषण करना तथा भारतीय विश्वविद्यालयों, कॉलेजों, अनुसंधान संस्थानों और अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं में अनुसंधान एवं नवाचार की संस्कृति को बढ़ावा देना।
एकीकरण: वर्ष 2008 में स्थापित विज्ञान और इंजीनियरिंग अनुसंधान बोर्ड (SERB) को ANRF के अंतर्गत शामिल कर लिया गया है।
ANRF का शासी बोर्ड
अध्यक्षता: भारतीय प्रधानमंत्री।
उपाध्यक्ष: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा केंद्रीय शिक्षा मंत्री।
सदस्य सचिव: प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार।
अन्य सदस्य: विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, जैव प्रौद्योगिकी तथा वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान विभागों के सचिव।
कार्यकारी परिषद: अध्यक्ष के रूप में प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार।
मुख्य कार्य
अनुदान के लिए आवेदनों का मूल्यांकन करना।
बजट तैयार करना और फाउंडेशन के खाते बनाए रखना।
PAIR कार्यक्रम
उद्देश्य: त्वरित नवाचार और अनुसंधान के लिए साझेदारी (PAIR) कार्यक्रम का उद्देश्य सीमित अनुसंधान बुनियादी ढाँचे वाले भारतीय विश्वविद्यालयों में अनुसंधान और नवाचार क्षमताओं को बढ़ाना है।
भारत में अनुसंधान और विकास की स्थिति
GDP के प्रतिशत के रूप में अनुसंधान और विकास निवेश: भारत (0.64%) की तुलना में दक्षिण कोरिया (4.8%), यू.एस. (3.5%), जर्मनी (3.1%), और चीन (2.4%)।
सरकारी अनुसंधान और विकास निधि का क्षेत्रवार आवंटन:
DRDO (30.7%)
अंतरिक्ष विभाग (18.4%)
ICAR (12.4%)
परमाणु ऊर्जा विभाग (11.4%)
उच्च शिक्षा में वैश्विक रैंकिंग: भारत, यू.एस. और चीन के बाद वैश्विक स्तर पर तीसरी सबसे बड़ी उच्च शिक्षा प्रणाली है।
PhD सृजन: भारत वार्षिक रूप से लगभग 40,813 PhD का सृजन करके विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है।
शोध प्रकाशन (2022): 3,00,000 से अधिक आगत के साथ विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है।
यह एक मेंटरशिप-संचालित हब और स्पोक मॉडल के माध्यम से प्राप्त किया जाता है, जिसमें उच्च रैंकिंग वाले संस्थानों (हब) और उभरते संस्थानों (स्पोक) के बीच सहयोग शामिल है।
मंत्रालय: विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अधीन।
कार्यान्वयन निकाय: अनुसंधान राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन (ANRF), अधिनियम, 2023 के तहत स्थापित।
PAIR (हब और स्पोक मॉडल) की अवधारणा:
‘हब’ संस्थान: NIRF समग्र रैंकिंग में शीर्ष 25 संस्थान या NIRF में 26-50 रैंक वाले राष्ट्रीय महत्त्व के संस्थान।
परामर्शदाता के रूप में कार्य करना तथा संसाधनों और विशेषज्ञता तक पहुँच प्रदान करना।
‘स्पोक’ संस्थान: शीर्ष 200 (NIRF समग्र) या शीर्ष 100 (NIRF विश्वविद्यालय/राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय रैंकिंग) में स्थान पाने वाले केंद्रीय और राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय।
हब से संबंधित राज्य के बाहर कम-से-कम विकल्प मौजूद था, जिसमें NIRF की श्रेणी III से एक आशाजनक, लेकिन अयोग्य संस्थान को शामिल करने का विकल्प था।
बजट संरचना:
प्रति नेटवर्क अधिकतम वित्तपोषण: ₹100 करोड़।
हब संस्थानों को 30% आवंटित।
स्पोक संस्थानों को 70% आवंटित।
हब के रूप में कार्य करने वाले निजी संस्थानों को अपने आवंटित बजट का 25% योगदान करना होगा।
PAIR कार्यक्रम का उद्देश्य:
सहयोगात्मक मार्गदर्शन के माध्यम से एक मजबूत अनुसंधान पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित करना।
उभरते संस्थानों में अनुसंधान की गुणवत्ता और नवाचार को बढ़ावा देना। क्षेत्रीय विविधता को बढ़ावा देना और प्रभावशाली, वैश्विक रूप से प्रतिस्पर्द्धी अनुसंधान के लिए बुनियादी ढाँचे में सुधार करना।
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