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Lokesh Pal December 09, 2024 06:00 36 0
भारत की आर्थिक नीति संबंधी चर्चाओं में बेरोजगारी एक प्रमुख मुद्दा बनकर उभरा है। हाल ही में, आर्थिक सर्वेक्षण 2023-24 में भी इस बात पर प्रकाश डाला गया है कि भारत को अपने कार्यबल की बढ़ती माँग को पूरा करने के लिए वर्ष 2030 तक सालाना 78.5 लाख नए गैर-कृषि रोजगार सृजित करने की आवश्यकता है।
1. नवीन दृष्टिकोण: इन चुनौतियों से निपटने के लिए भारत निम्नलिखित नवीन शिक्षण विधियों को शामिल करने पर विचार कर सकता है:
भारत के सरकारी कौशल कार्यक्रमों में इन तरीकों को अपनाने से प्रशिक्षण की गुणवत्ता और परिणाम में सुधार हो सकता है।
2. मौजूदा प्लेटफार्मों का लाभ उठाना: स्टडी वेब्स ऑफ एक्टिव लर्निंग फॉर यंग एस्पायरिंग माइंड्स (स्वयं) और स्किल इंडिया डिजिटल हब (सिद्ध): भारत ने पहले ही निम्नलिखित प्लेटफॉर्म लॉन्च किए हैं:
भारत को मौजूदा समय में, बेरोजगारी की चुनौती से निपटने के लिए न केवल नई नौकरियों का सृजन करना आवश्यक है, बल्कि यह भी सुनिश्चित करना होगा कि कार्यबल सही कौशल से सुसज्जित हो।
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