एक काल्पनिक परिदृश्य जहाँ, एक अस्पताल में तकरीबन पाँच मरीज़ गंभीर रूप से बीमार हैं, इन मरीजों को जीवित रहने के लिए अंग प्रत्यारोपण की सख्त ज़रूरत है।
डॉ के मुताबिक यदि इन पांचों मरीजों के अंग का प्रत्यारोपण समय रहते नहीं किया गया तो उनकी मृत्यु निश्चित है। इसी दौरान, एक स्वस्थ व्यक्ति जो व्यक्ति A है, नियमित जाँच के लिए इस अस्पताल में प्रवेश करता है।
व्यक्ति A की जाँच करने पर, वरिष्ठ डॉक्टर ने पाया कि व्यक्ति A के अंग संभावित रूप से गंभीर रूप से बीमार उन पाँचों रोगियों की जान बचा सकते हैं।
वरिष्ठ डॉक्टर का दृष्टिकोण: उक्त संदर्भ मेंवरिष्ठ डॉक्टर का तर्क है कि व्यक्ति A के अंगों का उपयोग पाँचों रोगियों को बचाने के लिए किया जा सकता है। इतना ही नहीं उस अस्पताल के कुछ डॉक्टरों का मत है कि उक्त वरिष्ठ डॉक्टर द्वारा कही जा रही बात सही है।
जूनियर डॉक्टर का दृष्टिकोण: इसके विपरीत, कुछ जूनियर डॉक्टर व्यक्ति A के व्यक्तिगत अधिकारों, विशेष रूप से संविधान के अनुच्छेद 21 द्वारा गारंटीकृत जीवन के अधिकार पर दृढ़ रुख अपनाते हैं।
जूनियर डॉक्टरों का तर्क है कि व्यक्ति A ने ऐसा कोई भी कृत्य नहीं किया है जिसके कारण उसके अंगों का उपयोग दूसरे के जीवन को बचाने के लिए किया जाए, और इसलिए वरिष्ठ डॉक्टर द्वारा व्यक्ति A के अंगों का उपयोग करने का निर्णय गलत है।
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