100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

महासागर समन्वय तंत्र

Lokesh Pal February 04, 2025 01:20 129 0

संदर्भ

हाल ही में कैरेबियन और उत्तरी ब्राजील मग्नतट क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण समुद्री चुनौतियों का समाधान करने के लिए यूनेस्को के अंतर-सरकारी समुद्र विज्ञान आयोग द्वारा ‘महासागर समन्वय तंत्र’ (Ocean Coordination Mechanism-OCM) प्रारंभ किया गया था।

10-वर्षीय CLME+ रणनीतिक कार्रवाई कार्यक्रम (Strategic Action Program-SAP)

  • 10 वर्षीय CLME+SAP एक सहयोगात्मक पहल है, जो कैरेबियन और उत्तरी ब्राजील मग्नतट ‘लार्ज मरीन इकोसिस्टम’ (CLME+ क्षेत्र) में साझा जीवित समुद्री संसाधनों के सतत् प्रबंधन पर केंद्रित है।
  • यह आवास क्षरण, प्रदूषण और अस्थिर मत्स्यन प्रथाओं जैसी चुनौतियों का समाधान करने के लिए 20 से अधिक देशों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और क्षेत्रीय संगठनों को एक साथ लाता है।
  • SAP क्षेत्र में बेहतर शासन और संसाधन प्रबंधन के लिए प्राथमिकता रणनीतियों और कार्यों की रूपरेखा तैयार करता है।

महासागर समन्वय तंत्र 

  • अवधारणा और अनुमोदन: OCM को 10 वर्षीय CLME+ रणनीतिक कार्रवाई कार्यक्रम (CLME+ SAP) के भाग के रूप में विकसित किया गया था।
  • उद्देश्य: समुद्री संसाधनों के सतत् प्रबंधन के लिए एक सहयोगी शासन ढाँचा स्थापित करना।
  • प्राथमिक उद्देश्य
    • संधारणीय मत्स्यपालन (Sustainable Fisheries): OCM समुद्री संसाधनों की दीर्घकालिक संधारणीयता सुनिश्चित करने के लिए उत्तरदायी मत्स्यन प्रथाओं को बढ़ावा देता है।
    • पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली (Ecosystem Restoration): यह पहल महत्त्वपूर्ण समुद्री पारिस्थितिकी तंत्रों को बनाए रखने और उनकी सुरक्षा पर केंद्रित है।

यूनेस्को का अंतर-सरकारी महासागरीय आयोग (Intergovernmental Oceanographic Commission-IOC) 

  • IOC/UNESCO महासागर, तटीय और समुद्री संसाधन प्रबंधन को बढ़ाने के लिए समुद्री विज्ञान में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है।
  • इसके 150 सदस्य देश समन्वित कार्यक्रमों के माध्यम से एक साथ कार्य कर रहे हैं:
    • क्षमता विकास
    • महासागर अवलोकन और सेवाएँ
    • महासागर विज्ञान अनुसंधान
    • सुनामी चेतावनी प्रणाली
    • महासागर साक्षरता पहल
  • IOC आर्थिक, सामाजिक और सतत् विकास के लिए वैज्ञानिक ज्ञान और अनुप्रयोगों को आगे बढ़ाकर UNESCO के मिशन में योगदान देता है।
  • यह महासागर अनुसंधान और शासन के माध्यम से शांति और प्रगति को बढ़ावा देने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
  • IOC सतत् विकास के लिए महासागर विज्ञान के संयुक्त राष्ट्र दशक (2021-2030) के समन्वय के लिए जिम्मेदार है, जिसे ‘महासागर दशक’ (Ocean Decade) के रूप में भी जाना जाता है।

    • प्रदूषण नियंत्रण: इसका उद्देश्य समुद्री पर्यावरण को प्रभावित करने वाले प्रदूषकों का पता लगाना और उन्हें कम करने का प्रयास करना है। 
    • ‘ब्लू कार्बन’ विकास: OCM जलवायु परिवर्तन शमन में सहायता के लिए तटीय और समुद्री कार्बन सिंक के संरक्षण को प्रोत्साहित करता है।
    • समुद्री स्थानिक योजना: यह पहल महासागरीय स्थान के प्रभावी प्रबंधन और उपयोग के लिए रणनीतिक योजनाएँ विकसित करने का प्रयास करती है।
    • समुद्री संरक्षित क्षेत्र: समुद्री संरक्षित क्षेत्रों (Marine Protected Areas-MPAs) का विस्तार और उचित प्रबंधन जैव विविधता संरक्षण के लिए महत्त्वपूर्ण घटक हैं।
  • परिवर्तनकारी प्रयास: OCM को ‘नॉर्थ ब्राजील शेल्फ लार्ज मरीन इकोसिस्टम’ (North Brazil Shelf Large Marine Ecosystem-NBSLME) सहित व्यापक कैरेबियन क्षेत्र में एकीकृत महासागर प्रशासन को बढ़ाने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • सहयोग और हितधारक: इस पहल में व्यापक कैरेबियन क्षेत्र के देश शामिल हैं।
    • समुद्री संरक्षण और संसाधन प्रबंधन में प्रमुख हितधारक इसके कार्यान्वयन में योगदान देते हैं।
  • पहल की मिसाल: OCM पूर्व पहलों, जैसे कि प्रशांत द्वीप क्षेत्रीय महासागर नीति (Pacific Islands Regional Ocean Policy-PIROP) से प्रेरित है, जिसका उद्देश्य प्रशांत क्षेत्र में समुद्री संसाधनों का स्थायी प्रबंधन करना था।
    • उदाहरण के लिए, PIROP को अस्पष्ट लक्ष्यों, वित्तीय बाधाओं और एकीकृत प्रबंधन की कमी से जूझना पड़ा और इससे कमजोर समुदायों को समुद्री संसाधनों तक असमान पहुँच प्राप्त हुई।
  • वित्तपोषण
    • OCM ने अपनी गतिविधियों को समर्थन देने के लिए वैश्विक पर्यावरण सुविधा (Global Environment Facility-GEF) से वित्तपोषण प्राप्त किया है।
    • वर्ष 2024-2028 की अवधि के लिए UNDP/GEF PROCARIBE+ परियोजना के तहत 15 मिलियन डॉलर का समर्पित कोष आवंटित किया गया है।

कैरेबियन महासागर 

  • स्थान: कैरेबियन महासागर उत्तरी अटलांटिक महासागर का हिस्सा है।
    • यह मैक्सिको की खाड़ी के दक्षिण में और सारगेसो सागर के दक्षिण-पश्चिम में स्थित है।
  • कैरेबियन सागर से संलग्न राष्ट्र
    • ग्रेटर एंटीलीज (Greater Antilles): कैरेबियन सागर की सीमा क्यूबा, ​​जमैका, हिस्पानियोला (हैती और डोमिनिकन गणराज्य) और प्यूर्टोरिको से लगती है।
    • लेसर एंटीलीज (Lesser Antilles): इस क्षेत्र में वर्जिन द्वीपसमूह से लेकर त्रिनिदाद और टोबैगो तक का क्षेत्र शामिल है।
    • दक्षिण अमेरिका: कैरेबियन सागर वेनेजुएला और कोलंबिया से सीमा साझा करता है।
    • मध्य अमेरिका: पनामा, कोस्टारिका, निकारागुआ, होंडुरास, ग्वाटेमाला और बेलीज जैसे देश कैरेबियन की सीमा पर स्थित हैं।
    • मैक्सिको: मैक्सिको का पूर्वी तट भी कैरेबियन की सीमा पर स्थित है।
  • भौगोलिक सुविधाएँ
    • सबसे गहरा बिंदु: ‘केमैन ट्रफ’ कैरेबियन सागर का सबसे गहरा हिस्सा है, जो समुद्र तल से 7,686 मीटर (25,217 फीट) नीचे है।
    • मेसोअमेरिकन बैरियर रीफ: दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी बैरियर रीफ कैरेबियन में स्थित है।
      • यह मैक्सिको (Mexico), बेलीज (Belize), ग्वाटेमाला (Guatemala) और होंडुरास (Honduras) के तटों के साथ 1,000 किलोमीटर तक विस्तृत है।
    • प्रमुख खाड़ियाँ: कैरेबियन क्षेत्र की महत्त्वपूर्ण खाड़ियाँ शामिल हैं, जैसे कि- गोनावे की खाड़ी, वेनेजुएला की खाड़ी, डेरेन की खाड़ी, गोल्फो डे लॉस मॉस्किटोस, पारिया की खाड़ी और होंडुरास की खाड़ी।

महाद्वीपीय मग्नतट

  • महाद्वीपीय मग्नतट अपेक्षाकृत उथले जल का एक क्षेत्र है, जो आमतौर पर कुछ सौ फीट से भी कम गहरा होता है, जो भूमि को घेरता है।
  • यह कुछ स्थानों पर संकीर्ण या लगभग न के बराबर है; अन्य स्थानों पर, यह सैकड़ों मील तक विस्तृत है।

उत्तरी ब्राजील मग्नतट

  • स्थान: उत्तरी ब्राजील मग्नतट कैरेबियन सागर और अटलांटिक महासागर दोनों में विस्तृत एक समुद्री क्षेत्र है।
    • यह दक्षिण अमेरिका के उत्तरी तट के साथ विस्तृत है।
    • यह अमेजन और ओरिनोको नदियों के मुहाने के बीच स्थित है।
  • उत्तरी ब्राजील मग्नतट की सीमा से लगे राष्ट्र: ब्राजील का अमापा राज्य उत्तरी ब्राजील शेल्फ की सीमा से लगा हुआ है।
    • अन्य सीमावर्ती देशों में फ्रेंच गुयाना, सूरीनाम और गुयाना शामिल हैं।
  • भौगोलिक विशेषताएँ
    • दलदली तटरेखाएँ: इस क्षेत्र की विशेषता अमेजन और ओरिनोको नदियों के अवसाद के निक्षेपण द्वारा निर्मित दलदली तटरेखाएँ हैं।
    • तटीय दलदल और मैंग्रोव: इस क्षेत्र में समृद्ध पारिस्थितिकी तंत्र हैं, जिनमें विस्तृत मैंग्रोव प्रणालियाँ और तटीय दलदल शामिल हैं।
      • ये पारिस्थितिकी तंत्र जैव विविधता, तूफान से सुरक्षा और कार्बन भंडारण के लिए महत्त्वपूर्ण हैं।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.