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मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) एक्ट

Lokesh Pal February 19, 2025 02:52 114 0

संदर्भ

बॉम्बे उच्च न्यायालय ने एक महिला को मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (Medical Termination of Pregnancy-MTP) अधिनियम, 1971 द्वारा निर्धारित 24 सप्ताह की सीमा के बावजूद एक निजी अस्पताल में 25 सप्ताह की गर्भावस्था को समाप्त करने की अनुमति दी।

  • यह निर्णय चिकित्सीय और कानूनी आधार पर लिया गया, जिसमें भ्रूण संबंधी असामान्यताओं एवं प्रजनन अधिकारों पर विचार किया गया।

मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी (MTP) अधिनियम के बारे में

  • उत्पत्ति एवं उद्देश्य: वर्ष 1971 में अधिनियमित, MTP अधिनियम ने महिलाओं के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए विशिष्ट परिस्थितियों में गर्भपात को वैध बनाया।
    • यह गर्भपात को केवल परिवार नियोजन विधि या व्यक्तिगत निर्णय के रूप में अनुमति नहीं देता है।
  • यदि गर्भावस्था से महिला के जीवन को खतरा हो, गंभीर शारीरिक/मानसिक चोट लगे, या भ्रूण में गंभीर असामान्यताएँ हों, तो गर्भपात की अनुमति है।
  • वर्ष 2021 का संशोधन: 20 से 24 सप्ताह के बीच और 24 सप्ताह से अधिक की गर्भावस्था के लिए विशेष प्रावधान प्रदान किए गए।

MTP संशोधन अधिनियम, 2021 के प्रमुख प्रावधान

  • 20 सप्ताह तक: गर्भनिरोधक विफलता की स्थिति में विवाहित/अविवाहित महिलाओं के लिए अनुमति दी गई।
    • एक पंजीकृत चिकित्सक से अनुमोदन की आवश्यकता है।
  • 20 से 24 सप्ताह के बीच: दो पंजीकृत चिकित्सकों (Registered Medical Practitioners-RMP) से अनुमोदन की आवश्यकता है।
    • विशेष श्रेणियों पर लागू होता है जैसे:-
      • यौन उत्पीड़न, दुष्कर्म या अनाचार से पीड़ित लोग।
      • नाबालिग होने की स्थिति में।
      • वैवाहिक स्थिति में परिवर्तन  (गर्भावस्था के दौरान विधवापन/तलाक) का सामना करने वाली महिलाएँ।
      • शारीरिक दिव्यांगता या मानसिक बीमारियों से ग्रसित महिलाएँ।
      • भ्रूण विकृति के मामले, जहाँ बच्चे में गंभीर शारीरिक या मानसिक असामान्यताएँ होंगी। 
  • 24 सप्ताह से अधिक: केवल भ्रूण में गंभीर असामान्यता के मामलों में ही अनुमति दी जाती है।
    • राज्य सरकार द्वारा गठित मेडिकल बोर्ड से अनुमोदन की आवश्यकता होती है।
    • डॉक्टर महिला के जीवन, शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य या भ्रूण में गंभीर असामान्यताओं के जोखिम का आकलन करते हैं।
  • गोपनीयता खंड: गर्भपात कराने वाली महिला का नाम और विवरण, अधिकृत कानूनी संस्थाओं को छोड़कर, किसी के समक्ष प्रकट नहीं किया जाएगा।

प्रावधानों के विरुद्ध व्यक्त की गईं चिंताएँ 

  • निजी अस्पतालों तक सीमित पहुँच: MTP नियमों में निजी अस्पतालों में 24 सप्ताह से अधिक समय के बाद गर्भपात के लिए कोई श्रेणी नहीं है।
    • केवल सरकार द्वारा अनुमोदित सुविधाएँ ही 24 सप्ताह से अधिक समय के बाद गर्भपात कर सकती हैं, जिससे महिलाओं के पास विकल्प सीमित हो जाते हैं।
  • मेडिकल बोर्ड की मंजूरी के कारण देरी: गंभीर भ्रूण असामान्यताओं वाली महिलाओं को मेडिकल बोर्ड से मंजूरी लेनी पड़ती है, जिससे तत्काल मामलों में देरी होती है।
  • निजी स्वास्थ्य सेवा विनियमन में स्पष्टता की आवश्यकता: निजी अस्पतालों के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देशों की कमी के कारण कानूनी व्यवधान आते हैं और समय पर चिकित्सा देखभाल से इनकार किया जाता है।

गर्भावस्था की समाप्ति पर वैश्विक प्रथाएँ

  • फ्राँस: गर्भावस्था के 14 सप्ताह तक गर्भपात वैध है।
    • 14 सप्ताह के बाद, चिकित्सा कारणों से इसकी अनुमति है, जो मेडिकल बोर्ड द्वारा अनुमोदन के अधीन है।
  • संयुक्त राज्य अमेरिका (राज्यवार भिन्नता): रो बनाम वेड (Roe v. Wade) (1973) वाद में प्रारंभ में गर्भपात के अधिकार की गारंटी दी गई थी, लेकिन डॉब्स बनाम जैक्सन (2022) वाद में दिए गए निर्णय ने संघीय सुरक्षा को समाप्त कर दिया।
    • कुछ राज्य व्यवहार्यता (~24 सप्ताह) तक गर्भपात की अनुमति देते हैं, जबकि अन्य में कठोर प्रतिबंध या गर्भावधि सीमाएँ उपस्थित हैं।
  • यूनाइटेड किंगडम: गर्भपात अधिनियम 1967 के तहत 24 सप्ताह तक वैध है।
    • 24 सप्ताह से अधिक, इसकी अनुमति केवल तभी दी जाती है, जब महिला के जीवन को खतरा हो, भ्रूण में गंभीर असामान्यताएँ हों, या गंभीर शारीरिक/मानसिक नुकसान हो।

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