//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
April 24, 2025 03:59
12
0
लैंसेट प्लेनेटरी हेल्थ जर्नल में प्रकाशित एक नए अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि बढ़ते वैश्विक तापमान और CO2 के स्तर से चावल में आर्सेनिक की मात्रा में अधिक वृद्धि हो सकती है, जिससे वर्ष 2050 तक एशिया में लाखों लोगों के स्वास्थ्य को खतरा उत्पन्न हो सकता है।
यह निष्कर्ष जलवायु परिवर्तन के कारण खाद्य स्वास्थ्य संबंधी छिपे हुए जोखिमों के बढ़ने के कारण समन्वित कार्रवाई की तत्काल आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। समय रहते हस्तक्षेप न किए जाने पर, चावल में आर्सेनिक की मौजूदगी सदी के मध्य तक एशिया में एक बड़ा सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट बन सकती है।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments