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कोविड पश्चात् युग में महामारी संधि : भविष्य की आवश्यकता

Lokesh Pal April 29, 2025 05:30 16 0

संदर्भ:  

हाल ही में, विश्व स्वास्थ्य संगठन के 193 सदस्य देशों ने महामारी संधि (Pandemic Treaty) को अपनाया, जो कि तंबाकू नियंत्रण पर फ्रेमवर्क सम्मेलन (FCTC), 2003 के बाद दूसरी वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य संधि है।

मुख्य बिंदु

  • उद्देश्य: यह संधि कोविड-19 महामारी के दौरान विफलताओं की वैश्विक मान्यता से उभरी है, जिसका उद्देश्य छद्म एकजुटता से परे मजबूत वैश्विक सहयोग सुनिश्चित करना है।

संबधित चुनौतियाँ

  • आर्थिक हितों का प्रभाव: FCTC वार्ता की तरह ही, विशेष रूप से उच्च आय वाले देशों (एचआईसी) के आर्थिक और व्यापारिक हितों ने वैश्विक स्वास्थ्य उद्देश्यों को कमजोर कर दिया।
  • विवाद के मुख्य क्षेत्र: दो मुख्य विवादास्पद मुद्दे थे – टीकों, दवाओं और स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों तक समान पहुँच तथा पहली बार पता लगने वाले देश से रोगज़नक़ों को साझा करना।
  • उच्च आय वाले देशों द्वारा संरक्षणवाद: उच्च आय वाले देशों ने फार्मा मुनाफे को संरक्षित करने की माँग की और यहाँ तक ​​कि बाध्यकारी दायित्वों को कमजोर करने के लिए संधि की भाषा को “आपसी सहमति” से “स्वैच्छिक आपसी सहमति” में बदलने पर बल दिया।

कोविड-19 से सबक

  • वैक्सीन जमाखोरी: कोविड-19 के दौरान, अमीर देशों ने टीकों की जमाखोरी की, जबकि असुरक्षित आबादी से वायरस के वेरिएंट वैश्विक स्तर पर प्रसारित हुए, जिससे असमानता के खतरे का पता चलता है।
  • घरेलू आपातकालीन शक्तियाँ: विडंबना यह है, कि अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का विरोध करने वाले देशों के पास पहले से ही घरेलू कानून हैं (जैसे- अमेरिकी रक्षा उत्पादन अधिनियम, जर्मनी का महामारी कानून), जो उद्योगों को आपात स्थितियों में अनुपालन करने के लिए बाध्य करते हैं।

महामारी संधि के प्रमुख प्रावधान

  • वैक्सीन तक पहुँच: निर्माताओं को वैश्विक वितरण के लिए महामारी से संबंधित उत्पादों (टीके, दवाएँ, निदान) का कम-से-कम 20% विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को उपलब्ध कराना होगा।
  • सूचना साझा करना: संधि में उभरती महामारियों पर डेटा को समय पर साझा करने का प्रावधान है।
  • क्षमता निर्माण: इसमें विशेष रूप से निम्न और मध्यम आय वाले देशों (LMICमें उत्पादन की गति तथा पैमाने को बढ़ाने के लिए प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के प्रावधान शामिल हैं।
  • आपूर्ति शृंखला की निगरानी: पहली बार, विश्व स्वास्थ्य संगठन  (डब्ल्यूएचओ)  वितरण पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए मास्क और गाउन जैसी वैश्विक पीपीई आपूर्ति शृंखलाओं की निगरानी करेगा

विजन और संरचनात्मक लक्ष्य

  • महामारी की रोकथाम: यह संधि मानव, पशु और पर्यावरणीय स्वास्थ्य के बीच संबंधों को मान्यता देते हुए एक स्वास्थ्य दृष्टिकोण का समर्थन करती है।
  • स्वास्थ्य अवसंरचना को सुदृढ़ करना: इसमें भौगोलिक दृष्टि से विविध अनुसंधान एवं विकास क्षमताएँ, अनुसंधान के लिए रोगाणुओं तक पहुँच, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण तंत्र, स्वास्थ्य आपातकालीन कार्यबल जुटाना और वित्तीय समन्वय तंत्र का प्रस्ताव है।
  • लॉजिस्टिक्स नेटवर्क: एक नया वैश्विक लॉजिस्टिक्स ढाँचा स्वास्थ्य संकट के दौरान लचीली आपूर्ति शृंखलाओं को समर्थन देगा।
  • डब्ल्यूएचओ का अतिक्रमण: संधि स्पष्ट करती है, कि यह विश्व स्वास्थ्य संगठन को लॉकडाउन लगाने, टीकाकरण या नैदानिक ​​नीतियों को अनिवार्य करने या राष्ट्रीय कानूनों या यात्रा निर्णयों को बदलने का अधिकार नहीं देती है।

आलोचना

  • संधि की प्रशंसा: लॉरेंस गोस्टिन सहित सार्वजनिक स्वास्थ्य विद्वानों ने इसे कॉर्पोरेट लालच (corporate greed) पर सार्वजनिक हित की जीत के रूप में सराहा, विशेष रूप से जब इसे संशोधित अंतर्राष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों (आईएचआर) के साथ पढ़ा जाए
  • अमेरिका में राजनीतिक आलोचना: अमेरिका में दक्षिणपंथी राजनेताओं और मीडिया ने इस संधि का विरोध किया तथा इसे विश्व स्वास्थ्य संगठन की सत्ता हथियाने की कोशिश और संप्रभुता के लिए खतरा बताया
  • ट्रम्प प्रशासन द्वारा वापसी: राष्ट्रपति ट्रम्प के अधीन अमेरिका विश्व स्वास्थ्य संगठन से हट गया और संधि प्रक्रिया से बाहर हो गया, हालाँकि विडंबना यह है कि इससे अधिक सौहार्दपूर्ण वार्ता संभव हो सकी

आगे की राह

  • अमेरिका की गैर-भागीदारी: अमेरिका की अनुपस्थिति रोगाणु निगरानी और तकनीक-साझाकरण प्रणालियों में महत्त्वपूर्ण खामियाँ उत्पन्न करती है
  • क्षेत्रीय और राष्ट्रीय तंत्र को मज़बूत बनाना: संधि की प्रभावशीलता सुनिश्चित करने के लिए विश्व को अब क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना होगा तथा राष्ट्रीय क्षमता का निर्माण करना होगा।
  • वैश्विक एकजुटता: सूक्ष्मजीवी खतरों के सीमाओं से परे होने के साथ, महामारी संधि सामूहिक वैश्विक कार्रवाई और तैयारियों की नींव रखती है।

निष्कर्ष

महामारी संधि वैश्विक स्वास्थ्य सहयोग को मज़बूत करती है, पूर्व की विफलताओं को संबोधित करती है और समान पहुँच सुनिश्चित करती है। चुनौतियों के बावजूद यह एकजुटता, सूचना साझा करने और स्वास्थ्य बुनियादी ढाँचे पर बल देती है। 

मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न

“महामारी संधि एक खंडित विश्व में वैश्विक एकता का एक दुर्लभ क्षण है।”  सामूहिक वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देने में, विशेष रूप से कोविड पश्चात् युग में, इस संधि के महत्त्व का आलोचनात्मक विश्लेषण कीजिए ।

(15 अंक, 250 शब्द)

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