//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
May 16, 2025 05:30
14
0
मणिपुर में पिछले दो वर्षों से जारी संघर्ष व्यापक जान-माल की हानि और बड़े पैमाने पर विस्थापन का कारण बना है, फिर भी यह मुद्दा भारत की राष्ट्रीय प्राथमिकताओं की सूची में निचले पायदान पर है। राजनीतिक असहमति और प्रभावी सुरक्षा उपायों की कमी ने इस मानवीय संकट को और भी लंबा खींच दिया है, साथ ही जातीय तनाव को भी और अधिक बढ़ा दिया है।
मणिपुर के संकट को सुलझाने के लिए त्वरित और निष्पक्ष राजनीतिक सहभागिता के साथ-साथ नीतिगत सुधारों की आवश्यकता है, जो समुदायों में विश्वास बढ़ाए और राज्य संस्थाओं को सशक्त करे। स्थायी शांति और स्थिरता के लिए सतही राजनीतिक दृष्टिकोण से आगे बढ़ना जरूरी है।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments