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डीप ओशन मिशन

Lokesh Pal May 19, 2025 03:11 161 0

संदर्भ

भारत का पहला मानवयुक्त डीप ओशन मिशन ‘समुद्रयान’, जो मानवयुक्त पनडुब्बी वाहन ‘मत्स्य’ का उपयोग करके 6,000 मीटर की गहराई में जाएगा, वर्ष 2026 के अंत तक लॉन्च होने की उम्मीद है।

डीप ओशन मिशन (DOM) के बारे में

  • DOM भारत का महत्त्वाकांक्षी ‘अंडरवाटर एक्सप्लोरेशन’ कार्यक्रम है, जिसे केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (MoES) द्वारा क्रियान्वित किया जा रहा है।
  • यह भारत सरकार की ब्लू इकोनॉमी आधारित पहलों का समर्थन करने के लिए एक मिशन मोड परियोजना है।
  • वर्ष 2021 में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत, इस मिशन का बजट पाँच वर्ष के चरणबद्ध कार्यान्वयन के लिए लगभग ₹4,077 करोड़ है।

छह प्रमुख घटक

  • गहन समुद्र में खनन और मानवयुक्त पनडुब्बियों के लिए प्रौद्योगिकियों का विकास
    • मानवयुक्त पनडुब्बी ‘समुद्रयान’, जो वैज्ञानिक सेंसर के साथ 3 लोगों को 6,000 मीटर की गहराई तक ले जाता है।
    • एकीकृत खनन प्रणाली: मध्य हिंद महासागर में 6,000 मीटर पर पॉलीमेटेलिक नोड्यूल्स के खनन हेतु इसका प्रयोग किया जाएगा।
    • यह अंतरराष्ट्रीय समुद्र तल प्राधिकरण (UN) के तहत वाणिज्यिक दोहन के लिए तैयार है।

  • महासागर जलवायु परिवर्तन सलाहकार सेवाओं का विकास: जलवायु परिवर्तनशील अनुमानों (मौसमी से दशकीय) के लिए अवलोकन और मॉडल विकसित करना।
    • जलवायु लचीलापन और तटीय पर्यटन का समर्थन करता है।
  • गहन समुद्र में जैव विविधता की खोज और संरक्षण के लिए तकनीकी नवाचार: गहन समुद्री वनस्पतियों, जीवों और सूक्ष्म जीवों का जैव-पूर्वेक्षण सतत् उपयोग।
    • समुद्री मत्स्यपालन और संबद्ध सेवाओं के ‘ब्लू इकोनॉमी’ प्राथमिकता क्षेत्र का समर्थन करना।
  • गहन महासागर का सर्वेक्षण और अन्वेषण: हिंद महासागर की मध्य-महासागरीय धाराओं के साथ ‘बहु-धातु’ हाइड्रोथर्मल सल्फाइड की खोज करना।
  • महासागर से ऊर्जा और मीठा जल प्राप्त करना: अपतटीय महासागर थर्मल ऊर्जा रूपांतरण (OTEC) संचालित विलवणीकरण संयंत्र।
    • अपतटीय ऊर्जा विकास के ब्लू इकोनॉमी प्राथमिकता वाले क्षेत्र का समर्थन करना।
  • महासागर जीव विज्ञान के लिए उन्नत समुद्री स्टेशन: महासागर जीव विज्ञान और इंजीनियरिंग में मानव क्षमता विकास।
    • औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए ‘ऑन-साइट’ बिजनेस इनक्यूबेटर शामिल है।
    • समुद्री जीव विज्ञान, ब्लू ट्रेड और ब्लू मैन्युफैक्चरिंग के ब्लू इकोनॉमी प्राथमिकता वाले क्षेत्र का समर्थन करना।

मत्स्य-6000 सबमर्सिबल 

  • मत्स्य-6000 भारत की प्रमुख गहरे समुद्र में संचलन करने वाली पनडुब्बी है, जिसे 6,000 मीटर की गहराई तक पहुँचने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • चालक दल: इसमें तीन सदस्यों का दल होता है और यह अवलोकन, नमूना संग्रह और प्रयोग के लिए वैज्ञानिक सेंसर तथा उपकरणों से सुसज्जित है।

  • चेन्नई के राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान (NIOT) द्वारा विकसित।
    • टाइटेनियम मिश्र धातु से निर्मित इस पनडुब्बी को 6,000 बार तक का दाब सहने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • विशेषताएँ: इसे उच्च दाब का सामना करने के लिए डिजाइन किया गया है और इसमें सभी दिशाओं में गति के लिए प्रोपेलर, चालक दल के अवलोकन के लिए व्यूपोर्ट तथा ध्वनिक प्रणालियों के माध्यम से संचार होता है।
    • मत्स्य 6000 में रिमोट संचालित वाहन (ROV) और स्वायत्त रिमोट वाहन (AUV) दोनों की विशेषताएँ शामिल हैं।
  • भारत का लक्ष्य उन अन्य देशों में शामिल होना है, जिन्होंने सफलतापूर्वक गहरे समुद्र में चालक दल के मिशनों का संचालन किया है, जैसे कि USA, रूस, चीन, फ्राँस और जापान।

डीप ओशन मिशन का महत्त्व 

  • सामरिक उन्नति: स्वदेशी गहरे समुद्र की प्रौद्योगिकियों का विकास, भारत को 6,000 मीटर गहरी क्षमता युक्त मानवयुक्त पनडुब्बी क्षमताओं वाले कुछ देशों में स्थान दिलाता है एवं समुद्री सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को बढ़ाता है।
  • आर्थिक विकास: गहन समुद्र में खनिजों की खोज को सक्षम करके, समुद्री व्यापार को बढ़ावा देकर और जहाज निर्माण तथा MSME क्षेत्रों में रोजगार सृजन करके भारत की ब्लू इकोनॉमी का समर्थन करता है।
  • पर्यावरणीय स्थिरता: समुद्री संसाधनों के सतत् उपयोग और जैव विविधता संरक्षण को बढ़ावा देकर संयुक्त राष्ट्र के महासागर विज्ञान दशक (वर्ष 2021-2030) में योगदान देता है।
  • जलवायु समझ: जलवायु अनुमानों के लिए मॉडल विकसित करता है, तटीय पर्यटन और जलवायु परिवर्तन सलाहकार सेवाओं में सहायता करता है।
  • संसाधन सुरक्षा: OTEC-संचालित विलवणीकरण के माध्यम से अपतटीय ऊर्जा और मीठे जल के समाधानों की खोज करता है, जिससे स्थलीय संसाधनों पर निर्भरता कम होती है।
  • क्षमता निर्माण: अनुसंधान और व्यवसाय इनक्यूबेटरों के माध्यम से समुद्री जीव विज्ञान विशेषज्ञता और औद्योगिक नवाचार को बढ़ाता है तथा ‘ब्लू मैन्युफैक्चरिंग’ का समर्थन करता है।

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