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संक्षेप में समाचार

Lokesh Pal May 29, 2025 05:59 75 0

AMCA लड़ाकू जेट निष्पादन मॉडल

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भारत के उन्नत मध्यम लड़ाकू विमान (Advanced Medium Combat Aircraft- AMCA) परियोजना के लिए निष्पादन मॉडल को मंजूरी दे दी है।

AMCA फाइटर जेट परियोजना के बारे में

  • यह भारत की पहली स्वदेशी पाँचवीं पीढ़ी की फाइटर जेट परियोजना है।
  • इसे गंभीर मिशन, निकट संघर्ष, स्विंग-रोल एवं सटीक हमले करने के लिए डिजाइन किया गया है।
  • परियोजना की मुख्य विशेषताएँ
    • स्टील्थ तकनीक: इसमें रडार दृश्यता को कम करने के लिए एक आंतरिक हथियार एवं डायवर्टरलेस सुपरसोनिक इनटेक (Diverterless Supersonic Intake- DSI) शामिल है।
    • ट्विन-इंजन पॉवर: MK1 संस्करण में जनरल इलेक्ट्रिक F-414 इंजन का उपयोग किया जाएगा, जबकि यह MK2 संस्करण में फ्राँस के सरन के साथ सह-विकसित एक अधिक शक्तिशाली इंजन होगा।
    • रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation- DRDO) के तहत एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (Aeronautical Development Agency- ADA) सार्वजनिक एवं निजी भारतीय उद्योग के अभिकर्ताओं के साथ साझेदारी में इस परियोजना का नेतृत्व करेगी।
  • रणनीतिक महत्त्व
    • पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों के क्लब में भारत का प्रवेश – जो वर्तमान में अमेरिका, रूस एवं चीन तक सीमित है, एयरोस्पेस प्रौद्योगिकी में भारत की रक्षा क्षमताओं तथा आत्मनिर्भरता (आत्मनिर्भरता) को मजबूत करता है।
    • भारत-प्रशांत क्षेत्र में बढ़ते खतरों के खिलाफ भारत की वायु क्षेत्र संबंधी श्रेष्ठता बनाए रखने में मदद करता है।

स्टील्थ तकनीक क्या है?

  • यह एक उन्नत तकनीक एवं सामग्री है, जिसका उपयोग वाहनों या किसी भी वस्तु को रडार, इन्फ्रारेड, सोनार तथा इलेक्ट्रोमैग्नेटिक सर्विलांस टूल जैसी पहचान विधियों द्वारा कम पता लगाने योग्य बनाने के लिए किया जाता है।
  • इसे निम्न-अवलोकनीय तकनीक के रूप में भी जाना जाता है।
  • उपयोग: मिसाइलों, सैन्य विमानों एवं जहाजों में उपयोग किया जाता है।

सुमी क्षेत्र

रूसी सेना ने पूर्वोत्तर यूक्रेन के सुमी क्षेत्र में चार गाँवों (नोवेनके, बासिवका, वेसेलिवका एवं जुरावका) पर अधिकार कर लिया है।

सुमी क्षेत्र के बारे में

  • यह पूर्वोत्तर यूक्रेन में स्थित है, जो रूस के कुर्स्क, ब्रांस्क एवं बेलगोरोड ओब्लास्ट की सीमा पर है।
  • प्सेल (Psel) नदी के तट पर स्थित है।
  • सीमा 
    • यह यूक्रेन के चेर्निहिव एवं खार्किव क्षेत्रों से संलग्न है।
  • सुमी क्षेत्र का सामरिक महत्त्व
    • सीमा से निकटता: रूस से निकटता, जो इसे सैन्य अभियानों के लिए महत्त्वपूर्ण बनाती है।
    • सैन्य पहुँच: यूक्रेन एवं रूस के बीच सीमा पार हमलों के लिए मुख्य प्रवेश बिंदु।
  • देस्ना नदी – इस क्षेत्र से होकर बहने वाली सबसे बड़ी नदी।

इंटरपोल का सिल्वर नोटिस

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (Central Bureau of Investigation- CBI) ने हाल ही में दो भगोड़ों के विरुद्ध इंटरपोल सिल्वर नोटिस जारी किया।

  • भारत का पहला सिल्वर नोटिस दिल्ली में फ्राँसीसी दूतावास में कार्मिक वीजा एवं स्थानीय कानून अधिकारी के विरुद्ध जारी किया गया था, जिस पर कथित तौर पर वीजा धोखाधड़ी करने का आरोप है।

सिल्वर नोटिस के बारे में

  • ये नए रंग-कोडित नोटिस हैं, जो दुनिया भर में किसी व्यक्ति की संपत्ति की पहचान, पता लगाने, प्राप्त करने एवं निगरानी करने में सक्षम बनाते हैं।
    • यह इंटरपोल की रंग-कोडित चेतावनी प्रणाली का नवीनतम नोटिस है।
  • लक्ष्य: सिल्वर नोटिस का उद्देश्य वित्तीय अपराधों से निपटने में वैश्विक सहयोग को बढ़ाना है।
  • उद्देश्य: नोटिस सदस्य देशों को आपराधिक रूप से प्राप्त संपत्तियों जैसे- संपत्ति, वाहन, वित्तीय खाते, व्यवसाय की पहचान, पता लगाने एवं उन्हें पुनर्प्राप्त करने में सहायता करता है।
  • आपराधिक गतिविधियों का दायरा: सिल्वर नोटिस विशेष रूप से धोखाधड़ी, भ्रष्टाचार, मादक पदार्थों की तस्करी, पर्यावरण अपराधों से जुड़े मामलों में उपयोगी होते हैं।

इंटरपोल नोटिस के बारे में

  • ये अंतरराष्ट्रीय चेतावनियाँ हैं, जिनका उपयोग पुलिस बल अन्य देशों के साथ अपराधों, अपराधियों एवं खतरों के बारे में जानकारी साझा करने के लिए करते हैं।

लद्दाख अधिवास नीति

केंद्र सरकार लद्दाख के लिए एक नई अधिवास नीति पर विचार कर रही है, जो लद्दाख के निवासियों की अधिवास स्थिति निर्धारित करेगी।

प्रस्तावित नीति

  • जो नागरिक वर्ष 2019 से लगातार 15 वर्षों तक लद्दाख में निवास कर रहे हैं, उन्हें वर्ष 2034 से अधिवासित माना जाएगा।
  • वर्ष 2019 के बाद लद्दाख में बसने वाले लोग 15 वर्ष के प्रवास (यानी वर्ष 2034 के बाद) के बाद ही अधिवास के लिए पात्र होंगे।
  • नीति राजपत्रित सरकारी पदों के लिए 5% पात्रता को परिभाषित करती है।

पृष्ठभूमि एवं माँगें

  • अनुच्छेद-370 के निरस्त होने के बाद वर्ष 2019 में लद्दाख केंद्रशासित प्रदेश बन गया।
  • वर्ष 2020 में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए, जिसमें निम्नलिखित माँगें शामिल थीं:
    • लद्दाख के लिए राज्य का दर्जा
    • छठी अनुसूची में शामिल करना (आदिवासी सुरक्षा उपाय)
    • स्थानीय लोगों के लिए नौकरी में आरक्षण
    • लेह एवं कारगिल के लिए अलग संसदीय सीटें।

जम्मू-कश्मीर नीति से तुलना

  • जम्मू-कश्मीर की वर्ष 2020 की नीति 15 वर्ष तक निवास करने वाले या 7 वर्ष तक अध्ययन करने वाले एवं कक्षा 10/12 की परीक्षा देने वाले छात्रों को मूल निवासी के रूप में अर्हता प्राप्त करने की अनुमति देती है।
  • जम्मू-कश्मीर में 10 वर्ष तक तैनात केंद्रीय सरकारी अधिकारियों के बच्चे भी पात्र हैं।
  • जम्मू-कश्मीर की नीति में कोई समय सीमा संबंधी तिथि नहीं है, जबकि लद्दाख का आधार वर्ष 2019 है।

माउंट कंचनजंगा

सिक्किम के मुख्यमंत्री ने केंद्रीय गृह मंत्री को लिखे पत्र में केंद्र से आग्रह किया है कि वह नेपाल सरकार से सभी पर्वतारोहण गतिविधियों पर प्रतिबंध लगाने का आग्रह करके माउंट कंचनजंगा की पवित्रता सुनिश्चित करे। 

  • हाल ही में राष्ट्रीय पर्वतारोहण एवं साहसिक खेल संस्थान (National Institute of Mountaineering and Adventure Sports- NIMAS) की एक टीम ने नेपाल की ओर से चोटी पर चढ़ाई की है। 

माउंट कंचनजंगा के बारे में:

  • अर्थ: माउंट कंचनजंगा नाम का तिब्बती में अर्थ है, “बर्फ से ढकी पाँच खजानों की पहाड़ी”। 
  • ऊँचाई: माउंट कंचनजंगा दुनिया का तीसरा सबसे ऊँचा पर्वत है एवं समुद्र तल से 8,568 मीटर (28,169 फीट) ऊपर भारत की सबसे ऊँची चोटी है।
  • स्थान: यह पूर्वी हिमालय में नेपाल (तपलजंग जिला) एवं सिक्किम (भारत) की सीमा पर स्थित है। 
  • उपस्थिति: संपूर्ण माउंट कंचनजंगा पर्वतमाला को लोकप्रिय रूप से “स्लीपिंग बुद्धा” के रूप में जाना जाता है क्योंकि इसकी विभिन्न चोटियाँ बुद्ध के विभिन्न भागों का निर्माण करती हुई प्रतीत होती हैं। 
  • कंचनजंगा मैसिफ: यह एक विशाल क्रॉस के रूप में है, जिसमें चार मुख्य चोटियाँ (कंचनजंगा मेन, यालुंग कांग, कंचनजंगा सेंट्रल एवं अन्य) हैं, जो पर्वतमालाओं से जुड़ी हुई हैं।
  • धार्मिक महत्त्व: इस पर्वत को सिक्किम के प्रमुख संरक्षक एवं रक्षक-देवता के निवास के रूप में माना जाता है, जिन्हें ‘जो-नगा’ के नाम से जाना जाता है। 
    • ‘जो-नगा’ को सिक्किम की अलौकिक संस्थाओं के प्रमुख या ‘फो-लाहा’ के रूप में पूजा जाता है। 
  • पर्वतारोहण: इस पर्वत पर पहली बार वर्ष 1955 में ब्रिटिश अभियान द्वारा पर्वतारोहण किया गया था। 
    • सिक्किम सरकार ने पवित्र पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 के तहत वर्ष 1998 एवं वर्ष 2001 में अधिसूचनाओं के माध्यम से माउंट कंचनजंगा पर सभी चढ़ाई गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। 
  • विश्व धरोहर स्थल: माउंट कंचनजंगा सहित कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान UNESCO की मिश्रित विश्व धरोहर स्थल है, जिसे वर्ष 2016 में आधिकारिक दर्जा दिया गया था।

भारत में शहद उत्पादन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात में मधुमक्खियों, मधुमक्खी पालन एवं शहद उत्पादन की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। 

भारत में शहद उत्पादन

  • पिछले 11 वर्षों में शहद उत्पादन 75,000 मीट्रिक टन से बढ़कर 1.25 लाख मीट्रिक टन हो गया है (60% वृद्धि)। भारत अब दुनिया में शीर्ष शहद उत्पादक देशों में शामिल है। 
    • चीन दुनिया में शहद का सबसे बड़ा उत्पादक एवं निर्यातक है। 
  • शीर्ष शहद उत्पादक राज्य: उत्तर प्रदेश, गुजरात, जम्मू एवं कश्मीर, पश्चिम बंगाल तथा अरुणाचल प्रदेश।
  • विश्व मधुमक्खी दिवस: विश्व मधुमक्खी दिवस प्रत्येक वर्ष 20 मई को एंटोन जानसा की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है, जिन्होंने मधुमक्खी पालन के कौशल में महारत हासिल की है। 
    • विश्व मधुमक्खी दिवस वर्ष 2025 का विषय है “प्रकृति से प्रेरित मधुमक्खी हम सभी का पोषण करती है”।
  • छत्तीसगढ़ का सोनहनी शहद: छत्तीसगढ़ में आदिवासी किसान सोनहनी नामक शुद्ध जैविक शहद बना रहे हैं। 
    • इस शहद को बनाने के लिए केवल जंगल के फूलों का उपयोग किया जाता है।

मीठी क्रांति

  • मीठी क्रांति एक सरकारी पहल है, जिसका उद्देश्य मधुमक्खी पालन को बढ़ावा देना है।
  • मीठी क्रांति का प्राथमिक उद्देश्य शहद उत्पादन को बढ़ावा देना एवं किसानों की आय में वृद्धि करना है।

शहद मिशन कार्यक्रम

  • खादी एवं ग्रामोद्योग आयोग (Khadi and Village Industries Commission- KVIC) द्वारा शुरू किया गया।
  • नोडल मंत्रालय: सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय (Ministry of Micro, Small and Medium Enterprises- MSME), भारत सरकार।
  • प्रारंभ वर्ष: 2017।

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