100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

त्वचा रोगों पर विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) का प्रस्ताव

Lokesh Pal June 20, 2025 01:05 14 0

संदर्भ

अपने इतिहास में पहली बार, 78वीं विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) ने सर्वसम्मति से ‘त्वचा रोग एक वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकता’ (Skin diseases as a global public health priority) शीर्षक नाम से एक प्रस्ताव पारित किया है।

विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) के बारे में

  • विश्व स्वास्थ्य सभा (WHA) विश्व स्वास्थ्य संगठन का निर्णयकारी निकाय है। इसमें सभी WHO सदस्य देशों के प्रतिनिधिमंडल भाग लेते हैं।
  • आयोजन: WHA का आयोजन प्रत्येक वर्ष जिनेवा, स्विटजरलैंड में होता है।
  • एजेंडा: यह सभा WHO कार्यकारी बोर्ड द्वारा तैयार किए गए एक विशिष्ट स्वास्थ्य एजेंडे का पालन करती है।
  • मुख्य कार्य: विश्व स्वास्थ्य सभा के मुख्य कार्य संगठन की नीतियों का निर्धारण करना, महानिदेशक की नियुक्ति करना, वित्तीय नीतियों की निगरानी करना और प्रस्तावित कार्यक्रम बजट की समीक्षा करना और उसे मंजूरी प्रदान करना है।
  • 78वीं विश्व स्वास्थ्य सभा की थीम: ‘वन वर्ल्ड फॉर हेल्थ’ (One World for Health)

त्वचा रोगों को वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य प्राथमिकता के रूप में WHA के प्रस्ताव को अपनाने के कारण

  • वैश्विक स्तर पर भारी बोझ: अनुमानतः त्वचा रोग वैश्विक स्तर पर 1.9 बिलियन लोगों को प्रभावित करते हैं, जो उन्हें सबसे सामान्य स्वास्थ्य स्थितियों में से एक बनाता है।
  • निम्न और मध्यम आय वाले देशों (LMICs) में उपेक्षा: निम्न और मध्यम आय वाले देशों में, त्वचा रोगों का प्रायः कम वित्तपोषण एवं गलत निदान किया जाता है और कम प्राथमिकता दी जाती है, जिससे ये महत्त्वपूर्ण रुग्णता और आर्थिक बोझ का कारण बनते हैं।
  • वकालत और अंतर-क्षेत्रीय साझेदारियाँ: सरकारों, त्वचाविज्ञान संगठनों जैसे कि इंटरनेशनल लीग ऑफ डर्मेटोलॉजिक सोसाइटीज (ILDS) द्वारा वर्षों से निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।
  • प्रत्यक्ष स्वास्थ्य असमानताएँ: त्वचाविज्ञान प्रशिक्षण, बुनियादी ढाँचे और सांस्कृतिक रूप से सक्षम देखभाल तक पहुँच की कमी, विशेष रूप से गहरे रंग की त्वचा के लिए, खराब परिणाम और निरंतर उपेक्षा का कारण बनी है।
    • विशेषज्ञ प्राथमिक देखभाल में त्वचा स्वास्थ्य को एकीकृत करने, श्रमिकों के बीच क्षमता निर्माण को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर देते हैं।
  • क्षेत्रीय नेतृत्व: इस प्रस्ताव को ग्लोबल साउथ (जिसमें कोटे डी आइवर, नाइजीरिया, टोगो और माइक्रोनेशिया शामिल हैं) के देशों द्वारा प्रायोजित किया गया था, जो उपेक्षा का दंश झेलते हैं और त्वचा के स्वास्थ्य को साझा प्राथमिकता के रूप में देखते हैं।

दक्षिण एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व में त्वचा स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने में चुनौतियाँ

  • त्वचा संबंधी स्वास्थ्य की उपेक्षा: दक्षिण एशिया, अफ्रीका और मध्य पूर्व जैसे क्षेत्रों में, स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों ने पारंपरिक रूप से त्वचा संबंधी स्थितियों की तुलना में आंतरिक दीर्घकालिक रोगों (जैसे, हृदय, श्वसन) को प्राथमिकता दी है।
  • रोगों का दोहरा बोझ: इन क्षेत्रों में पुरानी त्वचा संबंधी स्थितियों (जैसे- सोरायसिस, एटोपिक डर्मेटाइटिस) के साथ-साथ उपेक्षित उष्णकटिबंधीय त्वचा रोगों (जैसे- कुष्ठ रोग, खुजली) का एक जटिल मिश्रण है, जिनमें से कई को अभी भी गलत समझा जाता है, कम निदान किया जाता है और और उपेक्षित माना जाता है।
  • उपचार और दायरा तक सीमित पहुँच: कई निम्न और मध्यम आय वाले देशों में, आवश्यक त्वचा संबंधी दवाएँ या तो अनुपलब्ध हैं या वहनीय नहीं हैं, और त्वचा की स्थितियों को प्रायः स्वास्थ्य बीमा कवरेज से बाहर रखा जाता है।
  • सार्वजनिक स्वास्थ्य एकीकरण का अभाव: राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीतियों या प्राथमिक देखभाल ढाँचों में त्वचा रोगों को शायद ही कभी प्राथमिकता दी जाती है, जिससे विशेषकर ग्रामीण या कम सेवा वाले क्षेत्रों में शुरुआती पहचान और नियमित प्रबंधन मुश्किल हो जाता है।
  • आर्थिक प्रभाव की कम पहचान: त्वचा रोग न केवल स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं, बल्कि आत्म-सम्मान और वित्तीय अवसरों को भी प्रभावित करते हैं, विशेषकर उन समुदायों में जहाँ त्वचा संबंधी विकार नौकरियों और शिक्षा तक पहुँच को सीमित कर सकते हैं।

विश्व स्वास्थ्य संगठन के त्वचा स्वास्थ्य संकल्प के संभावित प्रभाव

  • प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा में एकीकरण: त्वचा रोग देखभाल को बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं में शामिल किया जा सकता है, जिससे शीघ्र निदान और उपचार में सुधार होगा।
  • अनुसंधान और वित्त पोषण में वृद्धि: अधिक समावेशी अनुसंधान, विशेष रूप से त्वचा के रंग और उपेक्षित उष्णकटिबंधीय त्वचा रोगों पर, समर्थन प्राप्त होगा।
  • बेहतर पहुँच और बीमा कवरेज: आवश्यक त्वचाविज्ञान संबंधी दवाओं को सार्वजनिक बीमा योजनाओं के तहत शामिल किया जा सकता है, जिससे वहनीयता में सुधार होगा।
  • राष्ट्रीय रजिस्ट्री: देश रोग की निगरानी करने और नीति का मार्गदर्शन करने के लिए डेटाबेस विकसित कर सकते हैं।
  • स्वास्थ्य सेवा कार्यबल प्रशिक्षण: विशेष रूप से कम संसाधन वाले क्षेत्रों में अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के लिए बेहतर त्वचा विज्ञान प्रशिक्षण।
  • उपेक्षा में कमी और रोगी सहायता: जन जागरूकता और रोगी सहायता प्रणालियाँ त्वचा रोगों से जुड़े कलंक को कम करने में मदद करेंगी।
  • भारत के लिए अवसर: भारत त्वचा संबंधी देखभाल को सार्वजनिक स्वास्थ्य में एकीकृत कर सकता है, अनुसंधान का विस्तार कर सकता है, अधिक प्रदाताओं को प्रशिक्षित कर सकता है और बीमा सुधारों को आगे बढ़ा सकता है, विश्व के सबसे अधिक त्वचा रोग बोझों में से एक को संबोधित कर सकता है।

निष्कर्ष 

यह संकल्प लंबे समय से उपेक्षित त्वचा स्वास्थ्य पर केंद्रित है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.