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Lokesh Pal
June 26, 2025 05:30
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25 जून, 2025 को भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला ने राकेश शर्मा (1984) के बाद कक्षीय अंतरिक्ष (orbital space) में प्रवेश कर पुनः इतिहास रच दिया।
भारत को निजी क्षेत्र में सुधारों को तेज़ी से आगे बढ़ाना, अंतरिक्ष तक पहुँच में रणनीतिक आत्मनिर्भरता और मिशन के महत्त्व को पारदर्शिता के साथ प्रस्तुत करना चाहिए। शुभांशु शुक्ला का एक्सिओम-4 मिशन एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि है – इसकी वास्तविक सफलता इस बात पर निर्भर करेगी, कि भारत इसका उपयोग कितने प्रभावी ढंग से एक आत्मनिर्भर और वैश्विक स्तर पर प्रासंगिक अंतरिक्ष भविष्य को आकार देने के लिए करता है।
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