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Lokesh Pal
June 27, 2025 05:15
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भारत में शून्य खुराक वाले बच्चों की बड़ी संख्या, टीका वितरण में लगातार अंतराल को कम करने की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है।
वैक्सीन हेसिटेंसी अथवा टीका लगवाने में संकोच के बारे में:वैक्सीन हेसिटेंसी से तात्पर्य टीकाकरण सेवाओं की उपलब्धता के बावजूद टीकों को स्वीकार करने या अस्वीकार करने में देरी से है।यह निम्नलिखित कारकों से प्रभावित होता है: गलत सूचना और अफवाहें (जैसे, टीकों के कारण बांझपन या गंभीर दुष्प्रभाव), स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं या सरकार में विश्वास की कमी, सांस्कृतिक या धार्मिक विश्वास, बीमारी का कम जोखिम, स्वास्थ्य प्रणाली के साथ पिछले नकारात्मक अनुभव आदि। |
भारत को विश्व स्वास्थ्य संगठन के टीकाकरण एजेंडा 2030 (IA2030) को पूरा करने के लिए बहुत काम करना है, जिसके तहत वर्ष 2030 तक शून्य खुराक वाले बच्चों की संख्या को 2019 की तुलना में 50% तक कम करना भी शामिल है (जिसका लक्ष्य लगभग 7 लाख बच्चे हैं)।
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