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जियोसेल्स टेक्नोलॉजी

Lokesh Pal July 18, 2025 04:41 9 0

संदर्भ

दिल्ली में शीघ्र ही प्लास्टिक कचरे से निर्मित पहली सड़क का निर्माण किया जाएगा, जो सतत् एवं नवाचार-आधारित बुनियादी ढाँचे की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण पहल मानी जा रही है।

संबंधित तथ्य

  • भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) और केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (CRRI) द्वारा विकसित।
  • इसमें बिटुमेन मिश्रण और प्लास्टिक से भरे 9x9x9 इंच के बॉक्सनुमा सेल आधारित निर्माण तकनीक शामिल है।

जियोसेल्स टेक्नोलॉजी क्या है?

  • जियोसेल्स सेल परिरोध प्रणालियाँ हैं, जो फैलने पर एक त्रि-आयामी संरचना का निर्माण करती हैं, जो छत्ते जैसी दिखती है।
  • यह आमतौर पर उच्च-घनत्व पॉलीइथाइलीन (HDPE) या अन्य सतत् पॉलिमर से बने होती हैं।
  • जियोसेल्स को मृदा, बजरी या रेत जैसी भराव सामग्री को परिरोधित और स्थिर करने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे पार्श्व गति को रोका जा सके और समग्र स्थिरता में वृद्धि हो।

जियोसेल कैसे कार्य करती हैं?

  • जियोसेल को साइट पर ही फैलाया जाता है और चयनित भराव सामग्री से भरा जाता है।
  • सेल के भीतर ‘इनफिल’ को सीमित रखने से पार्श्व प्रसार और गति को नियंत्रित किया जा सकता है, जिससे भार वहन क्षमता में वृद्धि होती है।

जियोसेल प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग

  • सड़क निर्माण: सड़क के सबग्रेड को मजबूत करने, भार वितरण में सुधार लाने और फुटपाथ परतों की आवश्यक मोटाई को कम करने के लिए उपयोग किया जाता है।
  • ढलान स्थिरीकरण: ढलानों को स्थिर करने, कटाव को रोककर वनस्पति वृद्धि को बढ़ाने में प्रभावी।
  • कटाव नियंत्रण: मृदा को सीमित करके और उसकी गति को रोककर, जियोसेल ढलानों, नदी तटों और तटीय क्षेत्रों में कटाव को नियंत्रित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।
  • भार समर्थन: नींव को मजबूत करने, संरचनाओं के लिए स्थिर और सतत् आधार बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
  • अन्य अनुप्रयोग: रिटेनिंग वॉल, चैनल लाइनिंग और अन्य सिविल इंजीनियरिंग परियोजनाओं में भी उपयोग किया जाता है।

जियोसेल प्रौद्योगिकी के लाभ

  • भार वहन क्षमता में वृद्धि: मृदा की मजबूती और स्थिरता को बढ़ाती है, जिससे यह अधिक भार सहन कर सकती है।
  • कटाव में कमी: मृदा को सीमित करके और उसकी गति को रोककर, जियोसेल कटाव को कम करती हैं और पर्यावरण की रक्षा करती हैं।
  • लागत-प्रभावशीलता: खुदाई की आवश्यकता को कम करके और स्थानीय भराव सामग्री का उपयोग करके निर्माण लागत को कम कर सकती हैं।
  • पर्यावरणीय स्थिरता: ढलानों को वनस्पति से स्थिर करने के लिए इसका उपयोग किया जा सकता है, जिससे एक अधिक प्राकृतिक और पर्यावरण के अनुकूल समाधान को बढ़ावा मिलता है।
  • स्थायित्व और दीर्घायु: सतत् सामग्रियों से निर्मित और कठोर पर्यावरणीय परिस्थितियों का सामना कर सकता है, जिससे दीर्घकालिक प्रदर्शन सुनिश्चित होता है।

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