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Lokesh Pal
August 13, 2025 03:12
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तमिलनाडु की मक्कलाई थेडी मारुथुवम और कर्नाटक की गृह आरोग्य जैसी वर्तमान योजनाएँ गैर-संचारी रोगों के लिए घरेलू देखभाल की ओर परिवर्तन को दर्शाती हैं, किंतु साथ ही ये नागरिकों के स्वास्थ्य प्रशासन में सक्रिय रूप से शामिल होने और उसे प्रभावित करने की क्षमता पर एक महत्त्वपूर्ण प्रश्न उठाती हैं।
स्वास्थ्य प्रशासन में नागरिक सहभागिता, जो अनुच्छेद 21 (जीवन का अधिकार), अनुच्छेद 47 (सार्वजनिक स्वास्थ्य कर्तव्य) और 73वें एवं 74वें संशोधनों पर आधारित है, यह भागीदारीपूर्ण, पारदर्शी और न्यायसंगत स्वास्थ्य प्रणालियों को सुनिश्चित करने के लिए महत्त्वपूर्ण है, जो असमानताओं को दूर करती हैं और स्वास्थ्य सेवा में अधिकार धारकों के रूप में नागरिकों की भूमिका को सशक्त करती हैं।
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