100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

जनगणना में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTG) की गणना हेतु अनुरोध

Lokesh Pal August 26, 2025 04:24 15 0

संदर्भ

केंद्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय (MoTA) ने भारत के महापंजीयक एवं जनगणना आयुक्त (Registrar General and Census Commissioner of India- RGCCI) से आगामी जनगणना में विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) को शामिल करने का अनुरोध किया है।

संबंधित तथ्य

  • वर्ष 2011 की जनगणना: वर्तमान में लगभग 40 विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों को जनगणना में व्यापक अनुसूचित जनजातियों (STs) के भाग के रूप में गिना जाता है। शेष विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों, जो प्रायः बड़ी जनजातियों के भीतर उप-समूह होते हैं, के लिए विशिष्ट आँकड़ों का अभाव है, जिससे नीति एवं नियोजन के लिए चुनौतियाँ उत्पन्न होती हैं।

विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) के बारे में

  • परिभाषा: भारत में जनजातीय समुदायों में सर्वाधिक सुभेद्य समूह।
  • उत्पत्ति
    • वर्ष 1973: ढेबर आयोग ने आदिम जनजातीय समूहों (Primitive Tribal Groups- PTGs) को कम विकसित जनजातियों के लिए एक अलग श्रेणी के रूप में वर्गीकृत किया।
    • वर्ष 2006: भारत सरकार ने PTGs का नाम बदलकर विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTGs) कर दिया।
    • वर्तमान में, 705 अनुसूचित जनजातियों में से 75 PVTGs मौजूद हैं।
  • वित्तपोषण की आवश्यकता: इसके लिए अतिरिक्त विकास निधि की आवश्यकता होती है क्योंकि अधिक उन्नत जनजातीय समूह प्रायः अधिकांश संसाधनों का उपयोग करते हैं।
  • जनसंख्या (वर्ष 2011 की जनगणना): 18 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 220 जिलों के 22,544 गाँवों में 75 जनजातियों से संबंधित 2.8 मिलियन PVTGs का अनुमान लगाया गया है।
  • सबसे बड़ी आबादी: ओडिशा में सर्वाधिक PVTGs आबादी है; इसके बाद मध्य प्रदेश एवं आंध्र प्रदेश/तेलंगाना का स्थान है।
  • प्रमुख विशेषताएँ
    • कृषि-पूर्व प्रौद्योगिकी का स्तर।
    • साक्षरता का निम्न स्तर।
    • आर्थिक पिछड़ापन।
    • घटती या स्थिर जनसंख्या।

जनगणना के बारे में

  • उद्देश्य: राष्ट्रीय प्रगति का आकलन, सरकारी योजनाओं की निगरानी एवं भविष्य की नीतियों की योजना बनाने के लिए आधार के रूप में कार्य करता है।
  • आँकड़ों का दायरा: जनसांख्यिकी, प्रजनन क्षमता एवं मृत्यु दर; आर्थिक गतिविधियाँ तथा रोजगार; साक्षरता एवं शिक्षा; अनुसूचित जाति (SCs) तथा अनुसूचित जनजाति (STs) आदि पर विस्तृत एवं विश्वसनीय जानकारी प्रदान करता है।
  • भारत की पहली पूर्ण जनगणना वर्ष 1830 में हेनरी वाल्टर द्वारा ढाका में की गई थी।

विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) के विकास हेतु पहल

पीएम-PVTG विकास मिशन (PM-PVTG Development Mission)

  • उद्देश्य: विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूहों (PVTGs) की सामाजिक-आर्थिक स्थिति में सुधार करना।
  • बजट: केंद्रीय बजट में अनुसूचित जनजातियों के लिए 24,000 करोड़ रुपये आवंटित।
  • प्रमुख हस्तक्षेप
    • सुरक्षित आवास, स्वच्छ जल एवं स्वच्छता का प्रावधान।
    • शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा एवं पोषण तक पहुँच।
    • दूरस्थ बस्तियों में बेहतर सड़क संपर्क एवं बुनियादी ढाँचा।

विकसित भारत संकल्प यात्रा

  • फोकस: जनजातीय आबादी तक पहुँच, जागरूकता सृजन एवं कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन।
  • शामिल प्रमुख सेवाएँ: स्वच्छता एवं स्वच्छ पेयजल, विद्युत तथा LPG कनेक्शन, आवास एवं खाद्य सुरक्षा, पोषण तथा स्वास्थ्य सेवा, वित्तीय सेवाओं तक पहुँच।
  • कार्यान्वयन: यात्रा सर्वेक्षणों के आधार पर लाभार्थियों का नामांकन।

प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाअभियान (PM Janjati Adivasi Nyaya Maha Abhiyan- PM JANMAN)

  • उद्देश्य: जनजातीय समूहों, विशेष रूप से विलुप्त होने के खतरे में पड़े जनजातीय समूहों, को सहायता, विकास एवं मुख्यधारा की सेवाओं तक पहुँच प्रदान करके उनकी सुरक्षा तथा पोषण पर ध्यान केंद्रित करना।
  • कवरेज: इसका लक्ष्य 18 राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों के 220 जिलों के 22,544 गाँवों में विस्तृत 75 PVTGs को लक्षित करना है; इससे लगभग 28 लाख लोगों को लाभ होगा।

भारत के महापंजीयक (Registrar General of India- RGI) के बारे में

  • स्थापना: वर्ष 1949 में केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन।
  • प्रमुख: भारत के महापंजीयक एवं पदेन जनगणना आयुक्त, आमतौर पर संयुक्त सचिव स्तर का एक सिविल सेवक।
  • प्राथमिक भूमिका: जनसंख्या के आकार, वृद्धि एवं वितरण पर आँकड़ों का व्यवस्थित संग्रह।
  • कानूनी उत्तरदायित्त्व: जन्म एवं मृत्यु पंजीकरण (RBD) अधिनियम, 1969 को लागू करना।
  • अतिरिक्त कार्य: दशकीय जनगणना के साथ-साथ जनसांख्यिकीय एवं भाषाई सर्वेक्षण आयोजित करना।

RGI के प्रमुख कार्य

  • भारत की जनगणना: जनसांख्यिकी, सामाजिक-आर्थिक स्थिति एवं भौगोलिक वितरण पर विस्तृत आँकड़े प्रदान करती है; प्रत्येक 10 वर्ष में आयोजित की जाती है।
  • भारतीय भाषाई विविधता सर्वेक्षण: भारत की भाषायी विविधता का दस्तावेजीकरण करने के लिए जनगणना के साथ-साथ आयोजित किया जाता है; पहली बार वर्ष 1928 में जॉर्ज अब्राहम ग्रियर्सन (George Abraham Grierson) द्वारा किया गया।
  • नागरिक पंजीकरण प्रणाली (Civil Registration System- CRS)
    • भारत में सभी जन्म एवं मृत्यु का अनिवार्य पंजीकरण।
    • एक वास्तविक समय, निरंतर जनसंख्या आँकड़े संग्रह तंत्र के रूप में कार्य करती है।
    • RBD अधिनियम, 1969 की धारा 12 के तहत जारी किए गए जन्म प्रमाण-पत्र।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.