//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
August 27, 2025 02:15
15
0
क्रिसिल (Crisil) की रिपोर्ट के अनुसार, जिसका शीर्षक है ‘द रोड अहेड फॉर इन्वेस्टमेंट्स’ (The Road Ahead for Investments), भारत का वास्तविक निवेश वित्त वर्ष 2021-25 के दौरान औसतन वार्षिक रूप से 6.9% बढ़ा, जो इसी अवधि के दौरान 5.4% की GDP वृद्धि से आगे निकल गया, जो अर्थव्यवस्था में मजबूत घरेलू और बाहरी विश्वास को दर्शाता है।
निवेश से तात्पर्य भौतिक, वित्तीय और मानवीय परिसंपत्तियों में पूँजी निर्माण से है, जो सतत् विकास और उत्पादकता को सक्षम बनाता है।
घरेलू सुधारों, बढ़ती खपत और विदेशी निवेश से प्रेरित भारत में निवेश की तेजी एक गहरे संरचनात्मक परिवर्तन का संकेत है। अपने समकक्ष देशों की तुलना में तीव्र विकास दर, नियंत्रित मुद्रास्फीति और सुदृढ़ भंडार के साथ भारत एक वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में अपनी स्थिति और मजबूत करने की दिशा में अग्रसर है। इस गति को बनाए रखने के लिए निवेश क्षेत्रों में विविधता लाना, क्षेत्रीय भागीदारी को प्रोत्साहित करना और नीतिगत स्थिरता सुनिश्चित करना अनिवार्य होगा।
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments