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Lokesh Pal
November 21, 2025 05:15
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तमिलनाडु राज्य बनाम राज्यपाल मामले में दो न्यायाधीशों की पीठ ने तीन अभूतपूर्व निर्देश जारी किए – दो राज्यपालों द्वारा अनुमति देने में देरी पर रोक लगाने से संबंधित है, तथा तीसरा विवादास्पद निर्देश न्यायालयों को राष्ट्रपति को निर्देश देने की अनुमति प्रदान करता है।
बी.आर. अंबेडकर ने राज्यपाल को स्वतंत्र शक्तियों से रहित एक संवैधानिक प्रमुख बताया था। हालाँकि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा हाल में दिया गया सुझाव संघवाद को कमज़ोर करती है, जिससे केंद्र को राष्ट्रपति के माध्यम से राज्य के क़ानूनों पर वीटो लगाने का ” एक अन्य मार्ग/साधन” मिल जाता है।
मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न:प्रश्न: राज्यपाल की शक्तियों पर सर्वोच्च न्यायालय की हालिया सलाहकार सुझाव, विशेष रूप से तमिलनाडु राज्य बनाम तमिलनाडु के राज्यपाल के निर्णय को वापस लेने का सुझाव, भारत के विधायी संघवाद पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालती है। चर्चा कीजिए। (10 अंक, 150 शब्द) |
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