100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

हृदय-प्रतिरोधी शहरी नियोजन की आवश्यकता

Lokesh Pal December 02, 2025 05:15 7 0

सन्दर्भ:

विश्व पर्यावास दिवस 2025 पर “संकट के शहरी समाधान” विषय के अंतर्गत भारत की शहरी चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया।

  • प्रदूषण, गर्मी और असमानता के दृश्यमान मुद्दों के नीचे एक बढ़ती हुई मूक आपातस्थिति छिपी हुई है – हृदय संबंधी बीमारियों और मधुमेह में वृद्धि, जो अब शहरी मृत्यु दर के प्रमुख कारण हैं।

बढ़ता शहरी स्वास्थ्य संकट

  • शहरों में रोगों का अधिक बोझ होना: शहरी भारत में ग्रामीण क्षेत्रों की तुलना में हृदय रोग की व्यापकता लगभग दोगुनी है, तथा 50 वर्ष से कम आयु के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है।
  • पड़ोस प्रभाव: लंबी यात्राएं, प्रदूषित वायु, सिकुड़ते हरे-भरे स्थान और बढ़ते तनाव के स्तर ने शहरों में स्वास्थ्य जोखिमों को बढ़ा दिया है।
  • देखभाल तक असमान पहुंच: स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं उच्च मूल्य, उच्च आय वाले क्षेत्रों में स्थित हैं, जिसके कारण बड़े क्षेत्र वंचित रह जाते हैं, क्योंकि बाजार की शक्तियां चिकित्सा आवश्यकताओं को नहीं, बल्कि अस्पतालों के वितरण और उपलब्धता को निर्धारित करती हैं
  • अलग-थलग विकास: विभाग अलग-अलग काम करते हैं, इसलिए परिवहन, स्वास्थ्य और हरित पहलों में शायद ही कभी समन्वय हो पाता है। हरित उपाय स्वास्थ्य संबंधी अनिवार्यताओं के स्थान पर पूरक बन कर रह जाते हैं।
    • यह खंडित योजना कार पर निर्भरता, अस्वास्थ्यकर आहार, प्रदूषण और गतिहीन जीवन शैली को बढ़ावा देती है।

हृदय अनुकूल योजना के पाँच स्तंभ

  • पैदल चलने की क्षमता और सक्रिय गतिशीलता: इसमें उच्च रक्तचाप और मधुमेह के जोखिम को कम करने के लिए सुरक्षित, छायादार फुटपाथ और समर्पित साइकिल मार्ग बनाना शामिल है।
  • हरित अवसंरचना: पेड़ और शहरी वन न केवल सुंदरता के लिए आवश्यक हैं, बल्कि वे शहर को ठंडा रखते हैं और हवा को शुद्ध करते हैं; शोध से पता चलता है कि प्रदूषण में कमी से दिल के दौरे का संकट कम होता है।
  • मिश्रित भूमि उपयोग: आवासीय, वाणिज्यिक और मनोरंजक क्षेत्र (जैसे पार्क, स्कूल, बाज़ार) एक-दूसरे के पास स्थित होने चाहिए इससे आने-जाने का समय कम होता है, तनाव कम होता है और हृदय पर दबाव कम पड़ता है।
  • सार्वजनिक परिवहन प्रणाली: यह प्रणाली वहनीय होनी चाहिए और स्वच्छ ऊर्जा परिवहन का उपयोग करना चाहिए, जिससे उत्सर्जन कम हो और शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा मिले (जैसे परिवहन स्थल तक पैदल चलना)।
  • स्वस्थ भोजन पारिस्थितिकी तंत्र: शहरों को स्थानीय बाजारों और सामुदायिक उद्यानों की आवश्यकता है, साथ ही जंक फूड के विज्ञापनों पर प्रतिबंध लगाने की भी आवश्यकता है, ताकि स्वस्थ भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।

आगे की राह

  • अदृश्य शहरी खतरों पर ध्यान देना: शहरों को5 से सम्बन्धित समस्या का समाधान करना होगा, जो रक्तप्रवाह में प्रवेश करता है और दिल के दौरे और स्ट्रोक के जोखिम को बढ़ाता है। हृदय संबंधी तनाव को कम करने के लिए शहरी ऊष्मा द्वीप प्रभाव को कम करना आवश्यक है।
  • शहरी स्वास्थ्य में सामाजिक न्याय सुनिश्चित करें: निम्न-आय और हाशिए पर रहने वाले समूहों का सबसे ज़्यादा प्रदूषण, सबसे कमज़ोर परिवहन संपर्क और सबसे कम हरित क्षेत्रों का संपर्क होता है भारत राज्य-स्तरीय रोग भार अध्ययन से पता चलता है कि हृदय रोग का जोखिम 2.3 गुना ज़्यादा है, जिसके लिए लक्षित हस्तक्षेप की आवश्यकता है।
    • उदाहरण: स्वस्थ विकल्पों को आसान बनाने वाले वातावरण का निर्माण करके तंबाकू मुक्त युवा 3.0 जैसे अभियानों को मजबूत करना।
  • हरित जेंट्रीफिकेशन (Green Gentrification) को रोकें: भूमि की बढ़ती कीमतों के कारण विस्थापन को बढ़ावा दिए बिना गरीब क्षेत्रों को उन्नत बनाएं।
  • डिजिटल और साक्ष्य-आधारित उपकरण अपनाएं: एशिया में हृदय संबंधी मृत्यु दर में 2050 तक 91% वृद्धि का अनुमान है, इसलिए शहरों को मजबूत, तकनीक-सक्षम कार्रवाई की आवश्यकता है, जैसे- एआई सेंसर, नागरिक-रिपोर्टिंग ऐप, शहरी हीट मैप और इक्विटी ऑडिट आदि ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लाभ सबसे कमजोर लोगों तक पहुंचे।
  • संस्थागत सहयोग को मजबूत करना: प्रभावी कार्रवाई के लिए आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय, स्वास्थ्य एजेंसियों और नागरिक समाज के बीच समन्वित कार्य की आवश्यकता है ताकि सार्वजनिक स्वास्थ्य लक्ष्यों के साथ योजना को संरेखित किया जा सके।
  • उपलब्ध वित्तपोषण का लाभ उठाना: राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन (एनयूएचएम) की पहुंच और 2025 में घोषित एशियाई विकास बैंक की 10 बिलियन डॉलर की शहरी निवेश योजना के आधार पर, भारत हृदय स्वास्थ्य को अपने विकास एजेंडे में शामिल कर सकता है।

निष्कर्ष

हृदय रोग केवल व्यक्तिगत पसंद को ही नहीं, बल्कि शहर के डिज़ाइन को भी दर्शाता है। हम जिस हवा में साँस लेते हैं, जिन रास्तों से हम यात्रा करते हैं, और जिन जगहों को हम साझा करते हैं, वे हमारी इच्छाशक्ति से कहीं ज़्यादा हमारे स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं। जैसा कि भारत संकट के शहरी समाधानों पर विचार कर रहा है तो ऐसे में सबसे स्थायी समाधान सम्भवतः मानव हृदय को पोषित करने के लिए डिज़ाइन किए गए शहर ही हो सकते है l

 मुख्य परीक्षा हेतु अभ्यास प्रश्न

प्रश्न: भारत में शहरीकरण ने छिपे हुए स्वास्थ्य बोझ, विशेष रूप से हृदय संबंधी रोगों, को बढ़ा दिया है। इन जोखिमों को जन्म देने वाली प्रमुख चुनौतियों की व्याख्या कीजिए और भारतीय शहरों में हृदय-प्रतिरोधी शहरी नियोजन को बढ़ावा देने के लिए नीतिगत उपाय सुझाइए।

(15 अंक, 250 शब्द)

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.