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Samsul Ansari January 17, 2024 05:07 178 0
संदर्भ:
इस लेख के अंतर्गत जम्मू–कश्मीर और लद्दाख के क्षेत्र में शीत ऋतू के दौरान पर्याप्त बर्फबारी न होने के कारण उत्पन्न होने वाली पर्यावरणीय समस्याओं को ध्यान में रखते हुए इससे संबंधित स्थितियों के संभावित कारणों के विषय में विस्तृत चर्चा की गई है।
प्रारंभिक परीक्षा की प्रासंगिकता: पश्चिमी विक्षोभ और अल नीनो के बारे में।
मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: जम्मू–कश्मीर और लद्दाख में शुष्क शीत ऋतु– कारण, प्रभाव और चुनौतियाँ।
प्रमुख बिंदु:
पश्चिमी विक्षोभ के बारे में:
अल नीनो के बारे में:
यह एक प्रकार का जलवायु पैटर्न है जो पूर्वी उष्णकटिबंधीय प्रशांत महासागर में सतही जल के असामान्य रूप से गर्म होने का कारण बनता है।
क्षेत्र में कम बर्फबारी के प्रभाव:
निष्कर्ष:
सर्दियों की बर्फ मिट्टी में स्थिर नमी का एक स्रोत है जो शीत ऋतु की फसलों, विशेष रूप से बागवानी के लिए महत्वपूर्ण है। बर्फबारी के अभाव में स्थानीय अर्थव्यवस्था के महत्वपूर्ण घटक सेब या केसर की पैदावार बुरी तरह प्रभावित होती है। यही नहीं इसका असर स्थानीय जलवायु और झरनों और नदियों में पानी की उपलब्धता पर भी पड़ेगा।
मुख्य परीक्षा पर आधरित प्रश्न : हाल में जम्मू–कश्मीर और लद्दाख में शीत ऋतू के दौरान होने वाली बर्फ़बारी में कमी के कारणों के संदर्भ में चर्चा कीजिए और इसकी वजह से जम्मू कश्मीर की स्थानीय अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों के विषय में टिपण्णी कीजिए I
News Source: The Indian Express
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