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Samsul Ansari January 29, 2024 06:47 115 0
संदर्भ
हाल ही में, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा क्रमशः आईआईटी-बॉम्बे और आईआईटी-कानपुर में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान के क्षेत्र में सहयोगात्मक अनुसंधान परियोजनाओं को शुरू करने के लिए “प्रतिष्ठित वैभव शोधार्थी” के रूप में भारतीय मूल के 22 वैज्ञानिकों को वैभव (वैश्विक भारतीय वैज्ञानिक) फेलोशिप प्रदान करने की घोषणा की गई।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: वैभव फेलोशिप योजना और वज्र योजना।
मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: विज्ञान, प्रौद्योगिकी और इसके विकास हेतु सरकारी नीतियों और भारतीय प्रवासियों की भूमिका।
वैभव फेलोशिप योजना
पूर्व में कार्यान्वित संबंधित पहल एवं महत्त्व
वैभव फेलोशिप योजना और वज्र योजना के मध्य अंतर
चुनौतियाँ जिनका समाधान आवश्यक है
निष्कर्ष
विदेशों में प्रशिक्षित कुशल वैज्ञानिक जनशक्ति का एक विशाल समूह है, जिन्हें भारत में वापस लाया या उन्हें बनाए रखा जा सकता है, क्योंकि अमेरिकी और यूरोपीय विश्वविद्यालयों में स्थायी नौकरियों के लिए बढती प्रतिस्पर्द्धा को देखते हुए ऐसा संभव हो सकता है। इस तरह की पहल के द्वारा अधिक नवीन विचारों की ओर बढ़ने की दिशा में इसे एक सकारात्मक कदम माना जा सकता है, जिससे सामाजिक-आर्थिक विकास और समृद्धि को बढ़ावा मिलेगा।
News Source: The Hindu
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