100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट

Lokesh Pal March 11, 2024 06:44 105 0

संदर्भ

हाल ही में सुरक्षा मामलों से संबंधित कैबिनेट समिति ने भारत के पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू मल्टीरोल फाइटर जेट एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (AMCA) को डिजाइन और विकसित करने हेतु 15,000 करोड़ रुपये की परियोजना को मंजूरी दे दी।

संबंधित तथ्य

  • नोडल एजेंसी: रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) के तहत ‘एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी’ (ADA) इस कार्यक्रम को निष्पादित करने और विमान को डिजाइन करने के लिए नोडल एजेंसी के रूप में कार्य करेगी।
  • निर्माता: AMCA का निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ‘हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड’ (HAL) द्वारा किया जाएगा।
    • एचएएल द्वारा विमान का निर्माण शुरू करने से पहले AMCA के पाँच प्रोटोटाइप बनाए जाएँगे। AMCA के निर्माण में निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी शामिल किए जाने का अनुमान है।
  • महत्त्व: इस विमान के निर्माण के साथ ही भारत उन चुनिंदा देशों की सूची में शामिल हो जाएगा, जिनके पास स्वदेशी रूप से पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान बनाने की क्षमता है, वर्तमान में केवल कुछ ही देशों जैसे-अमेरिका (F-22 रैप्टर और F-35A लाइटनिंग II), चीनी (J-20 माइटी ड्रैगन) और रूस (सुखोई Su-57) ने पाँचवीं पीढ़ी के स्टेल्थ लड़ाकू विमान बनाए हैं।

एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट की विशेषताएँ

  • स्टेल्थ: दो इंजन वाले इस लड़ाकू विमान में दुश्मन के रडार से बचने के लिए उन्नत स्टील्थ क्षमता होंगी। 
  • ईंधन और हथियार: विमान में 5 टन क्षमता का एक बड़ा आंतरिक ईंधन टैंक होगा।
  • इंजन: एडवांस्ड मीडियम कॉम्बैट एयरक्राफ्ट के पहले संस्करण (AMCA Mk1) में 90 किलोन्यूटन (kN) श्रेणी का अमेरिकी कंपनी जनरल इलेक्ट्रिक द्वारा निर्मित GE414 इंजन होगा।
    • जबकि इसके अधिक उन्नत संस्करण AMCA Mk2 में 110kN क्षमता का इंजन लगाया जाएगा, जिसे एक विदेशी रक्षा कंपनी के सहयोग से DRDO के गैस टर्बाइन रिसर्च एस्टैब्लिशमेंट (GTRE) द्वारा स्वदेशी रूप से विकसित किया जाएगा।
    • AMCA Mk2 के इंजन की विकास परियोजना को अंतिम रूप देने के लिए भारत सरकार द्वारा फ्राँस की सफरान एसए के साथ समझौते हेतु वार्ता की जा रही है।

AMCA कार्यक्रम की पृष्ठभूमि

  • AMCA को विकसित करने हेतु वार्ता की शुरुआत वर्ष 2007 में शुरू हुई थी। प्रारंभिक योजना के तहत इसे‘पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान’ (Fifth Generation Fighter Aircraft- FGFA) कार्यक्रम के तहत रूस के साथ संयुक्त रूप से विकसित किया जाना था।
    • हालाँकि, भारत वर्ष 2018 में FGFA परियोजना से पीछे हट गया।
  • इससे पूर्व भारत में स्वदेशी रूप से विकसित लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (LCA) तेजस 5 पीढ़ी का सिंगल-इंजन मल्टीरोल विमान है।

AMCA का महत्त्व

  • आत्मनिर्भरता को बढ़ावा (आत्मनिर्भर भारत): वर्ष 2018 में रूस के साथ पाँचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमान साझेदारी(FGFA) से भारत के हटने के बाद, AMCA परियोजना रक्षा प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की बढ़ती आत्मनिर्भरता को रेखांकित करती है।
  • उन्नत क्षमताएँ: AMCA उन्नत सेंसर और हथियारों का उपयोग करके बिना अपनी अवस्थिति को सार्वजनिक किए ही हमले करने में सक्षम होगा, जो इसे चौथी पीढ़ी के विमानों पर एक बड़ी बढ़त प्रदान करता है।
  • वायुसेना की क्षमता: भारतीय वायुसेना के पास वर्तमान में 42 स्क्वाड्रन की स्वीकृत क्षमता के विपरीत लगभग 30 लड़ाकू स्क्वाड्रन हैं। साथ ही पुराने हो रहे मिग-21, मिग-29, जगुआर और मिराज 2000 के स्क्वाड्रन को इस दशक के मध्य तक चरणबद्ध तरीके से हटाने के बीच वायुसेना की क्षमता में और गिरावट आने का अनुमान है।

जेट फाइटर्स की विभिन्न पीढ़ियाँ

  • पहली पीढ़ी के लड़ाकू विमान: 1940 के दशक के मध्य और 1950 के दशक के मध्य के बीच निर्मित सबसोनिक लड़ाकू विमानों को पहली पीढ़ी का लड़ाकू विमान माना जाता है। इन विमानों में एक बुनियादीएवियोनिक प्रणाली थी, लेकिन कोई रडार या आत्म-सुरक्षा उपकरण मौजूद नहीं थे।
  • दूसरी पीढ़ी के लड़ाकू विमान: 1950 के दशक के मध्य और 1960 के दशक की शुरुआत के बीच, रडार के साथ दूसरी पीढ़ी के विमानों का उत्पादन किया गया था। पिछली पीढ़ी के विमानों के विपरीत, जो तोपों, मशीनगनों और रॉकेटों से हमले करते थे, ये जेट सुपरसोनिक गति तक पहुँचने में सक्षम थे और अर्द्धनिर्देशित मिसाइलों से लैस थे। सबसे प्रसिद्ध दूसरी पीढ़ी का लड़ाकू विमान मिग-21 है।
  • तीसरी पीढ़ी के लड़ाकू विमान: 1960 के दशक की शुरुआत और 1970 के दशक की शुरुआत में निर्मित विमानों की तीसरी पीढ़ी में अधिक परिष्कृत हथियार और गतिशीलता थी। ये विमान, जिनमें मिराज III और मिग-23 शामिल थे।
  • चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान: 1970 के दशक में संकल्पित, चौथी पीढ़ी के लड़ाकू विमान 1980 के दशक की शुरुआत में सेवा में आए। इसके अतिरिक्त, इन विमानों में फ्लाईबाई-वायर सिस्टम स्थापित किए गए थे, जिन्होंने मानव युद्ध नियंत्रण के लिए इलेक्ट्रॉनिक उड़ान नियंत्रण को प्रतिस्थापित किया था। फ्रेंच मिराज 2000, सोवियत मिग 29, अमेरिकन F15 और फ्रेंच F16 इस पीढ़ी के उल्लेखनीय लड़ाकू विमान हैं।

पाँचवीं पीढ़ी के बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान: इनमें ऑल-एस्पेक्ट स्टेल्थ, इंटरसेप्ट रडार (LPIR) की कम संभावना, उच्च प्रदर्शन वाले एयरफ्रेम, आफ्टरबर्नर के बिना सुपरक्रूज में सक्षम इंजन, लंबी दूरी के सेंसर के साथ उन्नत एवियोनिक्स और नेटवर्क डेटा जैसी विशेषताएँ हैं।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.