संघ लोक सेवा आयोग में CSAT का पाठ्यक्रम: पैटर्न, सामान्य रुझान और PDF डाउनलोड करें
CSAT प्रश्नपत्र को सिविल सेवा परीक्षा के शुरुआती चरणों में आने वाली सबसे बड़ी बाधा के रूप में देखा जाता है, ऐसे में इस परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने के लिये CSAT पाठ्यक्रम का व्यापक विश्लेषण बहुत ही आवश्यक हो जाता है।
CSAT पाठ्यक्रम का क्रमवार विश्लेषण
- प्रत्येक वर्ष संघ लोक सेवा आयोग, अखिल भारतीय सेवाओं और भारत सरकार की विभिन्न ग्रुप-A सेवाओं के लिए सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। इन सेवाओं के तहत मुख्य रूप से प्रशासनिक भूमिकाएँ शामिल होती हैं। इन सेवाओं में प्रवेश करने का लक्ष्य रखने वाले इच्छुक अभ्यर्थियों को प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू चरण के तहत वर्ष भर चलने वाली सिविल सेवा परीक्षा के प्रत्येक चरण को सफलतापूर्वक क्वालीफाई करना होता है।
- इन सेवाओं में प्रतिभागियों को अपनी रैंक सुनिश्चित करने के लिए, पिछले वर्ष की सिविल सेवा परीक्षाओं की कटऑफ निर्णायक भूमिका निभाती हैं, जो अभ्यर्थियों को आगे बढ़ने और उनकी तैयारी की रणनीति तैयार करने में मार्गदर्शन करती है। प्रारंभिक परीक्षा में दो प्रश्नपत्र शामिल होते हैं, पहला सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-I और दूसरा पेपर है सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र II, जो CSAT (सिविल सर्विसेज एप्टीट्यूड टेस्ट) का है। प्रारंभिक परीक्षा में केवल प्रथम प्रश्नपत्र के ही अंक अंतिम परिणाम के मूल्यांकन में शामिल किये जाते हैं। हालाँकि प्रश्नपत्र II यानी CSAT का प्रश्नपत्र क्वालीफाइंग होता है, जिसमें अभ्यर्थियों को अधिकतम अंकों के 33% अंक प्राप्त करने होते हैं। इस लेख में हम CSAT, इसमें हुए बदलाव, महत्त्व और सिविल सेवा परीक्षा की वर्तमान संरचना में इसकी भूमिका पर चर्चा करेंगे।
प्रारंभिक परीक्षा का CSAT पाठ्यक्रम
संघ लोक सेवा आयोग के आधिकारिक दिशानिर्देशों के अनुसार, प्रारंभिक परीक्षा के तहत CSAT पाठ्यक्रम इस प्रकार है। अभ्यर्थियों को सलाह दी जाती है कि वे अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए संघ लोक सेवा आयोग के CSAT पाठ्यक्रम का विस्तृत अध्ययन करें।
प्रारंभिक परीक्षा का सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र I पाठ्यक्रम: प्रश्नपत्र-I में शामिल प्रमुख टॉपिक हैं:
- राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की समसामयिक घटनाएँ।
- भारत का इतिहास और भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन।
- भारत और विश्व का भूगोल- भारत और विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल।
- भारतीय राजव्यवस्था और शासन-संविधान, राजनीतिक व्यवस्था, पंचायती राज, लोकनीति, अधिकार संबंधी मुद्दे आदि।
- आर्थिक और सामाजिक विकास- सतत विकास, गरीबी, समावेशन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र में की गई पहल आदि।
- पर्यावरण पारिस्थितिकी, जैव विविधता और जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे- जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है।
- सामान्य विज्ञान।
प्रारंभिक परीक्षा सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र II (CSAT) पाठ्यक्रम: प्रश्नपत्र-I में शामिल प्रमुख टॉपिक हैं:
- बोधगम्यता
- संचार कौशल सहित अंतर–वैयक्तिक कौशल
- तार्किक कौशल एवं विश्लेषणात्मक क्षमता
- निर्णय लेना और समस्या समाधान
- सामान्य मानसिक योग्यता
- आधारभूत गणितीय समझ (संख्याएँ और उनके संबंध, विस्तार–क्रम आदि) (कक्षा दसवीं का स्तर), आँकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ, तालिका, आँकड़ों की पर्याप्तता, आदि – कक्षा दसवीं का स्तर)।
CSAT पाठ्यक्रम का मूल्यांकन
CSAT के पिछले कुछ वर्षों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करके हम उन विषयों और सबटॉपिक को चिन्हित कर सकते हैं जो पिछले कुछ वर्षों की परीक्षाओं में लगातार शामिल रहे हैं।
बोधगम्यता का अध्ययन: बोधगम्यता के लिए मुख्य रणनीतियाँ
- अंग्रेजी/हिन्दी गद्यांश
- संचार कौशल सहित अंतर–वैयक्तिक कौशल: सादृश्यता और महत्त्वपूर्ण तर्कशक्ति (Reasoning)
- लॉजिकल रीजनिंग और विश्लेषणात्मक क्षमता: तर्कशक्ति (Reasoning) और मात्रात्मक कौशल में दक्षता हासिल करना
- व्यवस्था पर आधारित लॉजिकल रीजनिंग
- रैंकिंग के आधार पर लॉजिकल रीजनिंग
- टीम फारमेशन
- संख्यात्मक तर्कशक्ति
- अनुक्रम और शृंखला
- रक्तसंबंध
- दिशा परीक्षण
- पहेली परीक्षण
- व्यवस्था पर आधारित लॉजिकल रीजनिंग
- निर्णयन और समस्या-समाधान: नैतिक समस्याएँ और तार्किक समाधान
- नैतिक समस्याओं पर आधारित काल्पनिक प्रश्न
- तार्किक रूप से उत्तरों में तथ्यों को डिकोड करना
- सामान्य मानसिक क्षमता: लॉजिकल रीजनिंग और विश्लेषण में दक्षता हासिल करना
- तार्किक निगमन
- कथन और निष्कर्ष
- कथन और अनुमान
- तर्क और कारण
- कथन और कार्रवाई
- सेट थ्योरी और वेन आरेख
- नेटवर्क आरेख
- बाइनरी लॉजिक पर आधारित मौखिक तर्क
- संख्यात्मक कौशल: आवश्यक गणितीय कौशल
- संख्या प्रणाली और संख्या श्रृंखला
- महत्तम समापवर्त्य और लघुत्तम समापवर्त्य
- भिन्न (Fraction)
- सरलीकरण
- प्रतिशतता
- औसत
- अनुपात और समानुपात
- साझेदारी और शेयर
- मिश्रण
- श्रृंखला नियम
- समय, कार्य और श्रम
- पाइप और टंकी
- लाभ, हानि और बट्टा
- साधारण ब्याज
- समय और दूरी
- ट्रेनों पर आधारित प्रश्न
- घड़ियों पर आधारित प्रश्न
- आँकड़ों का निर्वचन (चार्ट, ग्राफ़, तालिका, आंकड़ों की पर्याप्तता आदि दसवीं कक्षा का स्तर)
CSAT पाठ्यक्रम का विश्लेषण: संघ लोक सेवा आयोग की सफलता की कुंजी
अब हम विषयों की अधिक स्पष्टता के लिए CSAT पाठ्यक्रम का गहनता से विश्लेषण और अध्ययन करेंगे जिससे अभ्यर्थियों को अपनी तैयारी की रणनीति बनाने में मदद मिलेगी।
- बोधगम्यता: गद्यांश विश्लेषण में दक्षता हासिल करना।
- CSAT पाठ्यक्रम का यह खंड अभ्यर्थी की लिखित जानकारी को समझने, विश्लेषण और व्याख्या करने की क्षमता का आकलन करता है। इस अनुभाग में अभ्यर्थियों को अनुच्छेद दिए जाते हैं, और उससे संबंधित निष्कर्ष निकालने, अनुच्छेद के केंद्रीय विषय की पहचान करने और अनुच्छेद का विश्लेषण करने की अभ्यर्थियों की क्षमता का परीक्षण कर सकते हैं।
- अंतर–वैयक्तिक कौशल: सफलता के लिए अंतर–वैयक्तिक कौशल में अभ्यास करना बहुत ही आवश्यक है।
- अंतर–वैयक्तिक कौशल के इस खंड में यह समझने का प्रयास किया जाता है कि अभ्यर्थी पेशेवर और व्यक्तिगत दोनों प्रकार के वातावरण में दूसरों के साथ कैसे बातचीत करते हैं और उन्हें समझते हैं।
- संचार कौशल: संचार कौशल में स्पष्ट दक्षता हासिल करना।
- इसमें अभ्यर्थी के विचारों को स्पष्ट और प्रभावी ढंग से व्यक्त करने की क्षमता का मूल्यांकन करने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।
- लॉजिकल रीजनिंग और विश्लेषणात्मक क्षमता: विश्लेषणात्मक कौशल के लिए आलोचनात्मक तर्कशक्ति।
- इस खंड के तहत अभ्यर्थी की गहन विचारशीलता, समस्याओं को हल करने और स्थितियों का तार्किक रूप से विश्लेषण करने की क्षमता का आकलन शामिल किया गया है।
- सामान्य मानसिक क्षमता
- इसमें लॉजिकल रीजनिंग, निर्णयन क्षमता, समस्या-समाधान और अन्य संज्ञानात्मक क्षमताओं सहित सामान्य मानसिक योग्यता से संबंधित प्रश्न शामिल हैं।
- आधारभूत संख्ययन (सामान्य गणितीय समझ): मूलभूत गणितीय सिद्धांतों में दक्षता हासिल करना
- इसमें अभ्यर्थियों के मूलभूत संख्यात्मक कौशल पर परीक्षण किया जाता है। इस तरह के प्रश्नों में बुनियादी अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति, क्रमपरिवर्तन, तार्किक पहेलियाँ और आँकड़ों के निर्वचन शामिल होते हैं।
- आँकड़ों का निर्वचन: सूचना का सटीकता के साथ व्याख्या करना
- इसके तहत तालिका, चार्ट, ग्राफ आदि जैसे विभिन्न रूपों में प्रस्तुत आँकड़ों की व्याख्या और विश्लेषण करने की अभ्यर्थी की क्षमता का आकलन शामिल होता है। इसमें आँकड़ों के आधार पर सार्थक निष्कर्ष निकालना शामिल है।
- अंग्रेजी भाषा की बोधगम्यता दक्षता: अध्ययन, व्याकरण और तर्कशक्ति
- गद्यांश का अध्ययन: अभ्यर्थियों को दिए गए गद्यांश को समझने और व्याख्या करने की उनकी क्षमता का परीक्षण किया जाता है।
- व्याकरण एवं प्रयोग: इसमें अंग्रेजी व्याकरण के उचित प्रयोग, शब्दावली और अंग्रेजी वाक्य संरचना से संबंधित प्रश्न शामिल हैं।
- ये कौशल प्रभावी संचार एवं समझ के लिए महत्त्वपूर्ण हैं और प्रशासनिक भूमिकाओं के लिए आवश्यक है।
- पात्रता मानदंड: मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के लिए प्रवेश द्वार के रूप में।
- जैसा कि हम सभी जानते हैं कि CSAT एक क्वालीफाइंग पेपर है और अभ्यर्थियों को परीक्षा के अगले चरण (जिसमें मुख्य और साक्षात्कार शामिल है) में जाने के लिए न्यूनतम योग्यता अंक प्राप्त करने की आवश्यकता होती है। इसलिए, सामान्य अध्ययन के प्रश्नपत्र का मूल्यांकन करने हेतु अभ्यर्थियों के लिए CSAT परीक्षा उत्तीर्ण करना महत्वपूर्ण हो जाता है।
- अभिरुचि और विश्लेषणात्मक कौशल: प्रशासनिक उत्कृष्टता के लिए अभिरुचि का मूल्यांकन।
- CSAT परीक्षा, अभ्यर्थी की अभिरुचि और विश्लेषणात्मक कौशल का परीक्षण करने के लिए बनाई गई है जिसमें समझ, लॉजिकल रीजनिंग, निर्णय लेने और समस्या सुलझाने की क्षमताएं शामिल हैं। ये कौशल प्रशासनिक भूमिकाओं के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण हैं, और CSAT का प्रश्नपत्र संघ लोक सेवा आयोग को यह आकलन करने में मदद करता है कि अभ्यर्थियों के पास ये दक्षताएं हैं या नहीं।
- सामान्य अध्ययन के समान महत्ता: सिविल सेवा परीक्षा की सफलता में सामान्य अध्ययन और CSAT की समान महत्ता।
- हालाँकि प्रारंभिक परीक्षा के सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-I में अधिक अंक होते हैं और यह प्रीलिम्स परीक्षा में चयन के लिए प्राथमिक निर्धारक है, फिर भी CSAT को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। इसे मुख्य परीक्षा के लिए अर्हता प्राप्त करने के संदर्भ में समान महत्व दिया जाता है। यदि हम पिछले कुछ वर्षों के आँकड़ों का विश्लेषण करें, तो कई अभ्यर्थी CSAT को कम समय दे पाने के कारण क्वालीफाइंग अंक भी नहीं प्राप्त कर पाते। इसलिए, सिविल सेवा परीक्षा में सफलता सुनिश्चित करने के लिए अभ्यर्थियों को दोनों प्रश्न पत्रों की तैयारी करने की आवश्यकता है।
- निर्णयन में भूमिका: प्रशासनिक भूमिकाओं के लिए निर्णयन का परीक्षण।
- सिविल सेवा परीक्षा में चयन के बाद सिविल सेवकों को अक्सर अपनी भूमिकाओं में त्वरित और प्रभावी निर्णय लेने की आवश्यकता होती है। CSAT के तहत निर्णयन को समय की कमी के तहत अभ्यर्थी के निर्णय लेने के कौशल का मूल्यांकन करने के लिए डिजाइन किया गया है।
- पढ़ने और लिखने में भाषा दक्षता
- यदि हम CSAT पाठ्यक्रम को देखें, तो इसमें अंग्रेजी भाषा की समझ और संचार कौशल पर एक खंड शामिल है। प्रभावी संचार के लिए प्रभावी भाषाई दक्षता महत्त्वपूर्ण है, जो सिविल सेवकों के लिए एक आवश्यक कौशल भी है। अंग्रेजी पर अच्छी पकड़ कहीं न कहीं अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार में अतिरिक्त बढ़त दिलाती है। यह खंड सुनिश्चित करता है कि अभ्यर्थियों के पास अंग्रेजी भाषा की अच्छी समझ हो।