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साइंस एडवांसेज में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चलता है कि विश्व की 9% से अधिक भूमि क्षेत्र में जूनोटिक रोग के प्रसार का उच्च या अत्यधिक जोखिम है, जो जलवायु संबंधी कारकों से अत्यधिक प्रेरित है।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) द्वारा अपने वैश्विक कार्यबल के 2 प्रतिशत, अर्थात् 12,000 कर्मचारियों की छँटनी की घोषणा ने इस आशंका को बल दिया है कि भारत के IT और सेवा क्षेत्र में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का बढ़ता प्रभाव पारंपरिक नौकरियों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
IT उद्योग भारत के लिए अत्यधिक महत्त्व रखता है:
अगर भारत तेजी से अनुकूलन करने में विफल रहा, तो छँटनी और बेरोजगारी में वृद्धि जारी रहेगी। सरकार के लिए यह आवश्यक है कि वह निर्णायक कदम उठाए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि भारत का IT सपना जीवंत बना रहे और आर्थिक समृद्धि एवं ऊर्ध्वगामी गतिशीलता को बढ़ावा मिलता रहे।
लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण (POCSO) अधिनियम, 2012 मुख्य रूप से बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए बनाया गया है।
किशोरों में विशेषतः यौन अपराधों और उनके दुष्परिणामों को लेकर कानूनी जागरूकता बढ़ाना अनिवार्य है। यदि सामान्य किशोर व्यवहार, जिसमें आपसी सहमति होती है, को अपराध घोषित कर दिया जाए, तो यह दृष्टिकोण न केवल असंतुलित है, बल्कि वास्तविक शोषणकारी अपराधों से सुरक्षा के उद्देश्य को भी कमजोर करता है।
हाल ही में महाराष्ट्र ने ‘शहरी नक्सलवाद’ का मुकाबला करने के लिए विशेष जन सुरक्षा विधेयक पारित किया, जिसकी अस्पष्टता और संभावित रूप से दमनकारी होने के कारण इसकी आलोचना हुई।
यद्यपि सरकार का दावा है कि यह विधेयक सार्वजनिक सुरक्षा के लिए आवश्यक है, लेकिन इसके व्यापक और अस्पष्ट प्रावधानों से संविधान द्वारा प्रदत्त मौलिक स्वतंत्रताओं पर अंकुश लगने का खतरा है।
मूडीज (Moody) की वर्ष 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में बाढ़ के मैदानों में असुरक्षित बस्तियों में रहने वाले झुग्गीवासियों की संख्या विश्व में सर्वाधिक है, जिनमें से अधिकांश गंगा नदी के प्राकृतिक रूप से बाढ़-प्रवण डेल्टा में केंद्रित हैं।
भारत के बाढ़-प्रवण क्षेत्रों, विशेष रूप से गंगा-ब्रह्मपुत्र डेल्टा में, 158 मिलियन झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले लोग, तेजी से हो रहे शहरीकरण, गरीबी और जलवायु परिवर्तन के कारण गंभीर संकटों का सामना कर रहे हैं। सतत् शहरी विकास के लिए लचीले बुनियादी ढाँचे, किफायती आवास और सामुदायिक भागीदारी को एकीकृत करने वाली व्यापक नीतियाँ अत्यंत महत्त्वपूर्ण हैं।
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