100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

रूस में भूकंप और सुनामी

Lokesh Pal August 01, 2025 03:18 21 0

संदर्भ

30 जुलाई, 2025 को रूस के कमचटका प्रायद्वीप में 8.8 तीव्रता के भूकंप के कारण प्रशांत क्षेत्र में सुनामी की चेतावनी जारी की गई और लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया।

संबंधित तथ्य 

  • भूकंप का अधिकेंद्र भूकंपीय रूप से सक्रिय प्रशांत अग्नि वलय में अवस्थित है।
  • यह विश्व में अब तक दर्ज किए गए छह सर्वाधिक शक्तिशाली भूकंपों में से एक था।
  • जापान में वर्ष 2011 में आई तोहोकू आपदा के समान तीव्रता के इस भूकंप ने इस क्षेत्र की उच्च भूकंपीय संवेदनशीलता की पुष्टि की है।

वैश्विक सुनामी जोखिम

  • भूकंप के कारण हवाई द्वीप, जापान, अमेरिका के पश्चिमी तट, न्यूजीलैंड, फिलीपींस, चिली और इक्वाडोर में सुनामी की चेतावनी जारी कर दी गई है।
    • हवाई द्वीप में 10 फीट तक ऊँची लहरें उठने के साथ, तटीय क्षेत्रों में भारी क्षति हुई है।

सुनामी जोखिम दृष्टिकोण की मुख्य विशेषताएँ

  • भिन्न प्रतिक्रिया: जापान, रूस और अमेरिका जैसे देशों ने त्वरित निकासी और आश्रय प्रोटोकॉल लागू किए, जिससे तात्कालिक रूप से हताहतों की संख्या सीमित रही।
    • जापान ने बड़े पैमाने पर पूर्व-निकासी की, जबकि रूस ने प्रभाव के बाद प्रतिक्रिया दी और सेवेरो-कुरिल्स्क जैसे प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ के पश्चात् निवासियों को स्थानांतरित किया।
  • आफ्टरशॉक्स और विस्तारित खतरे: इसके पश्चात् 6.9 तीव्रता तक के आफ्टरशॉक्स (झटके) महसूस किए गए, जिससे बचाव प्रयासों में बाधा उत्पन्न हुई और संरचनाओं पर अतिरिक्त तनाव पड़ा।
    • कमचटका का भूकंपीय इतिहास (वर्ष 1952 और वर्ष 2011 की उल्लेखनीय घटनाएँ): यह दर्शाता है कि इस प्रकार के भूकंपीय खतरे कई सप्ताहों तक बने रह सकते हैं।
  • तैयारी में कमी: संवेदनशील देशों में बुनियादी ढाँचे और जागरूकता की कमी के कारण सुनामी से संबंधित जोखिम बढ़ जाते हैं।
  • लचीलापन संबंधी योजना: पूर्व चेतावनी प्रणालियों, भूकंपरोधी बुनियादी ढाँचे और सार्वजनिक शिक्षा पर जोर देना बेहद आवश्यक है।
  • समावेशी पुनर्प्राप्ति: सामाजिक-आर्थिक असमानताओं और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना दीर्घकालिक और समावेशी आपदा से बचाव के लिए अत्यंत आवश्यक है।
  • मनोवैज्ञानिक प्रभाव: जापान जैसे उन्नत चेतावनी प्रणालियों वाले क्षेत्रों में भी, घबराहट के कारण लोगों को निकाला गया, जो ऐसी घटनाओं के गहरे मनोवैज्ञानिक प्रभाव को दर्शाता है।

सुनामी क्या है?

  • सुनामी शक्तिशाली समुद्री लहरों की एक शृंखला होती है, जो सामान्यतः भूकंप, ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन, या कभी-कभी क्षुद्रग्रहों के प्रभाव जैसी अचानक होने वाली जल के नीचे की हलचलों के कारण उत्पन्न होती है।
  •  “सुनामीशब्द की उत्पत्ति जापानी शब्दों त्सु (अर्थात् बंदरगाह) और नामी (अर्थात् लहर) से हुई है।
  • वायु से उत्पन्न सामान्य तरंगों के विपरीत, सुनामी जल के बड़े पैमाने पर विस्थापन के परिणामस्वरूप उत्पन्न होती है, जिससे उन्हें अत्यधिक ऊर्जा और लंबी तरंगदैर्ध्य प्राप्त होती है, जिसके कारण वे 800 किमी./घंटा तक की जेट गति से संपूर्ण महासागर बेसिनों में यात्रा कर सकती हैं।

सुनामी का खतरा

  • सुनामी वैश्विक स्तर पर तटीय क्षेत्रों, विशेष रूप से पैसिफिक रिंग ऑफ फायर जैसे विवर्तनिक रूप से सक्रिय क्षेत्रों के लिए एक गंभीर खतरा है।
    • वर्ष 2004 में 9.1 तीव्रता के भूकंप से उत्पन्न हिंद महासागर में आई सुनामी के कारण 14 देशों में 2,27,000 से अधिक लोगों की मृत्यु हुई थी।
  • तटीय क्षेत्रों में उच्च जनसंख्या घनत्व, अपर्याप्त बुनियादी ढाँचा और जन जागरूकता की कमी जैसे कारकों से सुनामी का जोखिम बढ़ जाता है।
  • इसके प्रभावों में पारिस्थितिकी तंत्र का विनाश, जीवन और आजीविका का नुकसान, आर्थिक हानि तथा जल प्रदूषण व विस्थापन के कारण दीर्घकालिक स्वास्थ्य परिणाम शामिल हैं।

सुनामी प्रबंधन के लिए NDMA दिशा-निर्देश

  • जोखिम मूल्यांकन और मानचित्रण: ऐतिहासिक डेटा और GIS उपकरणों का उपयोग करके सुनामी तरंगों के प्रति संवेदनशीलता के आधार पर तटीय क्षेत्रों की पहचान की जानी चाहिए।
  • चेतावनी प्रणालियों को सुदृढ़ बनाना: भूकंपीय डेटा, ज्वार मापक (टाइड गेज) और तल दाब रिकॉर्डर (बॉटम प्रेशर रिकॉर्डर) का एकीकृत उपयोग किया जाता है।
  • सामुदायिक तैयारी: नियमित मॉक ड्रिल, जन जागरूकता अभियान और स्थानीय प्रतिक्रिया टीमों के लिए प्रशिक्षण आयोजित करना।
  • बुनियादी ढाँचागत लचीलापन: सुनामी-रोधी भवनों को बढ़ावा देना, निकासी मार्गों को साफ रखना और उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में स्पष्ट संकेतक लगाना आपदा प्रबंधन की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम हैं।
  • अंतर-एजेंसी समन्वय: आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों के माध्यम से राष्ट्रीय, राज्य और जिला स्तर पर समन्वय तंत्र स्थापित करना।

सुधार के लिए पहल

  • राष्ट्रीय स्तर पर- भारतीय सुनामी पूर्व चेतावनी प्रणाली (Indian Tsunami Early Warning System): वर्ष 2007 में INCOIS, हैदराबाद में स्थापित प्रणाली, यह भूकंपीय घटनाओं के 10 मिनट के भीतर चेतावनी जारी करती है और 28 हिंद महासागरीय देशों में सेवाएँ प्रदान करती है।
  • वैश्विक स्तर पर- प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र (PTWC): वर्ष 1949 में हवाई द्वीप में स्थापित, यह प्रशांत क्षेत्र में होने वाली भूकंपीय गतिविधियों की निगरानी करता है और सुनामी की चेतावनी जारी करता है।
  • UNESCO-IOC सुनामी तैयारी कार्यक्रम: सामुदायिक स्तर पर लचीलेपन को बढ़ावा देने के लिए तैयार संकेतकों का उपयोग करता है। इसके अंतर्गत भारत के वेंकटरायपुर और नोलियासाही जैसे गाँवों को आधिकारिक रूप से मान्यता दी गई है।
  • हिंद महासागर सुनामी चेतावनी और शमन प्रणाली (Indian Ocean Tsunami Warning and Mitigation System): वर्ष 2004 के बाद, हिंद महासागर क्षेत्र में चेतावनियों और प्रतिक्रियाओं को मानकीकृत करने के उद्देश्य से, UNESCO के तहत एक क्षेत्रीय समन्वय प्रयास प्रणाली स्थापित की गई।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.