ईरान में, बहाई (Bahai) अल्पसंख्यकों को उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
संबंधित तथ्य
ईरान में राज्य अधिकारियों द्वारा बहाई (Bahai) अल्पसंख्यकों से संबंधित कब्रों को अपवित्र कर दिया गया है।
बहाई अल्पसंख्यक के बारे में
बहाई धर्म एक अपेक्षाकृत नवीन एकेश्वरवादी धर्म है, जिसकी शुरुआत आध्यात्मिक रूप से 19वीं सदी के प्रारंभ में ईरान में हुई थी।
इजरायल के बंदरगाह शहर हाइफा (Haifa) में बहाइयों का एक आध्यात्मिक केंद्र है, लेकिन इसका इतिहास वर्ष 1948 में इजरायल देश के अस्तित्व में आने से काफी पहले का है।
अन्य अल्पसंख्यकों के विपरीत, बहाइयों की आस्था को ईरान के संविधान द्वारा मान्यता प्राप्त नहीं है एवं वहाँ की संसद में उनके पास कोई आरक्षित सीटें भी नहीं हैं।
वे देश की उच्च शिक्षा तक पहुँच पाने में असमर्थ हैं एवं उन्हें अपने व्यवसायों के खिलाफ निगरानी से लेकर संपत्ति जब्त करने तथा गिरफ्तारी जैसे उत्पीड़न का सामना करना पड़ रहा है।
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