//php print_r(get_the_ID()); ?>
Samsul Ansari January 10, 2024 06:23 328 0
संदर्भ
भारतीय उच्चतम न्यायालय द्वारा वर्ष 2002 में गुजरात राज्य में हुए साम्प्रदायिक दंगों के दौरान बिलकिस बानो के साथ सामूहिक बलात्कार करने वाले 11 दोषियों को गुजरात सरकार द्वारा दिए गए क्षमादान को निरस्त कर दिया है।
संबंधित तथ्य:
बिलकिस बानो मामला (2002-2024):
अपराध |
|
उच्चतम न्यायालय ने CBI को बुलाया |
|
निर्णय और अपील |
|
दोषियों को रिहा किया गया |
|
उच्चतम न्यायालय |
|
न्यायालय द्वारा अपने निर्णय में उठाए गए कानूनी मुद्दे:
अनुच्छेद 14: विधि के समक्ष समानता की गारंटी देता है।
अनुच्छेद 21: जीवन और स्वतंत्रता के अधिकार की गारंटी देता है
CrPC के तहत क्षमादान प्रक्रिया:
कानून का शासन:
रिट (Writ):
उच्चतम न्यायालय के फैसले का सार:
दोषियों को उपलब्ध विकल्प:
समीक्षा याचिका (Review Petition) के बारे में:
उपचारात्मक याचिका (Curative Petition):
सजा और क्षमादान की नीति:
बिलकिस बानो मामले में सामने आईं चुनौतियाँ:
<div class="new-fform">
</div>
Latest Comments