हाल ही में केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) ने गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहने वाली दवाओं की सूची जारी की है।
संबंधित तथ्य
पैरासिटामोल (बुखार), मेटफॉर्मिन (मधुमेह), और पैंटोप्राजोल (एसिडिटी) जैसी लगभग 50 दवाएँ या तो नकली पाई गईं अथवा मानक गुणवत्ता (NSQ) की नहीं थीं।
ये निष्कर्ष नियमित यादृच्छिक नमूनाकरण का हिस्सा थे।
CDSCO के बारे में
CDSCO केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय के अधीन भारत का राष्ट्रीय नियामक प्राधिकरण (NRA) है।
मुख्यालय: नई दिल्ली
CDSCO की प्रमुख जिम्मेदारियाँ
सुरक्षा और गुणवत्ता: चिकित्सा उत्पादों की सुरक्षा, प्रभावशीलता और गुणवत्ता बनाए रखने के लिए सेवाओं में पारदर्शिता, जवाबदेही और एकरूपता सुनिश्चित करता है।
नई दवाओं की स्वीकृति: नई दवाओं को मंजूरी देता है और नैदानिक परीक्षणों की देखरेख करता है।
दवाओं के लिए मानक: दवाओं के लिए मानक स्थापित करता है और आयातित दवाओं की गुणवत्ता को नियंत्रित करता है।
राज्य नियामकों के साथ सहयोग
लाइसेंसिंग: राज्य प्राधिकरणों के साथ मिलकर, CDSCO रक्त उत्पादों, टीकों और सीरम जैसी महत्त्वपूर्ण दवाओं के लिए लाइसेंस प्रदान करता है।
विशेषज्ञ सलाह: देश भर में औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम के एक समान प्रवर्तन को सुनिश्चित करने के लिए मार्गदर्शन प्रदान करता है।
CDSCO का NSQ अलर्ट क्या है?
CDSCO प्रत्येक माह उन दवाओं की सूची जारी करता है, जो गुणवत्ता परीक्षण में विफल हो जाती हैं।
केंद्र और राज्य नियामक बाजार से नमूने एकत्र करते हैं और उनका यादृच्छिक परीक्षण करते हैं।
इस सूची में दवाएँ और वे विशिष्ट पैरामीटर शामिल हैं, जिन पर वे विफल रहीं है।
गुणवत्ता जाँच का उद्देश्य
ये मासिक अलर्ट जनता, स्वास्थ्य सेवा विभागों और राज्य नियामकों को उन दवाओं के बारे में सूचित करते हैं, जो उच्च गुणवत्ता की नहीं हो सकती हैं।
यह भी सुनिश्चित करता है, कि दवा कंपनियों को पता हो कि उनके उत्पाद निरंतर निगरानी में हैं।
घटिया दवाओं के प्रकार
नकली दवाएँ: नकली उत्पाद जो लोकप्रिय ब्रांडों की नकल करते हैं।
इनमें सही सक्रिय घटक हो भी सकता है और नहीं भी और ये वास्तविक निर्माता द्वारा नहीं बनाए गए हैं।
उदाहरण: टेल्मिसर्टन (ग्लेनमार्क) और पैंटोप्राजोल (सन फार्मा) नकली पाए गए।
खराब गुणवत्ता वाली दवाएँ (NSQ): इनका विवरण गलत हो सकता है, ये ठीक से नहीं घुल सकती हैं, या इनमें कम सक्रिय तत्त्व हो सकते हैं।
यह रोगी को नुकसान तो नहीं पहुँचा सकते, लेकिन स्थिति का इलाज करने में विफल हो सकते हैं।
उदाहरण: मेटफॉर्मिन विघटन परीक्षण (Dissolution test) में विफल रहा और सेवन करने के बाद यह अपेक्षित रूप से कार्य नहीं करता था।
मिलावटी दवाएँ: इनमें हानिकारक संदूषक या मिलावट होती है। ऐसी दवाओं को आमतौर पर नुकसान से बचने के लिए वापस मँगाया जाता है।
NSQ ड्रग्स के उदाहरण
मेटफोर्मिन विघटन परीक्षण (Dissolution Test) में असफल रहा तथा एक बार सेवन करने के बाद यह अपेक्षित रूप से कार्य नहीं करता था।
सूची में अन्य दवाएँ भी शामिल हैं, जो विशिष्ट गुणवत्ता मापदंडों को पूरा करने में विफल रहती हैं।
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