100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

चाइल्ड न्यूट्रीशन रिपोर्ट 2024

Lokesh Pal June 11, 2024 04:21 241 0

संदर्भ

हाल ही में यूनिसेफ (UNICEF) ने ‘चाइल्ड न्यूट्रीशन रिपोर्ट 2024’ जारी की, जिसका शीर्षक है ‘चाइल्ड फूड पाॅवर्टी: न्यूट्रीशन डिप्रीवेशन इन अर्ली चाइल्डहुड”। 

संबंधित तथ्य

  • इस रिपोर्ट में प्रारंभिक बचपन में चाइल्ड फूड पाॅवर्टी की स्थिति, प्रवृत्तियों, असमानताओं और चालकों की जाँच की गई है। 
  • इस रिपोर्ट में इस समस्या से निपटने के लिए एक एजेंडा भी बताया गया है, जिसमें खाद्य प्रणालियों को बदलने, स्वास्थ्य प्रणालियों का लाभ उठाने और सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों को सक्रिय करने के लिए कार्रवाई शामिल है, जो प्रारंभिक बचपन में बच्चों के भोजन और पोषण के अधिकार को केंद्र में रखते हैं। 

‘चाइल्ड न्यूट्रीशन रिपोर्ट 2024’ के मुख्य निष्कर्ष 

  • उच्च खाद्य गरीबी: वैश्विक स्तर पर, चार में से एक बच्चा बचपन में गंभीर चाइल्ड फूड पाॅवर्टी में जीवन बिता रहा है, जो 5 वर्ष से कम आयु के 181 मिलियन बच्चों के बराबर है।
    • गंभीर फूड पाॅवर्टी में रहने वाले 181 मिलियन छोटे बच्चों में से दो-तिहाई से अधिक दक्षिण एशिया और उप-सहारा अफ्रीका में रहते हैं, 20 देशों में गंभीर फूड पाॅवर्टी में रहने वाले 65% बच्चे हैं। 
    • ये देश हैं- अफगानिस्तान, बांग्लादेश, चीन, कोट डी आइवर, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, मिस्र, इथियोपिया, घाना, भारत, इंडोनेशिया, म्याँमार, नाइजर, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस, सोमालिया, दक्षिण अफ्रीका, युगांडा, तंजानिया का संयुक्त गणराज्य और यमन। 
    • असमान प्रगति: गंभीर फूड पाॅवर्टी गरीबी को समाप्त करने की दिशा में प्रगति धीमी है, लेकिन कुछ क्षेत्र और देश साबित कर रहे हैं कि प्रगति संभव है और इस दिशा में सकारात्मक प्रगति हो रही है।

  • गंभीर चाइल्ड फूड पाॅवर्टी के प्रमुख चालक
    • बच्चों के लिए खराब खाद्य वातावरण
    • प्रारंभिक बचपन में खराब भोजन प्रथाएँ
    • बच्चों और उनके परिवारों को प्रभावित करने वाली घरेलू आय गरीबी
    • खाद्य, स्वास्थ्य और सामाजिक सुरक्षा प्रणालियाँ बच्चों के अच्छे भोजन और पोषण के अधिकार को विफल कर रही हैं।
    • संघर्ष और जलवायु संकट: वैश्विक खाद्य एवं पोषण संकट तथा स्थानीयकृत संघर्ष एवं जलवायु संकट गंभीर चाइल्ड फूड पाॅवर्टी को बढ़ा रहे हैं, विशेषकर संवेदनशील देशों में।

चिंताएँ

  • खराब होती आहार गुणवत्ता: गंभीर चाइल्ड फूड पाॅवर्टी में रहने वाले बच्चे कई पोषक तत्त्वों से भरपूर खाद्य पदार्थों से वंचित रह रहे हैं, जबकि अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थ इन बच्चों के आहार में शामिल हो रहे हैं।
  • कुपोषण से संबंध: गंभीर चाइल्ड फूड पाॅवर्टी बाल कुपोषण को बढ़ावा दे रही है, गंभीर चाइल्ड फूड पाॅवर्टी का प्रचलन उन देशों में तीन गुना अधिक है, जहाँ बच्चों में बौनेपन (Stunting) का प्रचलन अधिक है।

चाइल्ड फूड पाॅवर्टी (Child Food Poverty) के बारे में 

  • यूनिसेफ ने सतत् विकास लक्ष्यों के पोषण लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए वैश्विक प्रयासों में प्रारंभिक बचपन में आहार की कमी और खराब गुणवत्ता वाले आहार को सबसे आगे लाने के लिए चाइल्ड फूड पाॅवर्टी की अवधारणा पेश की है। 
  • यूनिसेफ चाइल्ड फूड पाॅवर्टी को प्रारंभिक बचपन (यानी, जीवन के पहले पाँच वर्षों) में बच्चों की पौष्टिक एवं विविध आहार तक पहुँचने और उसका उपभोग करने में असमर्थता के रूप में परिभाषित करता है।

गंभीर चाइल्ड पाॅवर्टी को समाप्त करने के लिए यूनिसेफ की सिफारिशें: यूनिसेफ राष्ट्रीय सरकारों, विकास एवं मानवीय साझेदारों, दाताओं, नागरिक समाज और मीडिया, शैक्षणिक एवं अनुसंधान संगठनों से आह्वान करता है कि वे:

  • चाइल्ड फूड पाॅवर्टी में कमी को बढ़ावा देना 
    • वैश्विक और राष्ट्रीय पोषण और विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना तथा बच्चों के भोजन एवं पोषण के अधिकार को पूरा करने में सफलता का एक मापदंड तैयार करना। 
    • चाइल्ड फूड पाॅवर्टी को समाप्त करने के लिए संसाधनों को प्रतिबद्ध करना। 
  • डेटा सिस्टम को मजबूत करना 
    • चाइल्ड फूड पाॅवर्टी की व्यापकता एवं गंभीरता का आकलन करना। 
    • संवेदनशील और मानवीय संदर्भों सहित चाइल्ड फूड पाॅवर्टी में वृद्धि का जल्द पता लगाना। 
    • गंभीर चाइल्ड फूड पाॅवर्टी को कम करने में राष्ट्रीय और वैश्विक प्रगति को ट्रैक करना। 
  • खाद्य प्रणालियों को बदलना 
    • यह सुनिश्चित करना कि खाद्य वातावरण पौष्टिक, विविध और स्वस्थ खाद्य पदार्थों को छोटे बच्चों को खिलाने के लिए सबसे सुलभ, किफायती और वांछनीय विकल्प बनाता है और खाद्य एवं पेय उद्योग अस्वास्थ्यकर वस्तुओं से बचाने के लिए नीतियों का अनुपालन करता है। 
  • स्वास्थ्य प्रणालियों का लाभ उठाना: बाल कुपोषण को रोकने और उसका इलाज करने के लिए, सबसे संवेदनशील बच्चों को प्राथमिकता देते हुए, बाल आहार पर परामर्श एवं सहायता सहित आवश्यक पोषण सेवाएँ प्रदान करना। 
  • सामाजिक सुरक्षा प्रणालियों को सक्रिय करना: आय गरीबी को उन तरीकों से संबोधित करना, जो सबसे संवेदनशील बच्चों एवं उनके परिवारों की खाद्य एवं पोषण आवश्यकताओं के प्रति उत्तरदायी हैं, जिसमें चाइल्ड फूड पाॅवर्टी के उच्चतम जोखिम वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए सामाजिक हस्तांतरण शामिल हैं।

भारत द्वारा की गई विभिन्न पहल

  • प्रत्यक्ष लक्षित हस्तक्षेप: सरकार आंगनवाड़ी सेवाएँ, किशोरियों के लिए योजना एवं प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना (Pradhan Mantri Matru Vandana Yojana) जैसी कई योजनाओं एवं कार्यक्रमों को एकीकृत बाल विकास सेवा योजना (Integrated Child Development Services Scheme- ICDS) के तहत प्रत्यक्ष लक्षित हस्तक्षेप के रूप में लागू करती है।
  • राष्ट्रीय पोषण मिशन (पोषण अभियान): बच्चों (0-6 वर्ष) में बौनापन, कम वजन और एनीमिया की व्यापकता को रोकना एवं कम करना तथा देश में पंचायती राज संस्थाओं/ग्राम संगठनों को शामिल करके कम वजन वाले बच्चों के जन्म के समय होने वाले बच्चों की व्यापकता में कमी लाना।
  • एनीमिया मुक्त भारत (Anaemia Mukt Bharat- AMB) रणनीति: इसे वर्ष 2018 में बच्चों, किशोरों और प्रजनन आयु वर्ग की महिलाओं में एनीमिया के प्रसार को कम करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
  • पोषण वाटिकाएँ (Poshan Vatikas): पोषण संबंधी प्रथाओं में पारंपरिक ज्ञान का लाभ उठाते हुए आहार विविधता के अंतर को पूरा करने के लिए आंगनवाड़ी केंद्रों पर पोषण वाटिकाओं के विकास का समर्थन करना भी शुरू किया गया है।
  • खाद्य सुदृढ़ीकरण: आवश्यक पोषक तत्त्वों के साथ मुख्य खाद्य पदार्थों के सुदृढ़ीकरण को प्रोत्साहित करना।
  • सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP): उदाहरण के लिए, अक्षय पात्र फाउंडेशन स्कूली बच्चों को पौष्टिक मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराने के लिए विभिन्न राज्यों में सरकार के साथ साझेदारी करता है, जिससे भूख एवं कुपोषण दोनों की समस्या का समाधान होता है।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.