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Lokesh Pal August 05, 2024 04:03 71 0
हाल ही में भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (ASI), मैसूर के पुरालेखविदों की एक टीम ने पल्लदम् के पास कोविलपलायम में थलीश्वर मंदिर और तिरुप्पुर जिले के कुछ अन्य स्थानों पर महत्त्वपूर्ण प्रस्तर शिलालेखों का स्याही वाले कागजों पर प्रतिलिपिकरण करने का कार्य शुरू किया।
थलीश्वरर मंदिर कोंगु क्षेत्र के प्राचीन ग्रेनाइट पत्थर के मंदिरों में से एक है। मंदिर की चार दीवारों पर शिलालेख पीठासीन देवता थलीकेईश्वरर को समर्पित हैं। ASI ने मंदिर परिसर के अंदर आठ शिलालेखों की पहचान की है।
भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (ASI)संस्कृति मंत्रालय के अंतर्गत ASI, राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासत के पुरातात्त्विक अनुसंधान और संरक्षण के लिए प्रमुख संगठन है।
पुरालेखशास्त्रपुरालेखशास्त्र (एपिग्राफी) कठोर या सतत् सामग्री पर दर्ज लिखित सामग्री का अध्ययन है।
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