//php print_r(get_the_ID()); ?>
Lokesh Pal
December 27, 2025 03:02
12
0
विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (WADA) की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत लगातार तीसरे वर्ष डोपिंग उल्लंघनों में सबसे बड़ा योगदानकर्ता बनकर उभरा है, जिससे वर्ष 2030 राष्ट्रमंडल खेलों और वर्ष 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी की महत्त्वाकांक्षाओं के बीच संस्थागत विश्वसनीयता को लेकर चिंताएँ बढ़ गई हैं।




एथलीट आमतौर पर अपने खेल की विशिष्ट माँगों के आधार पर विभिन्न पदार्थों का उपयोग करते हैं ।
भारत का डोपिंग संकट महज खिलाड़ियों की लापरवाही नहीं, बल्कि एक व्यवस्थागत विफलता है। विश्वसनीयता बहाल करने के लिए आपूर्ति शृंखला में जवाबदेही, ईमानदारी को प्राथमिकता देने वाली खेल संस्कृति, खुफिया जानकारी पर आधारित जाँच और संस्थागत स्वतंत्रता की आवश्यकता है, साथ ही प्रदर्शन उत्कृष्टता को नैतिकता, स्वास्थ्य और वैश्विक डोपिंग विरोधी मानदंडों के अनुरूप स्थापित करना भी आवश्यक है।
<div class="new-fform">
</div>

Latest Comments