100% तक छात्रवृत्ति जीतें

रजिस्टर करें

रेशम प्रसंस्करण के लिए पर्यावरण अनुकूल दृष्टिकोण

Lokesh Pal July 15, 2024 02:04 94 0

संदर्भ

शोधकर्ताओं ने एक पर्यावरण अनुकूल दृष्टिकोण खोजा है, जो रेशम प्रसंस्करण में विषैले रसायनों के उपयोग को समाप्त कर सकता है।

नए शोध के बारे में 

  • विले पब्लिशर्स (Wiley Publishers) द्वारा ‘केमिस्ट्री सेलेक्ट’ में प्रकाशित इस नए शोध में, पूर्वोत्तर भारत की मूल प्रजाति शहतूत [बॉम्बिक्स मोरी (Bombyx Mori)] और गैर-शहतूत रेशम, जैसे कि मूगा [एन्थेरिया असामेंसिस (Antheraea Assamensis)] और एरी [फिलोसामिया रिकिनी (Philosamia Ricini)] दोनों से सेरिसिन निष्कर्षण में उपयोग किए जाने की क्षमता है। 
  • पारंपरिक रेशम प्रोटीन निष्कर्षण: पारंपरिक रूप से, सोडियम कार्बोनेट, सोडियम हाइड्रॉक्साइड, सल्फ्यूरिक एसिड और लीथियम ब्रोमाइड जैसे जहरीले रसायनों का उपयोग विभिन्न प्रकार के कच्चे रेशम फाइबर से रेशम प्रोटीन, फाइब्रोइन और सेरिसिन निकालने के लिए किया जाता है, जो कोकून से रेशम बनाने की प्रक्रिया में एक महत्त्वपूर्ण कदम है। 
  • रेशम से सेरिसिन हटाना: शोधकर्ताओं ने छह विभिन्न ILs का अध्ययन किए और पाया कि 1-ब्यूटाइल-3-मिथाइलइमिडाजोलियम क्लोराइड (BMIM.Cl), 1-एथिल-3-मिथाइलइमिडाजोलियम टेट्राफ्लुओरोबोरेट (EMIM.BF4), और टेट्राएथाइलैमोनियम ब्रोमाइड (TEAB) रेशम के रेशों से सेरिसिन हटाने में विशेष रूप से प्रभावी थे, जिसमें TEAB ने सेरिसिन प्रोटीन को अस्थिर करने की असाधारण क्षमता दिखाई। 
  • महत्त्व: यह अनुसंधान रेशम उद्योग के लिए बहुत महत्त्व रखता है।
    • यह पारंपरिक रासायनिक तरीकों के लिए अधिक पर्यावरण अनुकूल विकल्प प्रदान करता है। यह गैर-शहतूत रेशम से कुशल सेरिसिन निष्कर्षण का मार्ग प्रशस्त करता है, जिससे इन अद्वितीय रेशों के लिए संभावित रूप से नए अनुप्रयोगों की ओर अग्रसर होता है। 

भारत में रेशम उत्पादन

  • भारत दुनिया में रेशम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है। वर्ष 2021-2022 के दौरान इसका कुल रेशम उत्पादन 34,903 मीट्रिक टन था।
  • वर्ष 2021-22 के दौरान देश के कुल रेशम उत्पादन में कर्नाटक का योगदान लगभग 32% रहा। इसके बाद आंध्र प्रदेश का स्थान रहा, जिसकी वर्ष 2021-22 के दौरान कुल रेशम उत्पादन में हिस्सेदारी 25% रही। 

देश में चार प्रकार के प्राकृतिक रेशम का उत्पादन होता है:

  1. शहतूत (Mulberry): रेशम के कीड़ों से निकाला जाने वाला रेशम का सबसे शुद्ध रूप, जो आमतौर पर पीले, सफेद या हरे-पीले रंग में उत्पन्न होता है।
  2. टसर (Tasar): यह एक प्रकार का जंगली रेशम है, जो आसन और अर्जुन जैसे पौधों पर पलने वाले रेशम के कीड़ों से तैयार किया जाता है। भारत के विभिन्न भागों में लोग इसे टसर (Tusaar), टस्सर (Tusser), तुषार (Tushar), टुसा (Tusa), तसोरे (Tassore) और तसर (Tasar) आदि कहते हैं। 
  3. एरी: भारत के अधिकांश भागों में इसे एरंडी (Errandi) और एंडी (Endi) के नाम से भी जाना जाता है। एरी सिल्क पूर्व के रेशम के सबसे शुद्ध रूपों में से एक है, जिसमें हल्के पीले रंग की, सोने जैसी चमक होती है। 
  4. मुगा (Muga): केवल असम में उत्पादित, मुगा रेशम धागे पूरी तरह से पीले रंग के होते हैं। उन्हें भारत का सबसे मजबूत प्राकृतिक फाइबर माना जाता है। 

केंद्रीय रेशम बोर्ड (CSB)

  • यह वर्ष 1948 में संसद के एक अधिनियम द्वारा स्थापित एक वैधानिक निकाय है।
  • यह भारत सरकार के वस्त्र मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण में काम कर रहा है।

रेशम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकारी पहल

भारत में रेशम उद्योग के विकास और वृद्धि के लिए सरकार ने कई अनुसंधान एवं विकास, प्रशिक्षण, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और IT पहलों को लागू किया है:- 

a) सिल्क समग्र (Silk Samagra)

  • सिल्क समग्र, रेशम उद्योग के विकास के लिए एक एकीकृत योजना (Integrated Scheme for Development of Silk Industry- ISDSI) है, जिसे भारत सरकार ने केंद्रीय रेशम बोर्ड (Central Silk Board-CSB) के माध्यम से शुरू किया है। इसका उद्देश्य भारत में रेशम उद्योग का संपूर्ण विकास करना था।
  • इस योजना से रेशम उत्पादन की गुणवत्ता और उत्पादकता में सुधार आएगा तथा उत्पादन बढ़ाने में सहायता मिलेगी।

b) पूर्वोत्तर राज्यों में रेशम उत्पादन विकास (NERTPS) 

  • भारत सरकार ने एक व्यापक योजना के अंतर्गत रेशम उत्पादन विकास योजना शुरू की है, जिसे ‘पूर्वोत्तर क्षेत्र वस्त्र संवर्द्धन योजना’ नाम दिया गया है।
  • इस योजना का उद्देश्य राज्य में रेशम उत्पादन को पुनर्जीवित करना, विस्तारित करना और विविधीकरण करना है, जिसमें एरी और मुगा रेशम पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

THE MOST
LEARNING PLATFORM

Learn From India's Best Faculty

      

Final Result – CIVIL SERVICES EXAMINATION, 2023. PWOnlyIAS is NOW at three new locations Mukherjee Nagar ,Lucknow and Patna , Explore all centers Download UPSC Mains 2023 Question Papers PDF Free Initiative links -1) Download Prahaar 3.0 for Mains Current Affairs PDF both in English and Hindi 2) Daily Main Answer Writing , 3) Daily Current Affairs , Editorial Analysis and quiz , 4) PDF Downloads UPSC Prelims 2023 Trend Analysis cut-off and answer key

<div class="new-fform">







    </div>

    Subscribe our Newsletter
    Sign up now for our exclusive newsletter and be the first to know about our latest Initiatives, Quality Content, and much more.
    *Promise! We won't spam you.
    Yes! I want to Subscribe.