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Lokesh Pal
June 24, 2025 01:36
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हाल ही में इजरायल के पूर्व-आक्रमणकारी हमले और ईरान की जवाबी मिसाइल हमले, दोनों ही पक्ष आत्मरक्षा का दावा करते हैं, जिससे अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत आत्मरक्षा की आनुपातिकता और वैधता को लेकर गंभीर नैतिक प्रश्न खड़े होते हैं।
आत्मरक्षा के प्रति भारत का दृष्टिकोण: सिद्धांत |
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सिद्धांत |
भारतीय दृष्टिकोण |
रणनीतिक संयम | अत्यधिक प्रतिशोध से बचाना; संतुलित प्रतिक्रिया को प्राथमिकता देना। |
समानता | सैन्य कार्रवाइयों में नैतिक और कानूनी सीमाएँ बनाए रखता है। |
संप्रभुता का सम्मान | जब तक स्पष्ट रूप से आक्रामकता न हो, हस्तक्षेप न करने का समर्थन किया जाता है। |
विश्वसनीय निवारण | दृढ़ किन्तु संयमित संदेश का प्रयोग करता है (जैसे- सर्जिकल स्ट्राइक)। |
उत्तरदायित्व सिद्धांत | सीमा पार आतंकवादी गतिविधियों के लिए राज्यों को जवाबदेह ठहराया जाता है। |
आत्मरक्षा संबंधी नैतिकता, जैसा कि इजरायल-ईरान संघर्ष और भारत की विदेश नीति में देखा गया है, आवश्यकता, आनुपातिकता और संप्रभुता के सम्मान के बीच एक संवेदनशील संतुलन की माँग करती है। ऑपरेशन सिंदूर द्वारा उदाहरणित भारत का संयमित दृष्टिकोण नैतिक आत्मरक्षा के लिए एक मॉडल प्रस्तुत करता है, जो वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय कानून और कूटनीति का पालन करने का आग्रह करता है ताकि तनाव को बढ़ने से रोका जा सके और शांति कायम रहे।
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