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Lokesh Pal
August 26, 2025 04:05
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सकारात्मक मानसून सीजन के बावजूद भारत गंभीर उर्वरक संकट का सामना कर रहा है। चीन से आयात में भारी गिरावट और घरेलू नीतिगत कमजोरियों तथा खराब योजना क्रियान्वयन के कारण कृषि उपज और खाद्य सुरक्षा पर संकट गहराता जा रहा है।
उर्वरक की कमी भारतीय कृषि के उस विरोधाभास को उजागर करती है, जिसमें अच्छे मानसून के बावजूद उर्वरक प्रबंधन कमजोर सिद्ध होता है। खाद्य सुरक्षा और किसान कल्याण सुनिश्चित करने के लिए बेहतर माँग पूर्वानुमान, आपूर्ति के विविधीकरण तथा नीतिगत सुधारों की आवश्यकता है। घरेलू उत्पादन क्षमता का निर्माण, नवीन विकल्पों को बढ़ावा और तर्कसंगत सब्सिडी का संयोजन भारतीय कृषि को अधिक लचीला और सतत् बना सकता है।
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