SSLNG के अंतर्गत सामान्य तरीकों की तुलना में छोटे पैमाने पर प्राकृतिक गैस को ठंडा करना और परिवहन करना शामिल है।
सुदूर क्षेत्रों में वितरण सुनिश्चित करना: पाइपलाइन रहित क्षेत्रों में व्यवसायों और उद्योगों तक तरलीकृत प्राकृतिक गैस (Liquefied Natural Gas) को पहुँचाने के लिए विशेष उद्देश्य से निर्मित ट्रकों और छोटी नावों का उपयोग किया जाता है।
प्रबंधन प्रणाली: स्वचालित SCADA प्रणाली के माध्यम से SSLNG इकाई का प्रबंधन किया जाता है।
SSLNG के तहत, व्यवसायों और उद्योगों को तरल रूप में या बहुत कम तापमान पर LNG उपलब्ध कराई जाती है।
उपयोगकर्ताओं तक LNG की आपूर्ति गैसीय अवस्था में की जाती है।
SSLNG की स्थापना: SSLNG का निर्माण LNG की बड़ी इकाइयों पर या LNG की छोटी इकाइयों पर किया जा सकता है, जहाँ बहुत अधिक मात्रा में प्राकृतिक गैस की उपलब्धता हो।
उदाहरण के तौर पर, मध्य प्रदेश के विजयपुर में स्थित गेल (GAIL) इकाई में SSLNG की स्थापना को LNG की उपलब्धता हेतु छोटी शुरुआत के रूप में देखा जा सकता है।
तरलीकृत प्राकृतिक गैस (Liquefied Natural Gas- LNG)
LNG एक प्राकृतिक गैस है, जिसे सुरक्षित और सुविधापूर्ण परिवहन और भंडारण के लिए आमतौर पर -260 डिग्री फारेनहाइट पर ठंडा एवं तरलीकृत किया जाता है।
लाभ
यह ऊर्जा स्रोत के रूप में कार्य करती है, जो अपनी संक्रमणशील अवस्था से गुजर रही है।
यह तेल और कोयले की तुलना में CO2का कम उत्सर्जन करती है।
प्रतिस्पर्द्धी रूप से मूल्य निर्धारण के कारण इसे अपनाना आर्थिक रूप से ज्यादा लाभकारी है।
इसका भंडारण और परिवहन तरल रूप में किया जा सकता है, जो गैसीय अवस्था की तुलना में ज्यादा सुगम है।
आपूर्ति संबंधी विविधता के माध्यम से यह ऊर्जा सुरक्षा को सुनिश्चित करती है।
समस्या
LNG तुलनात्मक रूप से स्वच्छ होने के बावजूद CO2 उत्सर्जित करती है।
यह कुछ अन्य ईंधनों की तुलना में अधिक महँगी है।
इसका उत्पादन और वैश्विक आपूर्ति कुछ देशों द्वारा नियंत्रित की जाती है, जो ऊर्जा-सुरक्षा की दृष्टिकोण से चिंताजनक है।
LNG ईंधन से चालित वाहनों की कम उपलब्धता
LNG की आपूर्ति हेतु छोटे स्तर पर नेटवर्क का अभाव
नोट-पेट्रोनेट (Petronet) ने कई LNG आपूर्ति इकाइयाँ स्थापित की गई हैं, जो मुख्य रूप से राजमार्गों पर स्थित हैं।
लघु-स्तरीय LNG (SSLNG) के लाभ
बढ़ती पहुँच: जिन सुदूर क्षेत्रों में प्राकृतिक गैस पाइपलाइनों की पहुँच नहीं है, उन क्षेत्रों में SSLNG गैस वितरण की सुविधा प्रदान करता है, जिससे वितरण संबंधी चुनौतियों का समाधान और स्वच्छ ईंधन विकल्पों की उपलब्धता का विस्तार होता है।
लचीलापन: स्थानीय माँग को पूरा करने के लिए SSLNG इकाइयों को त्वरित रूप से निर्मित किया जा सकता है, जिस कारण यह दूरदराज के क्षेत्रों, औद्योगिक इकाइयों और परिवहन आवश्यकताओं के लिए उपयुक्त साबित होती है।
स्थिरता को बढ़ावा: ट्रकों, बसों और समुद्री जहाजों जैसे वाहनों से हानिकारक गैसों के उत्सर्जन को कम करने तथा स्वच्छ ईंधन को प्रोत्साहित करने के लिए SSLNG को अपनाने की आवश्यकता है।
ऊर्जा सुरक्षा में सुधार: SSLNG ईंधन की वितरण प्रणाली को विकेंद्रीकृत करता है, जो अंततः ऊर्जा सुरक्षा में सुधार और ईंधन आपूर्ति के स्रोतों में विविधता हेतु जिम्मेदार है।
चुनौतियाँ और सीमाएँ
वाहनों की सीमित संख्या: LNG से चलने वाले वाहनों की संख्या सीमित है, जो LNG को ईंधन के रूप में अपनाने की प्रक्रिया को धीमा कर देती है।
खुदरा आपूर्ति केंद्रों की अनुपलब्धता: LNG के खुदरा आपूर्ति केंद्रों की व्यापक कमी के कारण उपभोक्ताओं के लिए LNG ईंधन तक पहुँच चुनौतीपूर्ण हो जाती है।
उच्च प्रारंभिक लागत: डीजल कारों की तुलना में LNG वाहनों की कीमत आमतौर पर बहुत ज्यादा होती है।
वित्तपोषण संबंधी बाधाएँ: LNG वाहनों के लिए वित्तपोषण विकल्पों का अभाव है, जिसके कारण निवेश हेतु इच्छुक संभावित खरीदारों के लिए चुनौतियाँ पैदा हो रही हैं।
सीमित पाइपलाइन: SSLNG को उन क्षेत्रों में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जहाँ प्राकृतिक गैस के वितरण हेतु पाइपलाइन प्रणाली उपलब्ध नहीं है।
नियामक और अनुमति संबंधी मुद्दे: SSLNG परियोजनाओं को पर्यावरण और सुरक्षा नियमों सहित नियामक तथा अनुमति में बाधाओं का सामना करना पड़ता है, जिससे कार्यान्वयन धीमा हो सकता है तथा परियोजना की समय सीमा एवं लागत बढ़ सकती है।
SSLNG और LNG के बीच अंतर
विशेषता
लघु स्तरीय LNG (SSLNG)
तरलीकृत प्राकृतिक गैस (LNG)
पैमाना
छोटे द्रवीकरण संयंत्र, जिसकी उत्पादन क्षमता प्रति वर्ष 5,00,000 टन से कम हो।
बड़े द्रवीकरण संयंत्र, जिसकी उत्पादन क्षमता प्रति वर्ष लाखों टन हो।
परिवहन
इसका परिवहन क्रायोजेनिक ट्रक और छोटे जहाजो के माध्यम से किया जा सकता है।
इसका परिवहन बड़े LNG डिब्बों में किया जाता है।
लक्षित बाजार
पाइपलाइन की बुनियादी ढाँचे से वंचित सुदूर क्षेत्र, विशिष्ट ईंधन की आवश्यकता वाले उद्योगों, ऑटोमोटिव ईंधन
बड़े पैमाने पर औद्योगिक उपयोगकर्ता, बिजली उत्पादन के लिए
पुनर्गैसीकरण/ Regasification
अंतिम उपयोग के आधार पर पुनर्गैसीकरण की आवश्यकता हो भी सकती है और नहीं भी।
पाइपलाइन वितरण के लिए पुनर्गैसीकरण की आवश्यकता होती है।
आधारभूत संरचना
कम निवेश की आवश्यकता, त्वरित रूप से विस्तार
उच्च निवेश की आवश्यकता, जटिल बुनियादी ढाँचे के कारण विस्तार में समस्या।
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