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Samsul Ansari January 25, 2024 05:56 250 0
संदर्भ
हाल ही में, भारत सरकार द्वारा सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च (CPR) का विदेशी योगदान (विनियमन) अधिनियम (FCRA) लाइसेंस को रद्द कर दिया गया है।
प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम।
मुख्य परीक्षा के लिए प्रासंगिकता: विदेशी अंशदान (विनियमन) अधिनियम की आवश्यकता, चुनौतियाँ तथा आगे की राह।
FCRA के बारे में
लाइसेंस निरस्तीकरण का आधार
लाइसेंस निरस्तीकरण के अन्य कारण: केंद्र सरकार की राय में यदि वह सार्वजनिक हित के लिए जरूरी हो और यदि ऑडिट में फंड के दुरुपयोग के संदर्भ में एनजीओ वित्त में अगर अनियमितताएँ पाई जाती हैं, तब लाइसेंस निरस्तीकरण का आधार निर्मित होता है।
निराकरण : सभी सरकारी आदेशों को उच्च न्यायालय में चुनौती दी जा सकती है।
FCRA में संशोधन
अन्य प्रमुख परिवर्तन
NGO को 10 लाख रुपये से कम के योगदान पर सरकार को सूचना देने से छूट दी गई, पहले यह सीमा 1 लाख रुपये थी ।
बैंक खाता खोलने की सूचना देने की समय सीमा में वृद्धि।
FCRA की आवश्यकता
एफसीआरए से जुड़ी चिंताएँ
आगे की राह
मुख्य परीक्षा पर आधारित प्रश्न : सेंटर फॉर पालिसी रिसर्च के लाइसेंस के निरस्तीकरण के मद्देनजर भारत की विदेशी अंशदान(विनियमन)अधिनियम की अनिवार्यता के साथ-साथ इसकी कमियों को भी रेखांकित कीजिए।
News Source: The Hindu
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